♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

साहब..! सड़क नहीं बनवा सकते तो हेलीकॉप्टर ही दिलवा दो…NH-43 की सड़कों के गड्ढे बने जानलेवा… गांव की सड़क भी हुई शर्मिंदा… एसडीओ नहीं उठाते हैं फोन… जगह-जगह गड्ढे उस में भरा पानी…

अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिला मुख्यालय बैकुंठपुर के NH की सड़कों के गड्ढों और उस पर भरे पानी को देखकर लगता ही नहीं कि यह जिला मुख्यालय की सड़क है, जहां से कलेक्टर सहित तमाम अधिकारी के अलावा विधायक सहित तमाम जनप्रतिनिधि भी गुजरते हैं। शहर की सड़कों को देखकर ग्रामीण अंचलों की सड़कें भी शर्मिंदा हो रही हैं। दरअसल गांव की सड़कों से भी बदतर हालत एनएच की सड़क की हो गई है। यह कोई नई कहानी नहीं है बल्कि पिछले 2 वर्षों से गड्ढों में बारिश आते ही लबालब पानी भर जाता है। जब कोई सड़क दुर्घटना होती है तो गिट्टी मुरूम डालकर थूक पॉलिश की तर्ज पर मरम्मत कर दिया जाता है सुबह की मरम्मत शाम की बारिश में गायब हो जाती।
शहर के लोगों ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि साहब यदि सड़क नहीं बनवा सकते तो आने जाने के लिए कम से कम हेलीकॉप्टर ही उपलब्ध करवा दीजिए। नहीं तो कम से कम नाव से ही काम चल जाएगा। बड़ी हैरानी की बात तो यह है कि इस संबंध में जब भी एनएच के एसडीओ को फोन लगाया गया है वह कभी फोन ही नहीं उठाते हैं। लगता है जिला प्रशासन भी किसी बड़ी दुर्घटना के इंतजार में है कि जब घटना घटे…जनता आंदोलन करें…तब सड़क बने..!
नगरपालिका की सीमा आरंभ होते ही गड्ढों का दौर चालू हो जाता है और ओड़गी नाका पेट्रोल पंप के गड्ढे तो लगता है तालाब बन गए हैं। आसपास के मोहल्ले वालों का तो कहना है की मछली विभाग को कम से कम मछली पालन ही करवा देना चाहिए ताकि लॉकडाउन से मंदी में गुजर रहे लोगों को कुछ आर्थिक आमदनी हो सके। यही हाल रामानुज स्कूल के सामने से होते हुए नजीर अजहर पेट्रोल पंप की सड़कों का है।
कांग्रेस सत्ता में है इसलिए विरोध नहीं कर सकती लेकिन हैरत अंगेज तो यह है कि भाजपा विपक्ष में रहने के बावजूद अपनी जिम्मेदारी से कतरा रही है। कांग्रेस अगर विपक्ष में होती तो एनएसयूआई के लड़के अभी तक इन सड़कों पर धान बो चुके होते।
बहरहाल भाजपा नेता संजय अग्रवाल ने इस पर संज्ञान लेते हुए कहा है कि विभाग जनता के धैर्य की परीक्षा ना ले और सड़क की मरम्मत अच्छी तरह जल्द करवा दे अन्यथा जन आंदोलन होने में देर नहीं लगेगी।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close