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कोल श्रमिको को व्यापारियों का भी मिला समर्थन…विधायक भी पहुंचे खदान धरने में…10 करोड़ का नुकसान कोयला कम्पनी को…केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ जारी है हड़ताल…

कोयला उद्योग में कॉमर्शियल माइनिंग लाने और केंद्र सरकार की कथित मजदूर विरोधी नीति के खिलाफ दो जुलाई से शुरू हुई तीन दिवसीय हड़ताल को लेकर चिरमिरी क्षेत्र की विभिन्न खदानों में हड़ताल के पहले दिन उत्पादन पूरी तरीके से ठप रहा। जिले भर में एक दिन में ही कोल प्रबंधन को 18 हजार 6 सौ टन का एक दिन में लगा फटका लगा है इसमें चिरमिरी क्षेत्र की खदानों से 6 से 7 करोड़ टन का कोयला उत्पादन किया जाता था जोकि हड़ताल के पहले दिन पूरी तरीके से ठप रहा जिससे एसईसीएल चिरमिरी को लगभग 10 करोड़ रुपयों का नुकसान हुआ। वहीं क्षेत्र में अति सेवा के लिए एक निश्चित संख्या में श्रमिक अपनी सेवाएं दे रहे हैं जिससे कि लोगों को बिजली पानी जैसी बुनियादी जरूरतों की किल्लत से न जूझना पड़े। गौरतलब है कि, चिरमिरी क्षेत्र की समस्त खदानों में हड़ताल का व्यापक असर देखने को मिला। खदानों के बाहर सुबह से ही श्रम संगठनों के पदाधिकारी व कार्यकर्ता केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों का विरोध प्रदर्शन करते नजर आए।

   

शहर के पांच श्रमिक संगठनो को और अधिक बल देते हुए मनेंद्रगढ़ विधान सभा के विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल ने इनका समर्थन कर स्वयं चिरमिरी की खुली और भूमि गत खदानों में पहुच कर अपना सर्मथन दिया और केंद्र सरकार की मजदुर विरोधी नीति का विरोध करते हुए आड़े हाथो लिया कोयला खदानों में विरोध कर रहे श्रमिक संगठनो के साथ उपस्थित मजदूरो को कांग्रेस पार्टी की उपलब्धियों को बताते हुए भाजपा की करनी और कथनी बताई और स्वर्गीय इंद्रा गांधी को याद दिलाया ।

बीते दिवस से चल रही तीन दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन शुक्रवार को विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल और ब्लाक कांग्रेस कमेटी चिरमिरी के आह्वान पर नगर निगम चिरमिरी के व्यापार संघ से रात्रि कालीन बैठक कर चिरमिरी के अस्तित्व को बचाने और पुरे शहर की पहचान काले हीरे की नगरी की बात रख कर अपना समर्थन देने की सहमती बनाई गई थी जिसको लेकर चिरमिरी शहर के व्यपारियों ने तीन दिवसीय हड़ताल में काँधे से कांधा मिला कर चलते हुए अपने व्यापार को बंद कर केंद्र सरकार की मजदुर विरोधी नीतियों का सड़को पर उतर कर विरोध किया जो शहर के हृदय स्थल हल्दीबाड़ी और बड़ी बाजार क्षेत्र में देखने को मिला जिसमे शहर के व्यापारी भी इन पांच श्रमिक संगठनो और अपने विधायक के समर्थन में संकेतिक तरीके से विरोध करते दिखे । बहरहाल तीन दिवसीय संयुक्त मोर्चे की हड़ताल का एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र की खदानों में अच्छा खासा असर पड़ा यहां हड़ताल से कार्यालय से खदान तक प्रभावित हुए । कमर्शियल माइनिंग वाणिज्यिक खनन के माध्यम से अनुमति दिए जाने वाली नीति कोयला खनन पर रोक लगाने संबंधी प्रमुख मांग के साथ मुख्य रूप से 5 सूत्री मांगों को लेकर बीके के एम एस ,एच एम एस ,एटक, सीटू, इंटक, एस ई केएमसी, एसटी एससी ओबीसी एसोसिएशन, इन मौसा, सिस्टा ,ऑपरेटर एसोसिएशन चिरमिरी क्षेत्र के संयुक्त आह्वान पर तीन दिवसीय हड़ताल के प्रथम और दूसरे दिन भी एसईसीएल चिरमिरी क्षेत्र की खदानों पर अच्छा खासा असर दिखाई पड़ा है वही कार्यालय के कामों पर भी खासा प्रभाव पड़ा। इस हड़ताल से एक ओर जहां कोयला उत्पादन प्रभावित हुआ है वही दूसरी ओर कोयला परिवहन भी ना के बराबर ही रहा । अपने दायित्व को निभाते हुए एसईसीएल प्रबंधन द्वारा श्रम संगठनों
व मजदूरों से अपील करके हड़ताल पर ना जाने तथा उत्पादन को पुनः शुरू करने का अनुरोध किया गया था। पर अनुरोध के बाद भी 98 प्रतिशत कोयला श्रमिक हड़ताल के पक्ष में रहे जिससे लगता है कि कोयला श्रमिकों की हड़ताल की प्रमुख मांगों में कमर्शियल माइनिंग वाणिज्य के खनन के माध्यम से अनुमति दिए जाने वाले नीति कोयला खनन पर रोक लगाना सीआईएल एवं एवं एससीसीएल को कमजोर करने या निजीकरण की दिशा में सभी प्रयासों पर अविलंब रोक लगाना सीआईएल एवं एससीसीएल को अलग करने का निर्णय वापस लेना सीआईएल एवं एससीसीएल में अनुबंध श्रमिकों के लिए बढ़ा हुआ वेतन लागू करना व नेशनल कोल वेज एग्रीमेंट के खंड और सीआईएल अपैक्स जेसीसी की बैठकों के दौरान उठाए गए सभी निर्णित मुद्दों को लागू करना शामिल रहा है । बावजूद इसके अपनी तीन दिवसीय हड़ताल में मांगे पूरी नहीं होने पर आगे अनिश्चित कालीन हड़ताल करने की बात कही जा रही है । जो देश की आर्थिक स्थिति पर एक बड़ी चोट साबित होगी ।। इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से ब्लाक अध्यक्ष सुभाष कश्यप, वरिष्ठ कांग्रेसी शंकर रॉव, दिनेश यादव, शिवांश जैन , वाचस्पति दुबे , राम प्यारे चौहान, ओपी प्रीतम, राजू तिवारी, सलीम, अभिषेक जैन, प्रमोद सिंह, श्रमिक संगठन के राजेश द्विवेदी, नूरुद्दीन देश मुख्य, राजू सलीम, राजेश्वर श्रीवास्तव, राजेश महराज, भपेंद्र सिंह उर्फ़ पाजी, राम कुमार कनोजिया, लिंग राज नायक, मुस्ताक अली के साथ भारी संख्या में ब्लाक कांग्रेस कमेटी चिरमिरी, श्रमिक संगठन एसईसीएल चिरमिरी , व्यापारी संघ चिरमिरी के पदाधिकारी और सदस्य मौजूद रहे ।

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