
लॉकडाउन मे व्यापारी कर रहे मुनाफाखोरी… रोजमर्रा के सामानों के दामों में कर दी व्रद्धि…
शब्बीर सोनहत से
लॉकडाउन के कारण रोजमर्रा के सामान की कीमतों में दुकानदारों द्वारा मनमाने तरीके से बढ़ोत्तरी कर दी गई है। कई लोग मुनाफाखोरी के इस धंधे में जुटे हुए हैं।
लॉकडाउन के बाद दाल, सरसों तेल, रिफाइंड तेल, आटा, चीनी, चाय पत्ती, मसाले व मैदा के भाव में 20 प्रतिशत तक जबकि बीड़ी-सिगरेट, गुटखा और गुड़ाखू की दर में 25 से 166 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। दाम बढऩे से 30 रुपए में मिलने वाला गुड़ाखू अब 80-100 रुपए में बिक रहा है।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण से बचाव व रोकथाम को लेकर कोरिया जिले में 11 अप्रैल से लॉकडाउन लगाया गया है। इस अवधि में किराना दुकानें बंद हैं, हालांकि होम डिलीवरी की अनुमति है, लेकिन फुटकर दुकानदारों के अनुसार थोक व्यापारियों से माल आना बंद हो गया है।
स्थानीय थोक विक्रेता जरूरी सामान स्टॉक कर फुटकर दुकानदारों को ऊंची कीमतों पर बेचने लगे। साथ ही महंगा सामान नहीं लेने वालों को माल खत्म होने की बात कहते हैं। ऐसे में आवश्यक चीजों के दाम काफी बढ़ गए।
सामानों के भाव में 10 से 50 रुपए का इजाफा हुआ है। फुटकर दुकानदारों के अनुसार स्टॉकिस्ट से महंगा माल मिलने से खुदरा सामान भी ऊंचे दाम पर बिक रहे हैं। लॉकडाउन के कारण से भाव में तेजी आई है।
सरसों तेल 145 से 180 रुपए, अरहर दाल 100 से 130 रुपए, मसूर 80 से 100 रुपए, चना दाल 75 से 100 रुपए, मूंग दाल 100 से 110 रुपए है। गुटखा, पान मसाला, सिगरेट व बीड़ी ब्लैक में मिल रहे हैं। एजेंसी वालों ने माल स्टॉक कर लिया है
सरसों तेल में 24, शक्कर में 31 प्रतिशत तक कीमत वृद्धि
लॉकडाउन लगने के कारण दैनिक जरूरत सामानों की कीमतों में गजब का उछाल आया है। पहले सरसों तेल 145 रुपए में मिलता था, लेकिन अब 180 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं।
वहीं 130 रुपए मिलने वाला रिफाइंड तेल अब 150 रुपए, अरहर दाल की कीमत 100 से बढ़कर 130 रुपए, मसूर दाल 68 रुपए से बढ़कर 80 रुपए, शक्कर 38 से बढ़कर 50 रुपए में मिलने लगा है। साथ ही 5 रुपए में मिलने वाला पान मसाला अब 8 से 10 रुपए, 30 रुपए में मिलने वाला गुड़ाखू अब 80 से 100 रुपए तक बिक रहा है।