
लंबे इंतजार के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 2 फरवरी को करेंगे शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा का अनावरण ….पढ़े पूरी खबर
रायगढ़
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में शहीद कर्नल विपल्व त्रिपाठी की प्रतिमा का अनावरण 2 फरवरी को मुख्य मंत्री विष्णुदेव साय के हाथो किया जाएगा। देश के लिये परिवार समेत अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले रायगढ़ के बलिदानी कर्नल विप्लव त्रिपाठी को 13 नवंबर 2021 को बेस कैंप लौटने के दौरान घात लगाए उग्रवादी उनके काफिले पर हमला कर दिए थे। इस हमले में कर्नल विप्लव सहित पांच जवान शहीद हो गए थे। उनकी पत्नी अनुजा और बेटे की भी मौत हो गई थी। देश के सैन्य इतिहास में यह अपने आप में पहली घटना है जब उग्रवादियों ने एक कर्नल की उसके परिवार समेत हत्या कर दी हो।
शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा का अनावरण 2 फरवरी को किया जायेगा। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के द्वारा बलिदानी विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा, सैन्य जीवन का शिलालेख और स्मृति शिलालेख का अनावरण किया जायेगा। इस गौरवशाली आयोजन के लिये जिला प्रशासन और शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई है।
विदित हो कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा का अनावरण स्वयं करने की बात उनके परिजनों से मिलकर की थी। मुख्यमंत्री 2 फरवरी को शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम स्थित शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा का अनावरण करने आ रहे हैं। उनके साथ रायगढ़ विधायक व वित्त मंत्री ओपी चौधरी समेत कुछ और नेता हो सकते हैं। शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में करीब 5 हजार लोगों के बैठने की व्यवस्था के साथ ही भव्य मंच बनाया जा रहा है।
शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा को परिजनों द्वारा पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर के मूर्तिकार द्वारा बनवाया गया है। मिश्र धातु से निर्मित 280 कि.ग्रा. की यह मूर्ति हजारों साल तक क्षरणरहित रहेगी। रायगढ़ के सपूत शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी की प्रतिमा अनावरण को लेकर लोगों में काफी उत्साह है वह अपने हीरो की मूर्ति को देखने और उनके सामने नतमस्तक होने बेताब है। 2 फरवरी 2024 के दिन शहीद कर्नल विप्लव त्रिपाठी स्टेडियम में उनकी मूर्ति अनावरण के साथ ही देशभक्ति से परिपूर्ण गीत-संगीत बजाये जायेंगे।
बता दें कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और संविधान निर्मात्री सभा के सदस्य पंडित किशोरी मोहन त्रिपाठी के पौत्र कर्नल विप्लव अपनी पत्नी अनुजा और बेटे अबीर के साथ मणिपुर के चूड़ाचांदपुर में सिंघट पोस्ट पर मेडिकल इंस्पेक्शन रूम के उद्घाटन समारोह में गए थे और लौटने के दौरान उग्रवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले में कर्नल विप्लव त्रिपाठी अपनी बीवी बच्चों के साथ शहीद हो गए थे।