नपा अध्यक्ष चुनाव::सोशल मीडिया में चली बयार…मुशरर्त जहाँ अबकी बार…आफताब की धर्मपत्नी… लगातार दो बार…मुस्लिम समुदाय बड़ी तादात में पहुंचा कांग्रेस जिलाध्यक्ष के पास…
अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले के बैकुंठपुर नगरपालिका क्षेत्र में आफताब अहमद उर्फ छोटे खान राजनीतिक व सामाजिक दृष्टिकोण से काफी चर्चित चेहरा हैं। यही वजह है कि पार्षद की उनके कुनबे में 5 वीं पारी है…वो कैसे…दरअसल आफताब खुद दो बार और उनकी धर्मपत्नी लगातार दो बार चुनाव जीत का वर्तमान में भी वार्ड 11 की पार्षद बन चुकी हैं तो इस बार आफताब अहमद के भतीजे अहमदुल्ला फिरोज भी वार्ड 10 से पार्षद बने हैं। अल्ताफ उर्फ छोटे खान खुद भी रिकॉर्ड मतों से जीतते रहे हैं व अपनी पत्नी को भी रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीताया है। दरअसल आफताब उर्फ छोटे व्यवहार कुशल होने के साथ ही वार्डो में शानदार काम करने के लिए विख्यात हैं। उनके बारे में कहा जाता है कि वह खुद भी नालियों में सफाई के लिए उतर जाते हैं। धार्मिक व सामाजिक कार्यो में भी उनकी बढ़चढ़कर कर भागीदारी रहती है। इतना ही नही लोकसभा व विधानसभा चुनावों में भी वह अपने वार्ड से कांग्रेस को बढ़िया बढ़त दिलाने में कोई कोर कसर नही छोड़ते हैं।
लगातार 4 बार व अपने भतीजे को भी पार्षद का चुनाव जितवाना कोई हंसी खेल नही है। यही कारण है कि इस बार नपा अध्यक्ष के लिए मुशरर्त जहाँ का नपा अध्यक्ष के लिए कांग्रेस से दावा पुख्ता होता है। यह काम केवल और केवल आफताब ही कर सकते हैं। कट्टर व जमीनी इस कांग्रेसी नेता के लिए सोशल मीडिया में जम कर लॉबिंग की जा रही है व जबरदस्त समर्थन भी इस मुहिम को मिल रहा है।
यही वजह है कि बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग आज सुबह से ही कांग्रेस जिलाध्यक्ष नजीर अजहर के पास मुशरर्त जहाँ को कांग्रेस से नपा अध्यक्ष बनाने की मांग को लेकर पहुंच गए।
विधायक की पसंद अन्नपूर्णा सिंह ?..अशोक पर पार्षद एकमत नही ?- राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चाओं का अनुसार विधायक अम्बिका सिंहदेव की पहली पसंद अन्नपूर्णा सिंह हो सकती हैं। लेकिन शायद हाल ही में चुनाव के कुछ दिन पूर्व भाजपा से कांग्रेस में आने की वजह से वरिष्ठ कांग्रेसी इससे सहमत नही हो सकते हैं। वही बताया जा रहा है कि अशोक जायसवाल की धर्मपत्नी साधना जायसवाल के नाम पर पार्षद एक मत नही हो रहें हैं। इसके पीछे चर्चा यह है कि एक तो अशोक जायसवाल खुद कांग्रेस से अध्यक्ष रह चुके हैं व उनके अध्यक्षीय कार्यकाल में कांग्रेसियों को नपा के कामों में जिस कदर नजरअंदाज किया गया, उससे कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में अच्छी खासी नाराजगी भी है।
उपाध्यक्ष के लिए आशीष यादव- कांग्रेस से लगातार दो बार पार्षद रहे आशीष यादव की पुख्ता दावेदारी बन रही है। इस बार वार्ड 12 से उन्होंने पूर्व नपा अध्यक्ष व दिग्गज भाजपा नेता शैलेष शिवहरे को पराजित किया है। आशीष पिछली बार नपा उपाध्यक्ष बनने से चूक गए थे। व्यवहारिक व मिलनसार व विकास कार्यो की गाथा लिखने वाले आशीष यादव उर्फ लल्ला के नाम पर सभी पार्षद एकमत होते नजर भी आ रहे हैं।