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नगर सैनिकों को साल में 6 माह खुद के खर्च पर जिले से बाहर..व..महिलाओं को छात्रावास में 24 घण्टे ड्यूटी से तलाक की स्थिति निर्मित… संभागीय सेनानी को सुनाई समस्याएं..

नगर सेना एवं एसडीआरएफ के संभागीय सेनानी ने किया विभिन्न स्थलों का दौरा…

नगर सेना एवं एसडीआरएफ के संभागीय सेनानी राजेश पांडेय गुरुवार को अपने तीन दिवसीय कोरिया प्रवास पर पहुंच कर विभागीय कार्यों की समीक्षा व निरीक्षण किया। अतिरिक्त महानिदेशक नगर सेना अरूण देव गौतम के आदेशानुसार जिलेभर में तैनात महिला एवं पुरुष नगर सैनिकों का सम्मेलन लिया।

सम्मेलन के दौरान सैनिकों से उनकी समस्याएं पूछी गई। जिसमें पुरुष सैनिकों ने प्रमुख रूप से बताया कि उन्हें वर्ष में 6 महीने के लिए जिले से बाहर ड्यूटी पर रहना पड़ता है, जिसमें 2 माह कोरबा एसईसीएल सुरक्षा ड्यूटी 2 माह कुसमुंडा एसईसीएल सुरक्षा ड्यूटी एक माह रायपुर प्रशासनिक ड्यूटी के साथ-साथ समय-समय पर लाइन आर्डर, वीआईपी एवं मेला ड्यूटी हेतु जिले से बाहर रहना पड़ता है, बाहर ड्यूटी के दौरान रहने व खाने की व्यवस्था स्वयं के खर्च पर करना पड़ता है। जिससे कि 12,900 रुपए के मासिक मानदेय पर स्वयं का खर्च व घर चलाना संभव नहीं हो पा रहा है।

वहीं महिला सैनिकों ने बताया कि उन्हें 24 घंटे छात्रावास में सुरक्षा ड्यूटी पर रहना पड़ता है जिस कारण घर में निरंतर विवाद की स्थिति निर्मित होती है। 24 घंटे ड्यूटी पर रहने के कारण पति से तलाक की स्थिति निर्मित हो गई है। साथ ही सैनिकों ने लंबे समय से स्थगित पदोन्नति व वेतन वृद्धि की मांग को भी प्रमुखता से रखी जिस पर संभागीय सेनानी ने सैनिकों को भरोसा दिलाया कि आपकी मांगो व बातों को वे उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएंगे और समस्या का समाधान करने का पूर्ण प्रयास करेंगे।


कार्यालय निरीक्षण व सैनिकों के सम्मेलन के पश्चात श्री पांडेय एसईसीएल के खान बचाव केंद्र कंट्रोल रूम रामपुर कॉलोनी बैकुंठपुर पहुंचकर मुख्य महाप्रबंधक शंकर नागाचारी व उनकी टीम के साथ बैठक कर अग्निशमन व रेस्क्यू से संबंधित विस्तृत जानकारी लेकर चर्चा वेस्ट पहुंचे। जहां महाप्रबंधक नें पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से कोयला खदान में दुर्घटना की स्थिति में बचाव से संबंधित विस्तृत जानकारी प्रदान की।
एसडीआरएफ व एसईसीएल की संयुक्त टीम द्वारा चर्चा वेस्ट, चर्चा ईस्ट कटगोड़ी खदान के अंदर जाकर एसडीआरएफ, डीडीआरएफ एवं एसईसीएल के बचाव दल को दुर्घटना की स्थिति में कार्य करने के तरीके से संबंधित पूर्ण जानकारी प्रदान की गई तथा खदान के अंदर के क्रियाकलापों को बारीकी से बताया गया।


एसईसीएल के मुख्य महाप्रबंधक शंकर नागाचारी ने बताया कि चर्चा कि यह कोल खदान पूरे एशिया में उच्च गुणवत्ता की कोयला उत्पादन के लिए जानी जाती है यह खदान 7 किलोमीटर के दायरे में फैला है जहां 2600 नियमित विभागीय अधिकारी कर्मचारी वह 500 से अधिक वर्कर ठेका पर कार्यरत हैं इस खदान से प्रतिदिन लगभग 5000 मिट्रिक टन कोयले का उत्पादन हो रहा है।

उक्त भ्रमण व प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान संभागीय सेनानी नगर सेना व एसडीआरएफ आर के पांडेय, मुख्य महाप्रबंधक एसईसीएल एस. नागाचारी, जिला सेनानी नगर सेना कोरिया शेखर नारायण बोरवड़कर, जिला सेनानी सरगुजा एसके कठोतिया, जिला सेनानी सूरजपुर श्री लकड़ा, उप क्षेत्रीय प्रबंधक के. मेरे, खान प्रबंधक बी. श्रीनिवास, एरिया सेफ्टी ऑफिसर एस.के. सिंह, प्रभारी अधिकारी खान बचाव केंद्र अखंड प्रताप सिंह, सीनियर ओवर मैन शिवकुमार सनाढ्य, देवेंद्र जायसवाल, आशीष शुक्ला, राजेश नामदेव, उप निरीक्षक दीपेंद्र सिंह सहित यातायात सैनिक महेश मिश्रा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

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