
जिला कांग्रेस कार्यालय में जिला अध्यक्ष पद को लेकर एआईसीसी सेक्रेटरी के सामने राकेश पांडेय का पलड़ा भारी ….. कांग्रेस कार्यालय से निकल कर अध्यक्ष के लिए शहर में भी राकेश के नाम पर रायशुमारी … भविष्य का बड़ा कांग्रेसी चेहरा मान रहे शहरवासी … उनकी राजनीतिक कार्यशैली और कार्यकर्ताओं के बीच पैठ
शमशाद अहमद/-
रायगढ़ । जिला कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस जिला अध्यक्ष को लेकर देर शाम तक मैराथन बैठक और वन टू वन मुलाकात का दौर चलता रहा। कई दावेदार अपने अपने तरीके से अपनी अपनी दावेदारी की प्रस्तुति दिया। खास बात ये है कि संगठन के कार्यकर्ताओं में सबसे लोकप्रिय नेता राकेश पांडेय उभर कर आए हैं। इतना ही नहीं राकेश पाण्डेय को लेकर जिला कांग्रेस कार्यालय से निकल कर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
जिला अध्यक्ष को लेकर शहर में भी राकेश पांडेय को योग्य मान रहे हैं।
दरअसल राकेश पाण्डेय की राजनैतिक सफर और उनका व्यक्तित्व और राजनीतिक वाकपटुता और संगठन के लिए काम करने की शैली और समर्थकों की बड़ी फौज हमेशा उनके एक इशारे पर भीड़ जमा हो जाती है। और एक बार फिर से जिला कांग्रेस कार्यालय में ज्यादातर राकेश पांडेय के प्रति देखा गया। शहर में भी लोग राकेश पांडेय को कांग्रेस में आगे चलकर जिले का एक बड़ा चेहरे के तौर पर देख रही है। छत्तीसगढ़ सह प्रभारी जरिता लैतफलांग के द्वारा वन टू वन में भी राकेश पांडेय के समर्थन में कार्यकर्ता हावी रहे। कांग्रेस कार्यालय में गहमा गहमी के बीच उत्साहित ज्यादातर कार्यकर्ता खुल कर मीडिया प्रतिनिधियों से राकेश पांडेय को अध्यक्ष बनाए जाने की वकालत करते दिखे।
जिला कांग्रेस कार्यालय में इसे लेकर सांगठनिक कार्यकर्ताओं की सामूहिक बैठक में कांग्रेस शहर जिला अध्यक्ष के तौर पर राकेश पांडेय को लेकर भूमिका तय हो गई थी और इसके बाद जब शहर और ग्रामीण अध्यक्ष को लेकर लंबे समय तक वन टू वन में भी शहर जिला अध्यक्ष को लेकर ज्यादर राकेश पांडेय के समर्थकों का दबदबा देखने को मिला। जबकि ग्रामीण अध्यक्ष की दौड़ में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है इसमें पूर्व शहर अध्यक्ष नेगेंद्र नेगी के अलावा विकास शर्मा और संतोष बोहिदार के बीच कांटे की टक्कर की स्थिति बनी हुई है। हालाकि कुछ ग्रामीण अध्यक्ष के तौर पर नेगेंद नेगी और विकास शर्मा इन दो में से एक के नाम पर मुहर लगने की बात कह रहे है। परंतु शहर अध्यक्ष को लेकर ज्यादातर खुलकर राकेश पांडेय के साथ दिखाई दे रहा है। हालांकि संजय देवांगन भी रेस में हैं लेकिन जिस तरह से जिला कांग्रेस कार्यालय में राकेश पांडेय को लेकर बने माहौल बना हुआ है इससे राकेश पांडेय शहर के कद्दावर कांग्रेसी नेता के तौर पर उभरे हैं यह सब उनके अब तक के काम और कार्यकर्ताओं के बीच पैठ को दर्शाता है।
एक सामान्य कांग्रेसी कार्यकर्ता युवा महिला बुजुर्ग जनप्रतिनिधि, संगठन के प्रमुख सभी एक स्वर में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए राकेश का समर्थन किए है एक प्रकार से ये लग रहा था कि कांग्रेस का कार्यकर्ता मन बना चुका है और वो इस पूरे प्रक्रिया पर गहरी नजर बनाए हुए उन्हें लग रहा है कि हमारे बीच का संघर्ष शील और जुझारू नेता ही आगे आकर पार्टी की कमान संभाले।
दरअसल राकेश पांडेय कांग्रेस में छात्र राजनीति से एनएसयूआई युवा कांग्रेस से होते हुए प्रदेश स्तर के संगठन में एक बड़ा नाम उभर कर आया और कांग्रेस संगठन में राजनीति के शिखर की ओर उतर्रोत्तर प्रगति करने वाला चेहरा के तौर पर देखा जा रहा है। उनका विधान सभा चुनाव के दौरान एक सर्वे में युवा तुर्क नेता के तौर पर राकेश पांडेय का नाम भी उभर कर सामने आया था। इससे ही जाहिर होता है कि अगला कांग्रेस जिला अध्यक्ष शहर राकेश पांडेय अगले जिला अध्यक्ष हो सकते हैं।
जिला कांग्रेस संगठन में जिला अध्यक्ष पद को लेकर बदलाव के बाद से ही जिला अध्यक्ष के तौर पर राकेश पांडेय का नाम उभर आया था हालांकि तब भी संजय देवांगन का भी नाम भी उभरा किंतु छत्तीसगढ़ सह प्रभारी जरिता लैतफलांग के सामने भी राकेश पांडेय की लोकल्कप्रियता खुलकर सामने आई जो कार्यकर्ताओं के बीच उनकी पकड़ को दर्शाता है। शायद यही वजह है की आज शहर में राकेश पांडेय को जिले का बड़ा कांग्रेसी नेता बनने के गुण भी देख रही है।