हिंडाल्को को मिली दुनिया की सबसे सस्टेनेबल एल्युमिनियम कम्पनी होने की रैंक, डाऊ जोंस सस्टेनेबिलिटी की 2020 सूची में मिला यह स्थान…
वर्ष 2020 के लिए अपने एस एंड पी ग्लोबल सीएसए स्कोर के आधार पर हिंडाल्को, वैश्विक स्तर पर डीजेएसआई एल्युमिनियम उद्योग की लीडर के रूप में चुनी गई
कुल 61 उद्योगों में से हिंडाल्को एकमात्र ऐसी भारतीय कम्पनी है जिसको ‘इंडस्ट्री लीडर’ के तौर पर पहचान मिली है
मुम्बई। आदित्य बिरला समूह की मैटल फ्लैगशिप, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड को सस्टैंनबिलिटी के लिए किए गए इसके प्रदर्शन हेतु एल्युमिनियम इंडस्ट्री लीडर की रैंक प्रदान की गई है। यह रैंक एस एंड पी डाऊ जोंस सस्टैंनबिलिटी सूची (डीजेएसआई) कॉरपोरेट सस्टैंनबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) के 2020 एडिशन के अंतर्गत प्रदान की गई है।
भारत से हिंडाल्को एकमात्र ऐसी कम्पनी है जिसे इस वर्ष इंडस्ट्री लीडर के तौर पर पहचान प्राप्त हुई है। उल्लेखनीय है कि इंडस्ट्री लीडर कम्पनियों के अंतर्गत वे कम्पनियां आती हैं जिन्हें डीजेएसआई में उद्योग का प्रतिनिधित्व करने वाली 61 कम्पनियों में से सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली कम्पनी के तौर पर चुना जाता है। इस चयन के अंतर्गत हिंडाल्को ने उद्योग के औसत पॉइंट्स यानी 51 पॉइंट्स की तुलना में कुल 75 पॉइंट्स का स्कोर प्राप्त किया था।
यह रैंकिंग, हिंडाल्को के एक लचीले, जिम्मेदार और विश्वसनीय बिज़नेस मॉडल के अंतर्गत कार्य संचालन को लेकर प्रतिबद्धता की पुष्टि करती है।
सबसे खास बात यह कि डीजेएसआई कॉरपोरेट सस्टैंनबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) में पर्यावरणीय, सामाजिक तथा शासन प्रणाली (ईएसजी) के सभी तीनों आयामों के अधिकांश पहलुओं में हिंडाल्को का स्कोर 100 परसेंटाइल का रहा। ईएसजी असेसमेंट डायमेंशन्स में क्लाइमेट स्ट्रेटजी, बायोडायवर्सिटी, पर्यावरण तथा सोशल रिपोर्टिंग, जल सम्बन्धी चुनौतियां, पॉलिसी इंफ्ल्यूएन्स, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट, ह्यूमन कैपिटल डेवलपमेंट, आदि पहलू शामिल हैं।
हिंडाल्को ने उभरते हुए मार्केट्स इंडेक्स में प्रवेश करते हुए पिछले वर्ष ही डीजेएसआई में पदार्पण किया था और 2019 में इसने 60 पॉइंट्स स्कोर करते हुए वैश्विक स्तर पर एल्युमिनियम उद्योग में नम्बर 3 पर जगह बनाई थी।
श्री सतीश पई , मैनेजिंग डायरेक्टर, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने इस अवसर पर कहा-‘यह रैंकिंग, हमारे विश्वसनीय, जिम्मेदार और लचीले बिज़नेस मॉडल के प्रति हमारी प्रतिबध्दता की मजबूती से पुष्टि करता है। इंडस्ट्री लीडर का स्थान पाना, हमारे उन अग्रणी अभियानों और निरन्तर किये जा रहे प्रयासों को पहचान मिलना है जो हम ग्लोबल एल्युमिनियम मेन्युफेक्चरिंग सेक्टर को अधिक सस्टेननेबल रूप में परिवर्तित करने के लिए कर रहे हैं। हमें प्रसन्नता है कि हमने अपने ओवरऑल सस्टैंनबिलिटी स्कोर को पिछले वर्ष के 60 से आज 75 पर लाकर महत्वपूर्ण सुधार दर्शाया है। यह इस बात का तो संकेत है कि हम सही रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं साथ ही इस बात की प्रेरणा भी देता कि हमें इस यात्रा को तेजी से आगे बढ़ाना है।’
