
TI सौरभ ने पदभार संभालते ही कई चोरियों की सुलझाई गुत्थी…आरोपी हुए गिरफ्तार…
अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले के पटना थाना प्रभारी उप निरीक्षक सौरभ कुमार द्विवेदी ने पदभार ग्रहण करने के साथ ही ग्राम पटना परसापारा, ग्राम कुडेली बाजारपारा एवं ग्राम जमगहना, बाजारपारा में घटित चोरी की घटनाओं का खुलासा करने में सफलता हासिल की है।
पूरे मामले में मिली जानकारी के अनुसार 26 फरवरी 2020 की रात परसापारा पटना में सुशील शुक्ला के मकान का दरवाजा तोडकर नगदी 15 हजार रूपये एवं चॉँदी का सिक्का चोरी कर अज्ञात चोर द्वारा ले जाने की रिपोर्ट पर मुखबीर से प्राप्त सूचना पर ग्राम जमगहना के एक नाबालिग से पूछताछ करने पर जुर्म करना स्वीकार कर घटना में प्राप्त नगदी रकम को खर्च कर डालना बताया और चाँदी का सिक्का को छुपा कर रखना बताया, जो बरामद कराने पर जप्त कर नाबालिग को गिरफ्तार किया गया। इसी प्रकार 10 अक्टूबर 20 के दरम्यानी रात ग्राम कुडेली में एकसाथ बनी चार दुकानों में ताला तोडकर दुकान अंदर घुसकर अज्ञात चोर द्वारा चार बंडल तार एवं चिल्हर पैसा तथा 50 रूपये के नोट फर्नीचर का सामान कुल 20 हजार रूपये का लगभग सामान एवं नगदी चोरी करने की रिपोर्ट राम प्रसाद पिता स्व रामस्वरूप साहू द्वारा किये जाने पर धारा 457,380 ता, हि.कायम कर विवेचना में लिया गया था। मुखबीर से प्राप्त सूचना पर संदेही संजय सिंह, चन्द्रभान एव दो नाबालिगों से पूछताछ करने पर जुर्म करना स्वीकार किये। फर्नीचर का सामान को वहीं पर पैसे की तलाश में तीतर-बीतर करना बताये, नगदी एवं तार का बंडल चोरी करना बताये, जो हिस्सा में मिला नगदी रकम खर्च कर डालना बताये एवं एक-एक बंडल चोरी किया बिजली का तार को बरामद कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया।
वही 5 फरवरी 21 के दरम्यानी रात ग्राम जमगहना बाजारपारा में मकान निर्माण के लिये रखा गया दो क्विंटल लोहे का सरिया कीमती लगभग 12 हजार रूपये का चोरी होने की रिपोर्ट एम.एस.एहसानुलहक द्वारा व संदेही संजय सिंह, चन्द्रभान सिह एवं दो अन्य नाबालिग के उपर संदेह जाहिर किया था।जो विवेचना के दौरान संदेहियों से पूछताछ करने पर जुर्म करना स्वीकार कर घटना में चोरी किये गये दो क्विटल सरिया कीमत 12 हजार रूपये का बरामद कराये जो विधिवत जप्त कर सभी को गिरफ्तार कर विधिवत कार्यवाही कर सफलताहासिल की गई।
सम्पूर्ण कार्यवाही में पटना पुलिस की ओर से थाना प्रभारी उप निरीक्षक सौरभ कुमार द्विवेदी,
सउनि ओपी. दुबे, स.उ.नि. लवांग सिंह, आरक्षक- अंबुज सिंह, गोपाल यादव, एवं राजेश्वर साहू का
सराहनीय योगदान रहा।