गजब:: 7 साल से गुमशुदा है MBBS डॉक्टर…लेकिन सेलरी रही निकल…जिपं उपाध्यक्ष ने थाने में दिया ज्ञापन..
अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ एक डॉक्टर 2007 से लापता है जिसकी तलाश अब की जा रही है सबसे हैरानी की बात यह है कि लापता चिकित्सक की सैलरी हर माह निकल रही है।
कोरिया जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ार के गुमशुदा डॉक्टर मनोज सिंह की शिकायत पटना थाने तक जा पहुंची है। यह शिकायत लेकर जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी, घनश्याम जायसवाल, बीडीसी कमल कांत साहू, विजय सिंह, सागर शर्मा, सुजीत सोनी, रोहित कोरी, अखिलेश सिंह, मोती गुप्ता, दिवाकर सिंह सहित दर्जनों लोगों ने स्थानीय थाना पटना पहुच डॉक्टर के गुम होने की सुचना दी और जल्द ढूंढने हेतु ज्ञापन थाना प्रभारी को दिया।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी ने बताया कि MBBS. डा. मनोज सिंह की पदस्थापना 1 जनवरी 2011 को की गई थी। लेकिन वे जनवरी 2013 से आज दिनांक तक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बुढ़ार में अपनी सेवाएं ग्रामवासियों को नही दे रहे हैं। जबकी उनका वेतन हर महीने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ार से भुगतान किया जा रहा है, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बुढ़ार में वर्ष 2013 से आज दिनांक तक कोई भी MBBS डॉक्टर नही बैठ रहे हैं। जिससे बुढ़ार, कसरा, कुडेली, सरभोका, शिवपुर, पसला, कदम नारा, झरना पारा, जयपुर, गोल्हा घाट, रघुवीर नगर क्षेत्र के समस्त गांव जहां की जनसंख्या करीब 30 हजार से भी अधिक है इन क्षेत्रों की जनता को इलाज के लिए लंबी दूरी तय कर जिला चिकित्सालय जाना पड़ रहा है। वही कोरोना सक्रमण से बचाव के लिए वैक्सीन त्रिवर्षीय पाठ्यक्रम वाले चिकित्सकों से मजबूरन लगवाया जा रहा है।
जिला पंचायत उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी ने थाना प्रभारी से निवेदन किया हैं कि गुमशुदा डा. मनोज सिंह की तलाश कर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बुढ़ार में सेवाएं देने भेजे।