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ग्राम पंचायत का पुराना सचिवालय भवन अवैध रूप से कब्जे का शिकार..तहसीलदार एवं एसडीएम द्वारा भवन खाली करने कई बार दिया जा चुका है नोटिस…

एक कर्मचारी को अस्थाई रूप से रहने दिया गया था भवन… सेवानिवर्त्ती के लंबे समय बाद भी नही खाली हो सका भवन..

 

सोनहत। कोरिया जिले के विकासखंड मुख्यालय सोनहत के हृदय स्थल पर स्थित ग्र्राम पंचायत सोनहत का पुराना सचिवालय भवन अवैध रूप से कब्जे का शिकार हो गया है। तहसीलदार सोनहत एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोनहत के द्वारा भवन को खाली करने लगातार नोटिस जारी करने के बावजूद भी संबंधितों के द्वारा भवन को खाली नही किया जा रहा है। वही इस संबंध में स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सोनहत को ज्ञापन सौंप कर भवन को खाली कराए जाने को लेकर ज्ञापन भी सौंपा है। ग्रामीणों ने ज्ञापन का हवाला देते हुए बताया की
सीताराम शर्मा जनपद पंचायत सोनहत के कार्यालय वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी सोनहत में लिपिक के पद पर पदस्थ थे । जो अपने सेवा काल में तत्कालीन ग्राम पंचायत के सचिवालय भवन जो रिक्त था में अस्थाई रूप से लगभग 15 वर्षों से निवास कर रहे थे और इसी भवन में निवास करते हुए सेवा निवृत्त भी हो गए। सेवा निवृत्त होने के कारण ग्राम पेचायत सोनहत से अनावेदक सीताराम शर्मा को ग्राम पंचायत की ओर से मौखिक रूप से तथा लिखित रूप से भी उक्त सचिवालय भवन को खानली करने के लिए कहा गया कि उक्त भवन को ग्राम पंचायत सोनहत को आवश्यकता है। खाली कर देवें। खाली नही करने की स्थिती में ग्राम पंचायत सोनहत की ओर से तहसीलदार सोनहत एवं  एसडीएम सोनहत को लिखित में खाली करने हेतू ग्राम पंचायतज सोनहत की ओर से पत्र लिखा गया था। जिस पर तहसीलदार सोनहत एवं एसडीएम सोनहत के द्वारा कार्यवाही करते हुए अनावेदक को खाली करने हेतू नोटिस भी 7 दिवस का दिया गया था। बावजूद इसके इनके द्वारा भवन को खाली नही किया गया

 

सचिवालय भवन के पास में ही है खुद का मकान

 

ग्राम सोनहत में ही उक्त पुराना सचिवालय भवन से लगभग 100 मीटर की दूरी पर ही सर्व सुविधायुक्त पक्का लंेटर युक्त स्वयं का भूमि स्वामी मकान मौजूद है जिसमें सीताराम शर्मा के समस्त परिवार को रहने व निवास करने में किसी भी प्रकार की कोई असुविधा नही है। स्थानीय जनों का कहना है कि ग्राम पंचायत सोनहत के सचिवालय भवन को अवैध कब्जा बनाए रखने के नियत से खाली नही किया जा रहा है। साथ ही सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार अब उक्त भवन के पटटे की भी मांग संबंधित के द्वारा किया जाने लगा है। जिससे ग्रामीण जनों में रोष व्याप्त है।

 

अवैध कब्जाधारीयों के हौसले बुलंद

 

संबंधित के द्वारा अपने पत्नि के नाम पर उक्त सचिवालय भवन का पटटा बनाए जाने के नाम पर ग्राम पंचायत कार्यालय से ग्राम सभा का फर्जी प्रस्ताव भी बनवाया गया है जिसमें न ही तत्कालीन सरपंच के हस्ताक्षर हैं और न ही ग्राम सभा अध्यक्ष एवं ग्राम सभा प्रभारी के भी हस्ताक्षर नही हैं। ग्रामीणों का कहना है कि यदि इसी तरह सरकारी मकानों व भवनों में निवासरत सरकारी कर्मीयों को ऐसे फर्जी प्रस्तावों के आधार पर भूमि स्वामी हक पटटा दिया जाने लगा तो क्षेत्र के सभी कर्मचारी लालच में आकर अपने अपने शासकीय मकानों व भवनों का प्रस्ताव मांग कर उसके आधाार पर पटटा दिए जाने की मांग करने लगेंगे और सोनहत क्षेत्र में कोई भी शासकीय भूखंड एवं मकान खाली नही बच सकेगा।

 

भवन हो खाली पंचायत को किराया भी मिले-

 

स्थानीय ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन से मांग करते हुए कहा की वर्तमान समय में ग्राम पंचायत सोनहत के पास खुद का भवन नही है ग्राम पंचायत सोनहत के सभी कार्य मनरेगा कार्यालय के भवन से संचालित किए जा रहे है। ग्राम पंचायत सोनहत के उक्त सचिवालय भवन को तत्काल अवैध कब्जे से मुक्त कराते हुए ग्राम पंचायत सोनहत को सुर्पुद किया जावे तथा संबंधित से कुल समयावधि का वांछिंत किराया भी ग्राम पंचायत को दिलाया जावे।

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