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लॉक डाउन में रिटायर्ड भृत्य से एकाउंटेंट मांग रहा था रिश्वत…एसीबी ने रंगे हाथों पकड़ा..और फिर…

मुकेश गर्ग सूरजपुर
कोरोना काल में जहां स्वास्थ्य कर्मीयों को लोग भगवान की संज्ञा दे रहें है। वही स्वास्थ्य मंत्री के क्षेत्र में उनके विभाग में भृत्य के पद से सेवानिवृत्त हुए कर्मचारी से पेंशन और जमा राशि निकालने के नाम पर रिश्वत लेते लेखापाल को एंटी करप्शन ब्यूरो ने कार्यालय में रंगे हाथ पकड़ा है। आरोपी के विरूद्ध धारा-7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत विधिवत कार्रवाई किया गया।
जानकारी के अनुसार बिनेश्वर राम टेकाम खण्ड चिकित्सा अधिकारी कार्यालय प्रतापपुर में चतुर्थ वर्ग भृत्य के पद में पदस्थ था। जो कि जनवरी 2019 को सेवानिवृत्त हो चुका था. सेवानिवृति के पश्चात् उसे ग्रेचुवटी और अन्य राशि मिलाकर लगभग 10 लाख रुपए मिलना था. जिसमें से पहला किस्त के रूप में उसे 07 लाख रुपए मिल चुका था. भृत्य बिनेश्वर ने शेष 03 लाख रुपए के लिये एवं पेंशन प्रकरण तैयार करने के लिये कार्यालय खण्ड चिकित्सा अधिकारी प्रतापपुर में जाकर लेखापाल गिरवर कुशवाहा से मिला. लेखापाल गिरवर कुशवाहा ने शेष राशि का बिल बनाकर ट्रेजरी में प्रस्तुत करने और पेंशन प्रकरण तैयार करने के एवज में 16 हजार रुपए रिश्वत की मांग की. प्रार्थी से लेखापाल गिरवर कुशवाहा पूर्व में भी 7 लाख रुपए दिलाने के एवज में 19 हजार रुपए ले चुका था. वही लेखापाल की मांग से परेशान प्रार्थी ने 17 मार्च 2020 को लिखित शिकायत उप पुलिस अधीक्षक, एन्टी करप्शन ब्यूरो, अम्बिकापुर को किया. शिकायत की वाइस रिकार्डर के जरिए सत्यापन कराए जाने पर सही पाया। वही एसीबी की टीम ने गुरूवार को बीएमओं कार्यालय प्रतापपुर पहुॅचकर लेखापाल गिरवर कुशवाहा को भृत्य बिनेश्वर सिंह टेकाम से 16 हजार रुपए रिश्वत लेते हुये रंगे हाथों पकड़ा। वही लेखापाल गिरवर कुशवाहा के विरूद्ध धारा-7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत विधिवत कार्रवाई किया गया।

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