अरे वाह:: लाउडस्पीकर से भी हुई शुरु हुई क्लास… लोक कहानियां सुनाकर बड़े-बुजुर्ग दे रहे नैतिक शिक्षा तो अतिथि शिक्षक बनकर युवा कर रहे बच्चों की पढ़ाई आसान…
कोविड-19 से उपजी विभीषिका की चुनौती को विकासखंड बैकुंठपुर के ग्राम पंचायत खाड़ा के प्रधान पाठक जेपी साहू एवं शिक्षिका श्रीमती श्वेता सोनी ने कुछ नया करने के अवसर में तब्दील किया है। पहले तो उन्होंने पाठ्य अनुसार बच्चों को सुविधा उपलब्ध कराते हुए जन समुदाय के सहयोग से अतिथि शिक्षक पंकज कुमार बघेल, मनोज कुमार, अमरजीत कुमार, संध्या कुमारी के साथ मिलकर बच्चों की मॉनिटरिंग की। फिर विषय वस्तु आधारित गृह कार्य देकर सभी शिक्षकों ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित की। इसके बाद इन्होंने शुरू की लाउडस्पीकर क्लास। यहां के सरपंच श्री राजकुमार बघेल ने बच्चों की शिक्षा का महत्व समझते हुए पढ़ई तूहर दुआर कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए लाउडस्पीकर कक्षा शिक्षण हेतु लाउडस्पीकर किट जिसमें 1 एंपलीफायर, एक माइक, 2 चोंगा, माइक स्टैंड शिक्षकों को उपलब्ध कराई।
लाडस्पीकर के जरिये बच्चों को पढाया जा रहा है। ग्राम खाडा में सामुदायिक जन सेवा भावना लिए शिक्षा की ज्योति को बरकरार रखने ग्राम के ही चार शिक्षित युवा अध्यापन कार्य के लिए आगे आए और अतिथि शिक्षक के बतौर अपनी निःस्वार्थ सेवा प्रदान कर रहे हैं। पंकज कुमार बघेल, मनोज कुमार, अमरजीत, संध्या कुमारी विद्यालय के शिक्षकों के निर्देशानुसार ग्रामीण बच्चों की शैक्षणिक मॉनिटरिंग करते है, उनके गृह कार्यो का संकलन, विषयानुसार शंकाओं का समाधान और शिक्षा के प्रति उनकी रूचि को बढावा देने का कार्य करते हैं।
यही नहीं अब तो बडे बुजुर्ग भी इसमें शामिल होने लगे हैं। उनके द्वारा बीच-बीच में बच्चों को लोक कहानी, कविता का वाचन माइक के द्वारा बच्चों को पढ़ाया जाता है और अपने जीवन आधारित किसी घटना को बच्चों के समक्ष रखकर उन्हें रूबरू कराया जाता है। इन्हीं छोटे-छोटे प्रयासों से कोरिया जिले में शिक्षा विभाग द्वारा बच्चों को इस कठिन समय में भी शिक्षा से जोडा जा रहा है।