
कैटरिंग के काम के नाम पर लाखों के जेवरात की चोरी…उड़ा रहे थे गुलछर्रे…भूल गए कि कोरिया पुलिस… गिरफ्तार..टीम को ईनाम…
ध्रुव द्विवेदी
मनेन्द्रगढ़. नवंबर 2021 के अंतिम पखवाड़े में मनेन्द्रगढ़ से सूने मकान में चोरी की बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद चोरी की रकम से गुलछर्रे उड़ाने वाले दो युवक मनेन्द्रगढ़ पुलिस की सक्रियता से पुलिस के हत्थे चढ़े। आरोपियों ने कैटरिंग के बहाने घर की रेकी की थी। लेकिन भूल गए कि कोरिया पुलिस भी मुस्तैद है।
पुलिस ने आरोपियों के पास से पुलिस ने लगभग 7 लाख रूपये का स्वर्ण आभूषण बरामद किया है. इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने मनेन्द्रगढ़ पुलिस टीम को विभागीय नियमानुसार सम्मानित किये जाने की बात कही है.
एसडीओपी कार्यालय मनेन्द्रगढ़ में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल ठाकुर ने बताया कि मनेन्द्रगढ़ निवासी जितेन्द्र कुमार शाह पिता स्व. जोगेन्दर शाह उम्र 30 वर्ष थाना मनेन्द्रगढ़ आकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 27 नवंबर 2021 को घर में शादी एवं 29 नवंबर 2021 को पुत्री की परीक्षा होने से इलाहाबाद चला गया था. इस बीच 4 दिसंबर 2021 को सुबह 7 बजे वापस घर आने पर देखा कि घर का दरवाजा एवं आलमारी का लॉकर टूटा हुआ है. आलमारी में रखे सोने व चांदी के जेवर व नगदी रकम को अज्ञात चोर चोरी कर ले गया कि रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया. पुलिस अधीक्षक प्रफुल्ल कुमार ठाकुर द्वारा लगातार अनसुलझे मामलों की समीक्षा की जा रही थी, उसी तारतम्य में जरिये मुखबिर से सूचना मिली कि शनि दुबे व आकाश बाघ की दिनचर्या में परिवर्तन है जो लगातार पैसे खर्च कर रहे थे, उपरोक्त सूचना से तत्काल पुलिस अधीक्षक कोरिया प्रफुल्ल ठाकुर को अवगत कराया गया तथा पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह एवं अनुविभागीय अधिकारी मनेन्द्रगढ़ राकेश कुमार कुर्रे के दिशा निर्देश एवं मार्गदर्शन में थाना मनेन्द्रगढ़ टीम गठित की गई. जिसमें उप निरीक्षक सचिन सिंह थाना प्रभारी, सउनि हीरालाल कुजूर, नईम खान, प्रधान आरक्षक दानिश शेख, पुरूषोत्तम बघेल, आरक्षक इश्तयाक खान, जितेन्द्र ठाकुर, प्रमोद यादव, भूपेन्द्र यादव, सोनल पाण्डेय, राकेश शर्मा, सैनिक विनीत सोनी अलग अलग टीम में रायपुर व जबलपुर के लिये रवाना हुये. आरोपी आकाश बाघ को रायपुर से तथा आरोपी शनि दुबे को जबलपुर से पकड़ा गया. आरोपियों के पास से चोरी की किये गये सोने एवं चांदी के आभूषण को बरामद किया गया. आरोपियों द्वारा चोरी गये नगदी रकम को खाने पीने में उड़ाना बताया गया. आरोपियों द्वारा अपराध कबूल करने पर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।