
राजनीतिक टकराहट या महज संयोग..! जिस नाली निर्माण कार्य का भूमिपूजन विधायक ने किया दुबारा जिपं उपाध्यक्ष से कराया गया…
कोरिया कांग्रेस में अब अघोषित रूप से राजनीतिक टकराहट देखने व सुनने को मिलने लगी है। आपसी समन्वय व तालमेल की कमी से बड़े नेताओं के ईगो प्रॉब्लम की वजह से कार्यकर्ताओं की मुसीबत बन पड़ी है।
दरअसल 12 मई को जनपद पंचायत की उपाध्यक्ष श्रीमती आशा महेश साहू द्वारा ग्राम पंचायत छिंदीया स्थानीय विधायक श्रीमती अम्बिका सिंहदेव द्वारा सरगुजा विकास प्राधिकरण मद से बनने वाली 10 लाख की लागत से शैलेंद्र सिंह के घर से पुलिया तक 450 मीटर नाली निमार्ण का विधिवत भूमिपूजन कराया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थक उपस्थित रहे। लेकिन 5 दिन बाद ही 17 मई को ग्राम पंचायत छिंदीया की सरपंच श्रीमती हेमलता और उपसरपंच चंद्रप्रताप सिंह ने जिला पंचायत के उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी को बुलाकर उनके अनेकों समर्थकों की मौजूदगी में एक बार फिर इसका भूमिपूजन करा काम भी आरम्भ करा दिया।
अब सवाल यह उठता है कि एक ही कार्य का दो अलग-अलग भूमिपूजन क्यो..? और यदि करना था तो आपसी और विभागीय तालमेल से विधायक और जिपं उपाध्यक्ष दोनों को बुलाकर एक दिन-एक साथ इसका शुभारंभ करना था। अब या तो यह समर्थकों का उतावलापन है या फिर दिग्गज नेताओं की टकराहट…वस्तुस्थिति चाहे जो भी हो लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसके अलग-अलग मायनों की चर्चा चल चुकी है…इतना तो है जिला पंचायत सदस्य के बाद उपाध्यक्ष बन कर वेदांती तिवारी की राजनीति भी एक बार फिर चमक उठी है…इसलिए राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता स्वभाविक है…
” जिला अध्यक्ष नजीर अजहर कहते हैं है कि कांग्रेस में टकराहट जैसा कुछ नही है…मिस अंडरस्टैंडिंग है..दरअसल कोरोना की वजह से जल्दबाजी में भूमिपूजन उपाध्यक्ष द्वारा विधायक के हाथों कराया गया..सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान भी रखना है..सीईओ और जपं अध्यक्ष भी नही रहे…दुबारा भूमिपूजन जानकारी के अभाव में हुआ होगा..तूल देने जैसा विषय नही है…दोनों नेताओं में अच्छा सामंजस्य है। “