श्री मनजीत जस, ग्लोबल हेड, ईएसजी रिसर्च एंड डाटा, एस एंड पी ग्लोबल ने कहा-‘हम हिंडाल्को को, एल्युमिनियम उद्योग में डीजेएसआई इंडस्ट्री लीडर बनने और डीजेएसआई के उभरते मार्केट के सदस्य बनने पर बधाई देते हैं। एक डीजेएसआई डिस्टिंक्शन का प्राप्त होना एल्युमिनियम उद्योग में सस्टैंनबिलिटी लीडर होने को दर्शाता है। 2020 कॉरपोरेट सस्टैंनबिलिटी असेसमेंट में हिस्सा ले रहीं रिकॉर्ड संख्या में उपस्थित कम्पनियों तथा इस वर्ष के लिए शामिल किए गए सख्त नियमों के साथ इस रैंकिंग का मिलना, हिंडाल्को को सबसे अलग कीर्तिमान के रूप में स्थापित करता है और लोगों तथा इस ग्रह के लिए निरन्तर दर्शाई जा रही प्रतिबद्धता को पुरस्कृत करता है।’
गौरतलब है कि आर्थिक चक्र को बनाये रखने में एल्युमिनियम उद्योग बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। यह अपने द्वारा बनाये गए उत्पादों से निकलने वाले कचरे को कम करने तथा ऊर्जा की बचत करने में योगदान दे सकता है। एल्युमिनियम उत्पाद, प्रोडक्शन की प्रक्रिया और यूज़ फेज में ऊर्जा की बचत करने में योगदान दे सकते हैं क्योंकि एल्युमिनियम हल्का होता है और इसकी रीसाइक्लिंग में अन्य मटेरियल्स की तुलना में कम ऊर्जा खपत होती है।
सस्टैंनबिलिटी के मामले में हिंडाल्को ने कई इनोवेटिव कदम आगे बढ़ाए हैं। एक ग्लोबल-फर्स्ट अभियान में एल्युमिनियम प्रोसेसिंग बाय प्रोडक्ट से वैल्यू की रचना करके, हिंडाल्को ने खदान के संसाधनों की जगह पर लाल मिट्टी के उपयोग के लिए सीमेंट मेन्युफेक्चरर्स से टाय-अप किया है। यह एल्युमिनियम तथा सीमेंट दोनों ही सेक्टर्स में पर्यावरण पर पड़ने वाले बुरे प्रभाव को कम करने की दिशा में एक अग्रणी प्रयास है। हिंडाल्को एल्युमिनियम दुनिया की पहली ऐसी कम्पनी है जिसने लाल मिट्टी के उपयोग से यह महत्वपूर्ण खोज की है।
प्रोडक्ट स्टीवर्डशिप में हिंडाल्को के प्रयास सस्टेननेबल ट्रांसपोर्टेशन (परिवाहन) तथा लॉजिस्टिक के इर्द गिर्द घूमते हैं। भारत का पहला लाइटवेट एल्युमिनियम ट्रेलर तथा बल्कर जो कि ट्रांसपोर्टर्स को प्रति ट्रेलर 15,000 लीटर तक ईंधन बचाने में मदद करते हैं, उन्हें हिंडाल्को द्वारा ही विकसित और कमर्शियल किया गया है। इसके अलावा हिंडाल्को का एक अन्य अभियान खाद्य पदार्थों के लिए जूट और एल्युमिनियम के कॉम्बिनेशन बैग्स की सस्टेननेबल पैकेजिंग से जुड़ा है।
इसके अतिरिक्त हिंडाल्को सस्टेननेबल माइनिंग (खनन) पर जेंटो/ जेंटियो के साथ मिलकर कार्य कर रहा है, जो कि पानी और बायोडायवर्सिटी (जैव विविधता), सामुदायिक जीवनयापन तथा स्वास्थ्य, आदि में अच्छे पर्यावरण अभ्यासों पर ध्यान केंद्रित किये हुए है। जैव विविधता पर किया जा रहा कार्य, हिंडाल्को की विभिन्न लोकेशन्स पर इंटरनेशनल यूनियन फ़ॉर कंजरवेशन ऑफ नेचर फ़ॉर बायोडायवर्सिटी मैनेजमेंट के साथ नो नेट लॉस के गोल के साथ पार्टनरशिप में जारी है। हिंडाल्को अपनी माइनिंग लोकेशन्स पर रेनवाटर हार्वेस्टिंग तालाब तथा पोखर निर्माण में सहायता और स्थानीय समुदायों के लिए सीएसआर गतिविधियों के जरिये कृषि-जल प्रबंधन आदि के साथ वाटर पॉजिटिविटी पर भी काम कर रहा है।
डीजेएसआई, अपनी ट्रांसपेरेंट नियम आधारित इंडेक्स मेथोडोलॉजी यानी एस एंड पी के साथ कम्पनियों की सस्टैंनबिलिटी प्रेक्टिसेस के एक वार्षिक मूल्यांकन, SAM की कोर्पोरेट सस्टैंनबिलिटी असेसमेंट (सीएसए) से प्राप्त दृढ़ डाटा को भी साथ जोड़ता है। प्रत्येक वर्ष SAM दुनियाभर की 7,300 से भी अधिक कंपनियों का मूल्यांकन करता है।