
कबाड़ से जुगाड़ कर यहां के छात्रों ने बनाया गणित और विज्ञान के सिद्धांतों पर आधारित मॉडल …. मिली सराहना.. आत्मविश्वास से परिपूर्ण छात्र
रायगढ़।
संकुल स्तरीय कबाड़ से जुगाड़ छात्रों के द्वारा विज्ञान और गणित के नियमो पर आधारित अपना मॉडल प्रस्तुत किया। कबाड़ से जुगाड कर कुछ बनाना छात्रों की प्रतिभा को निखारना को प्रदर्शित करता है।
शनिवार को विकास खण्ड घरघोड़ा , जिला रायगढ़ के कोटरीमाल संकुल में कबाड़ से जुगाड़ का कार्यक्रम आयोजित किया गया ।यह कार्यक्रम शासकीय हाई स्कूल कोटरीमाल के प्राचार्य संजीव कुमार पटेल के नेतृत्व में सम्पन्न हुआ।
कबाड़ से जुगाड़ यानि कि अनुपयोगी वस्तुओं को लेकर विज्ञान व गणित के सहायक शिक्षण सामग्री बनाना या कोई माडल बनाना होता है। संकुल कोटरीमाल के सभी प्रधान पाठक व शिक्षकों ने अपने अपने स्कूल के बच्चों को पहले से ऐसे माडल दिखा चुके थे।
और अब बच्चों द्वारा कबाड़ सामानों को लेकर ऐसे माडल या टी एल एम बनाना था। ऐसे में सभी स्कूलों से बच्चों द्वारा बेहतरीन माडल,टी एल एम बनाकर लाया गया और बच्चों द्वारा उस टी एल एम/माडल के बारे में प्रस्तुतीकरण किया गया।
इससे बच्चे स्वयं करके सीखने का गुण आत्मसात हो जाता है व हाथों में कार्य करने की क्षमता का विकास होता है।उनका आत्मविश्वास बढ़ता है।
आत्मनिर्भरता जैसे गुणों का विकास होता है। उनके समग्र विकास को बढ़ावा मिलता है।
टी एल एम बनाकर बच्चों के समक्ष उसे रखकर पढ़ाने से बच्चे उसे बेहतर समझते हैं।कम समय में अधिक ज्ञान दिया जाता है। इससे समय की बचत व शिक्षक का बोझ कम होने के साथ साथ उनकी शिक्षण क्षमता व दक्षता बढ़ती है।टी एल एम से बच्चों को समझाने में व उनको समझने में आसानी होती है। इससे शिक्षण कार्य सरल हो जाता है।
सभी शिक्षकों ने बच्चों को माडल या टी एल एम से संबंधित तरह तरह के प्रश्न किए । बच्चों ने अनुशासन में रहकर अच्छे ढंग से कुछ प्रश्नों के उत्तर दिए। बच्चों को सभी उपलब्ध टी एल एम पर शिक्षकों ने विस्तार से समझाया।
कबाड़ से जुगाड़ का कार्यक्रम के लिए कोटरीमाल हाई स्कूल के प्राचार्य महोदय श्री संजीव कुमार पटेल ने प्रथम द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले बच्चों को इनाम के रूप में रूपये व कलम दिए तत्पश्चात् सभी बच्चों को सांत्वना पुरस्कार हेतु एक एक कलम दिए। सभी शिक्षक व बच्चों के लिए नाश्ते की सुव्यवस्था कराई गई थी।