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ब्रेकिंग::बार्डर पर तैनात जाबांज अफसरों की मरी मानवता…बीमार बुजुर्ग को इलाज के लिए नही आने दिया छग..बॉर्डर पर ही हुई कार में हुई मौत…परिजनों ने आरोप लगाते हुए मचाया हंगामा…

अनूप बड़ेरिया

कोरिया जिले से छत्तीसगढ़ बॉर्डर में घुटरीटोला बैरियर से बुजुर्ग बीमार को इलाज के लिए ड्यूटी पर तैनात अफसरों ने छत्तीसगढ़ से मनेंद्रगढ़ स्थित सेंटर हॉस्पिटल जाने की अनुमति नहीं थी जिसका नतीजा यह हुआ कि 70 वर्षीय बुजुर्ग की बेरियर के निकट एक कार में मौत हो गई।

इस पूरे मामले में मिली जानकारी के अनुसार राकेश और उसके भाई निलेश मिश्रा एसईसीएल कोरबा में कार्यरत हैं। मंगलवार को अपने बीमार पिता केशव मिश्रा 70 वर्ष का उपचार कराने कार द्वारा दोनों भाई उमरिया से बिलासपुर जा रहे थे। इसी बीच रास्ते में बुजुर्ग केशव की तबियत अचानक बिगड़ने लगी। दोनों भाइयों ने सोचा कि पास नहीं मनेंद्रगढ़ में एसईसीएल का सेंट्रल हॉस्पिटल है जहां उनका उपचार कराया जा सकता है। घुटरी टोला बैरियर में पहुंचने के बाद राकेश और नीलेश ने बैरियर में तैनात पुलिसकर्मियों और अधिकारियों से विनती की उन्हें पिता के उपचार के लिए सेंट्रल हॉस्पिटल तक जाने की परमिशन दे दी जाए। लेकिन ड्यूटी में तैनात जांबाज अफसरों ने छत्तीसगढ़ का परमिशन न होने का हवाला देकर उन्हें मना कर दिया। दोनों भाई और उनकी माता के रोने-गिड़गिड़ाने का भी इन कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों पर कोई फर्क नहीं पड़ा।
नतीजा यह हुआ कि बुजुर्ग की हार्टअटैक से कार में ही मौत हो गई। जिसके बाद दोनों भाइयों का रोना बिलखना आरम्भ हो गया। वहीं घटना की जानकारी मिलते ही मदद की और रिश्तेदार भी वहां आ पहुंचे और उन्होंने जमकर हंगामा मचाया। मामले का पता चलते ही कई अधिकारी भी घुटरी टोला बेरियर पर पहुंच गए हैं।

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