♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

जल संसाधन विभाग के दफ्तर में होती है शराबखोरी …. कार्यपालन अभियंता के खिलाफ हुए शिकायत से हुवा खुलासा ….ईई धवनकर ऑफिस में रहते है नशे में धुत्त ….नशे में धुत्त होकर हुज्जतबाजी का आरोप …. कलेक्टर से शिकायत

एक कर्मचारी ने उन पर शराब के नशे में धुत्त होकर ऑफिस पहुंचने और गाली-गलौज व मारपीट की कोशिश करने के आरोप लगाते हुए इसकी लिखित शिकायत तक कर डाली

 

रायगढ़। जल संसाधन विभाग के एक अधिकारी ने दूसरे अधिकारी पर शराब के नशे में हुज्जत बाजी का आरोप लगाया है । इतना ही नही पीड़ित ने इसे लेकर कलेक्टर से लिखित शिकायत भी किया है। बता दे कि जल संसाधन विभाग दफ्तर के बाहर शराब की बोतलें आसानी से देखी जा सकती हैजिससे भी साफ जाहिर होता है कि दफ्तर में शराब खोरी आम बात है।
जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता आर. धवनकर पर गंभीर आरोप लगे हैं। उन्हीं के विभाग के सहायक अभियंता ने आरोप लगाये हैं कि अधिकारी ने शराब के नशे में टून्न होकर उसके साथ गाली-गलौज की और मारपीट करने का प्रयास किया। इसकी लिखित शिकायत पीडि़त कर्मचारी ने कलेक्टर सहित उच्च अधिकारियों से की है और ऐसे अधिकारी को यहां से हटाने की मांग की है।
वर्तमान में यहां पदस्थ कार्यपालन यंत्री राजेश धवनकर भी इनमें शामिल हैं। अपने पदस्थापना काल से ही अधिकारी पर नियमित कार्यालय में उपस्थित नहीं रहने के आरोप लगते आये हैं। यहां तक की प्रशासन की विभागीय बैठक में भी ये गायब रहते हैं। यही कारण है कि कलेक्टर तक इस बात की शिकायत हो चुकी है और वे इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए अधिकारी के वेतन रोकने तक के निर्देश दे दिये हैं। इसके बावजूद कार्यपालन यंत्री के कार्यशैली में कोई बदलाव आता नजर नहीं आ रहा है। अब तो उन पर और भी संगीन आरोप लगते जा रहे हैं। उनके ही विभाग के एक कर्मचारी ने उन पर शराब के नशे में धुत्त होकर ऑफिस पहुंचने और गाली-गलौज व मारपीट की कोशिश करने के आरोप लगाते हुए इसकी लिखित शिकायत तक कर डाली है। जल संसाधन विभाग में पदस्थ सहायक अभियंता (संलग्न अधिकारी) एमआई खान ने विभाग के अधीक्षण अभियंता, प्रमुख अभियंता, कलेक्टर व मुख्य सचिव छग शासन को इसकी लिखित शिकायत करते हुए कहा है कि गत 25 फरवरी को दोपहर करीब 12.30 बजे वह अपने तकनीकी कक्ष में था, उसी समय कार्यपालन अभियंता राजेश धवनकर वहां अत्यधिक शराब पीकर आये और बिना किसी वजह के उसे गाली देने लगे। अधिकारी का लिहाज करते हुए वह चुप रहा तो अधिकारी ने कार्यालय से गेट आउट हो जाने के लिए कहा और लडख़ड़ाते हुए उसके साथ मारपीट करने पर उतारू हो गये। किसी तरह वह खुद को बचाकर वहां से भागता रहा।

 

दफ्तर के बाहर पेड़ो के बीच खिड़की के बाहर फेंकी शराब की बोतल

यहां यह बताना जरूरी होगा कि सरकारी विभाग की एक गरिमा होती है, अनुशासन होता है मगर जल संसाधन विभाग में इसकी धज्जियां उड़ायी जाती है। यह तो सहायक अभियंता के शिकायत के बाद अभी मालूम चल रहा है कि यहां के अधिकारी शराब के शौकीन हैं और शराब पीकर ही ऑफिस आया करते हैं जबकि यहां के स्टाफ भी किसी से कम नहीं हैं। यहां कार्यालय के चारों तरफ दीवार के किनारे ही आपको शराब की खाली बोतलें, डिस्पोजल गिलास व मिक्चर के खाली पैकेट रोज नजर आ जायेंगे जो यह बताने के लिए काफी है कि यहां कार्यालयीन समय खत्म होने के बाद क्या होता है।

पत्र में कहा है नशे में धुत्त होकर आते हैं दफ्तर-
सहायक अभियंता एमआई खान ने यह भी आरोप लगाये हैं कि कार्यपालन अभियंता यह उनके आये दिन का रवैय्या है। दारू में धुत्त होकर ही वे कार्यालय आते हैं और अधिनस्थों को इस तरह प्रताडि़त करते रहते हैं। यह एक जिम्मेदार अधिकारी को शोभा नहीं देता। अब तक उनका सम्मान करते हुए वह चुप रहा अब अति हो गई है। सहायक अभियंता ने उच्च अधिकारियों से इसकी शिकायत करते हुए उनको अन्यत्र हटाने की मांग की है अन्यथा यहां कभी भी किसी भी कर्मचारी-अधिकारी के साथ किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना हो सकती है जिसके लिए शासन जिम्मेदार माना जायेगा।

 

पीड़ित शिकायतकर्ता कर्मचारी

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close