प्रभु भाव के भूखे तृप्ति व्यंजनों से नहीं अपितु समर्पण -गरिमा देवी
दक्षिणापथ। भक्ति भगवान कृपा के बिना संभव नहीं है पावन ग्राम लिमतरा मां गायत्री चौक ब्रह्मलीन मातु श्री श्रीमती अभिमती तिवारी के वार्षिक श्राद्ध पर परिवारजनों के द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत महापुराण में आज सप्तम दिवस के कथा द्वारका लीला सुदामा चरित्र परीक्षित मोक्ष का वर्णन करते हुए व्यासपीठ पर विराजमान गरिमा देवी दुर्ग अपने संगीत में मधुर वाणी से समस्त श्रोता समाज को मंत्रमुग्ध कर दिया देवी जी ने कहा भगवान सर्वव्यापी है हम सब चीजों को कर्तव्य कर्म में प्रेषित करने के लिए अंतर ईश्वर कर्म करते हुए दिखाई देते हैं लेकिन वह सब से परे हैं समस्त मंगलो को प्रदान करने वाली भगवान की अलौकिक लीला है गरीब सुदामा को गले लगाकर इंद्र का भवन प्रदान कर दिए हटा हम सदैव उनके चरणों में प्रीति बढ़ाकर संत सत्संग की अभिलाषा करते रहे जो उनकी कृपा के बिना संभव नहीं है उपहार उपसंहार ही कथा वर्णन करने के साथ भगवान श्री जी में तुलसी दल अर्पण किया गया 7 दिनों तक कथा श्रवण करने वाले आसपास एवं जनपरिजन सहित श्रद्धांओं की भीड़ उमड़ पड़ी है कल 15 जुलाई 2019 को 11:00 बजे से 1:30 बजे तक गीता प्रवचन देवी जी का मुख से श्रवण करने का अवसर प्राप्त होगा साथ ही कपिला तर्पण यज्ञ पूर्णाहुति और महा भोग प्रसाद वितरण होगा!!