मेयर कंचन हुई मुखर…कलेक्टर को पत्र लिख DMF से निर्मित विद्युत शवदाह गृह की जांच कर आवश्यक कार्रवाई की मांग…सुने क्या कहा मेयर और MLA ने…
पूर्व की निगम सरकार सहित अपने चहेते ठेकेदारों को दोहरा लाभ देने में निगम अधिकारियों की अहम भूमिका.जिसकी मार से जूझ रहा चिरमिरी.
कोरिया/चिरमिरी । कोविड – 19 की भीषण महामारी के बढ़ते संक्रमण बचाओं के विकल्प को छोड़ पूर्व के जनप्रतिनिधि सोसल मीडिया या अन्य माध्यमो से अपनी राजनीति का चश्मा चमकाने की झूटी कोशिश कभी सकारात्मक नहीं हो सकती उनके इन कार्यो से ही जिले का एकलौता नगर निगम इसका दंश झेल रहा है उक्त बाते नगर निगम चिरमिरी की महापौर श्रीमती कंचन जायसवाल ने कही । श्रीमती कंचन अपने कार्यकाल में पहली बार इतनी मुखर होकर जवाब देती दिखी और इस मामले को उन्होंने से गंभीरता से लेते हुए कलेक्टर कोरिया को शिकायत पत्र देते हुए पुरे मामले की जाँच कर कार्यवाई की बात कही है । श्रीमती जायसवाल में अपने शिकायत पत्र में कहा है कि वर्ष 2018 में जिला खनिज न्यास मद के अन्तर्गत नगर पालिक निगम चिरमिरी के डोमनहिल मुक्तिधाम में विद्युत शवदाह गृह स्थापित करने हेतु राशि स्वीकृत कर नगर पालिक निगम चिरमिरी को निर्माणकर्ता एजेन्सी बनाया गया था। निगम द्वारा डोमनहिल मुक्तिधाम में विद्युत शवदाह गृह स्थापित कर संबंधित ठेकेदार को संपूर्ण राशि का भुगतान किया जा चुका है तथा विद्युत शवदाह गृह प्रारंभ नहीं होने के बाद भी निगम के अधिकारियों के द्वारा संबंधित ठेकेदार को उसकी सुरक्षित राशि एवं अमानत राशि का भी भुगतान कर दिया गया है, लेकिन आज दिनांक तक विद्युत शवदाह गृह प्रारंभ नहीं हो सका जिस कारण हमारे निगम क्षेत्र की जनता को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। समय रहते जिला खनिज न्यास मद से स्थापित विद्युत शवदाहगृह प्रारंभ हो गया होता तो यह परिस्थिति निर्मित नहीं होती।
उन्होंने कहा कि मेरे द्वारा समय – समय पर स्थल निरीक्षण कर निगम के अधिकारियों को जिला खनिज न्यास संस्थान मद से स्थापित विद्युत शवदाह गृह को शीघ्र प्रारंभ करने हेतु निर्देशित किया गया था, परन्तु आज दिनांक तक विद्युत शवदाह गृह प्रारंभ नहीं किया गया है। इसके कारण निगम क्षेत्र के नागरिकों में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आक्रोश बढ़ रहा है।जिसकी मै निंदा करती हूँ । उपरोक्त समस्त तथ्यों को देखते हुए तत्काल विद्युत शवदाह गृह को प्रारंभ करने तथा अनियमित रूप से ठेकेदार को अमानत राशि एवं सुरक्षित राशि सहित संपूर्ण भुगतान की गयी राशि की जाँच कर दोषी अधिकारी के खिलाफ शीघ्र कठोर कार्यवाई करे ताकि भविष्य में शासन की राशि का कोई दुरुपयोग न कर सके और उनका मनोबल बढ़ाने वाले राजनीतिज्ञ लोग भयभीत हो सके और अपनी राजनीति चमकाने के बाज आये ।
देखिए क्या कहा मेयर ने-