
परिवारवाद कांग्रेस में होता है भाजपा में नहीं..जिलाध्यक्ष कृष्ण बिहारी जायसवाल जैसा कोई नहीं…अंकुर जैन
भाजपा नेता अंकुर जैन ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया के माध्यम से मुझे पता चला कुछ लोग भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष के ऊपर निराधार बयान बाजी कर रहे हैं तथा उनकी कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा कर रहे हैं । उनके सवाल हैं पुराने कार्यकर्ताओं को महत्व नहीं मिल रहा है यह समझ से परे है क्योंकि यदि सभी लोग पुराने कार्यकर्ता हैं निश्चित तौर पर पार्टी के महत्वपूर्ण पदों पर रहने का मौका मिला है, पार्टी ने उनको हमेशा सम्मान और पद दोनों दिया है । 15 साल भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी सरकार में रहते हुए उन पुराने कार्यकर्ताओं ने पार्षद के रूप में जिम्मेदार पदों में आसीन पदाधिकारियों के रूप में सत्ता का पूर्ण लाभ लिया है । आज हम विपक्ष में हैं हमें पुणे संगठित होकर कोरिया जिले के तीनों विधानसभा को जितना है और ऐसे समय में पार्टी और संगठन के खिलाफ बातें करना शोभा नहीं देता। किसी भी प्रकार की असंतुष्ट स्थिति के बातों को पार्टी फोरम में जिला कार्यालय में रखना चाहिए । सार्वजनिक रूप से बयानबाजी करना मीडिया में बयानबाजी करना पूर्ण रूप से अनुचित है । भारतीय जनता पार्टी के ना ऐसे संस्कार हैं और ना ही ऐसा प्रशिक्षण कार्यकर्ताओ को दिया जाता है ।
प्रदेश से अपने स्तर पर संगठन में प्रशिक्षण का दौर चला कई मोर्चों पर वर्तमान कांग्रेस सरकार की विफलता के लिए सड़क पर आंदोलन किए गए। आज यह लोग जो विरोध कर रहे हैं यह कभी भी किसी भी आंदोलन में दिखाई नहीं दे रहे हैं , ना ही प्रशिक्षण में दिखाई दिये, ना ही मंडल के जिले के किसी कार्यक्रम में दिखाई दे रहे हैं । सिर्फ इनको पद चाहिए इनको पद नहीं मिलेगा तो यह विरोध करेंगे । सभी पार्टी का नियम होता है समय-समय पर पार्टी के जिम्मेदार पदों पर नए ऊर्जावान लोगों को, कर्मठ लोगों को, कर्मशील लोगों को मौका दिया जाता है । पार्टी के रीति नीति के हिसाब से जिलाध्यक्ष श्री कृष्ण बिहारी जयसवाल जी लगातार दिन-रात काम कर रहे हैं और दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचकर , क्षेत्रों से पार्टी में कर्मठ कार्यकर्ताओं को चुनकर मंडलों की सहमति से, जिला कार्यकारिणी के पदाधिकारियों की सहमति से, पूर्व विधायक एवं प्रदेश पदाधिकारियों की सहमति से, प्रत्येक मोर्चा एवं कार्यकारिणी में नियुक्ति अनुशंसित कर रहे हैं । और बहुत ही उत्साह के साथ समस्त पदाधिकारी पूरे जोश के साथ वर्तमान कांग्रेस सरकार की विफलताओं के गांव गरीब जमीन और दूसरे मुद्दों को सड़क से लेकर गांव तक , कस्बों से लेकर जिलों तक उठा रहे है और पूर्ण विरोध कर रहे है ऐसे में पार्टी संगठन में निष्क्रिय लोग कार्यकर्ताओं का मनोबल गिराने का काम कर रहे हैं । विपक्ष में रहते हुए पूरे प्रदेश स्तर पर संगठन को और अधिक मजबूत करने के लिए प्रयास हो रहा हैं । ऐसे में सभी वरिष्ठ और पुराने नए कार्यकर्ताओं को संगठन की मजबूती के लिए काम करना चाहिए । इसी प्रकार का विरोध इसी प्रकार की बात को रखने का एक तरीका है, कुछ लोगों द्वारा कहा गया जिलाध्यक्ष जी परिवारवाद चला रहे हैं जोकि पूर्णता गलत है ऐसा केवल कांग्रेस पार्टी में होता है वर्तमान मनेंद्रगढ़ विधायक ने अपनी पत्नी को ही महापौर बना दिया इसको बोलते हैं परिवारवाद इन चीजों का विरोध करना चाहिए जबकि भाजपा जिलाध्यक्ष निष्पक्ष रुप से कार्य करने के लिए जाने जाते हैं। हर किसी की समस्या निवारण के लिए तत्पर रहते हैं लेकिन कुछ ऐसे लोग हैं जो पार्टी में सक्रिय भी नहीं है केवल अपनी पार्टी का विरोध करना उनका काम है । संगठन का विरोध, संगठन के पदाधिकारियों का विरोध, सोशल मीडिया पर अनर्गल बातें करना पार्टी की छवि को धूमिल करने का काम करना और ऐसा वे सिर्फ बिना काम किए महत्व पाने की लालसा में कर रहे हैं । खबरों में आने के लिए संगठन को ब्लैकमेल करने का प्रयास कुछ लोग कर रहे हैं। जिसका प्रमाण पार्टी फोरम में रखा जाएगा। और सवाल तो यह खड़ा होता है कि जो लोग आज पार्टी में रहकर पार्टी का विरोध कर रहे हैं सोशल मीडिया में अनर्गल बातें कर रहे है ऐसे लोगों ने कांग्रेस सरकार का कितना विरोध किया ? यह लोग किस के हितेषी हैं एवं किसके विरोधी यह जनता देख रही है |