
5 करोड़ के गोबर खरीदी की नही दे रहे जानकारी…दे रहे केवल जांच का आश्वासन.. RTI कार्यकर्ता बैठा भूख हड़ताल पर…बोले जब तक भ्रष्ट अधिकारियों पर नहीं होगी कार्रवाई तब तक बैठे रहूंगा धरने पर…
शमरोज खान सूरजपुर
क्या सुुुरजपुुर वन विभाग में जंगलराज चल रहा है.? अनियमितता की शिकायतों को लेकर एक महीना पूर्व वन मण्डल खासा सुर्खियों में रहा…यही वजह है ग्रामीण विकास समिति के प्रमुख व आरटीआई एक्टिविस्ट हेमन्त नायडू तमाम शिकायतों को लेकर वन मण्डल दफ्तर के सामने धरने पर बैठ गए है।जिससे वन विभाग की हालत पतली हो गई है । करीब 24 घण्टे से अधिक के धरने के बाद पूर्व प्रभारी डीएफओ के लिखित आश्वासन के बाद उन्होंने धरना समाप्त करवा दिया था। उन्हें दिए गए लिखित आश्वासन में उनकी शिकायतों की कमेटी के माध्यम से जांच करा कर एक महीने में कार्रवाई का भरोसा दिया गया था।
नायडू के जो आरोप है उनके अनुसार जिले में करीब 5 करोड़ की गोबर खरीदी की गई है उसकी उन्होंने जानकारी चाही है। इसके अलावे रामानुजनगर ब्लॉक के अर्जुनपुर मे डब्लूबीएम सड़क निर्माण में धांधली, रोजगार गारंटी के काम को मशीनों से कराए जाने, 184 रुपए की जगह 50 रुपए रॉयल्टी पटा कर राजस्व नुकसान करने तथा बिना जीएसटी के करोड़ो रूपये का भुगतान आदि किये जाने की शिकायत व जांच की मांग की गई है। लेकिन एक महीना बीत जाने के बाद भी जांच में लीपापोती की जा रही है।
हेमंत कुमार नायडु 17 मार्च से वन मण्डल दफ्तर के सामने फिर से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल धरने पर बैठ गए हे आज उनका दूसरा दिन है उनका कहना है कि की जब तक वन परीक्षेत्रधिकारी के ऊपर एफआईआर नहीं होती है तब तक धरने से वह भूख हड़ताल खत्म नहीं करूंगा उन्होंने बताया कि 1 महीने का जो आश्वासन मुझे मिला था जो जांच अधिकारी आए थे केवल फॉर्मेलिटी जांच किया गया जबकि जांच अधिकारी को हेमंत कुमार नायडु ने बताया कि जगतपुर से हरदेवा मार्ग पर 2 किलोमीटर डब्ल्यूबीएम रोड मे मुर्म डाला गया है गिट्टी नहीं डाली गई है मकरबंधा से मुर्म खोद ने का प्रमाण दिखाया तथा गांव वाले से बयान भी दिलवाया गया की यहां से कई ट्रैक्टर मुर्म निकालकर रोड में डाला गया है उसके बाद भी फॉर्मेलिटी के तौर पर रेंजर द्वारा तीन ट्रैक्टर ड्राइवरों से झूठा बयान दिलवाकर फॉर्मेलिटी पूरा कर दिया गया
इन्हीं सब बातों को लेकर हेमंत कुमार नायडु आज 17 मार्च से वन मंडल दफ्तर के सामने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं आने वाला समय ही बता सकता है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों पर कब होगी कार्यवाही..?
सूरजपुर DFO नहीं उठाते हैं कॉल
इस संबंध में हमारे जिला प्रतिनिधि ने बात करना चाहा कई बार कॉल किया लेकिन सूरजपुर डीएफओ फोन नहीं उठाए।