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यहां इस क्षेत्र में हाथियों का आतंक खत्म करने नन्द कुमार साय मिले पीसीसीएफ से, जमीनी स्तर पर हाथियों से निपटने योजना बनाने के दिये निर्देश

 

जशपुर। वन परिक्षेत्र तपकरा क्षेत्र के गांव में दंतैल हाथियों का आतंक लगातार जारी है। दो दिन में इस दूसरी घटना के बाद प्रखर आदिवासी नेता और राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के पूर्व अध्यक्ष नन्द कुमार साय ने बारम्बार घट रही घटना को गम्भीरता से लिया है। वे आज रायपुर में पीसीसीएफ राकेश चतुर्वेदी और वन्य प्राणी संरक्षण पीसीसीएफ पीवी नरसिम्हा राव से मिले। उन्होंने तपकरा के आसपास के गांवों में हिंसक हाथियों के हमले से बेकसूर लोगो की जा रही जान को लेकर अधिकारियों को ठोस और जमीनी स्तर पर कदम उठाने को कहा है। श्री साय ने आला वन अधिकारियों से क्षेत्र में लेमन ग्रास का उत्पादन के हाथियों के आने वाले रास्तों में बिछाने कहा। ताकि ग्रास के गंध से हाथी उस एरिया में न आ सकें। इसके साथ ही मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देकर जंगल के वृक्षों में मधुमक्खी पालन करने को कहा। बता दें कि जिन जगहों पर मधुमक्खी का छत्ता होता है उन जगहों पर हाथी नहीं आते। नन्द कुमार साय ने चिंता व्यक्त करते हुए अधिकारियों को हिदायत दी कि अब वे तपकरा क्षेत्र में और हाथों के आतंक को बर्दाश्त नहीं कर सकते उन्होंने कहा कि वन अधिकारी नए सिरे से प्लान बनाकर टपकारा के आस-पास के गांव को हाथियों से मुक्त करें।
आपको बता दें कि मंगलवार की सुबह फिर एक मजदूर किसान को दंतैल हाथी ने रौंद दिया है, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। घटना ग्राम बाबू साज बहार की है जहां एक दंतैल सहित तीन हाथी पहुंचे। मिली जानकारी के मुताबिक मृतक ग्राम बाबू साज बहार निवासी मजदूर किसान युवक का नाम श्याम कुमार पिता रोहिदास उम्र 42 वर्ष बताया जा रहा है। श्याम कुमार मंगलवार सुबह लगभग 6:00 बजे शौच के लिए घर के पास स्थित खेतों में निकला था और घर के पास ही हाथी विचरण कर रहा था जिस पर पहले उसकी नजर नहीं पड़ी और जब तक नजर पड़ती बहुत देर हो चुकी थी। उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले सोमवार को वन परिक्षेत्र में दतेल के हमले से 1 मौत हुई है और 2 दिनों में मौत की यह दूसरी घटना है वहीं अन्य लोग दतेल के हमले से गंभीर घायल भी हुए हैं। क्षेत्र में गजराजों का कहर जारी है और लोग सर में कफन बांधकर घूम रहे हैं। नन्द कुमार साय ने जिस मुस्तेदी से वन अधिकारियों से चर्चा की है उससे लगता कि वन विभाग मामले को गम्भीरता से लेगा।

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