
एनटीपीसी प्रभावित बेरोजगार तमाम कवायद के बाद भी रोजगार नहीं …….दर दर भटकने को मजबूर ….अपनी जमीन देकर अब पछता रहे …..सायकल रैली कर पहुंचे कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन ….ठेका मजदूर बनने से अच्छा …पढ़े पूरी खबर
रायगढ़। जिला प्रशासन के तमाम हस्तक्षेप और कवायद के एनटीपीसी प्रबन्धन बचे प्रभावितों को स्थायी नौकरी देने लगातार आना कानी कर रहा है। प्रभावितों को ठेका मजदूर बनने का दबाव के आगे घुटने टेकने मजबूर किया जा रहा है। अपनी कीमती कृषि भूमि देकर प्रभावित अब बहुत ज्यादा पछता रहे हैं लेकिन अब कर भी क्या सकते है जब चिड़िया सभी दाने को चुग चुकी है। सूत्रों की माने तो पूर्व में प्रभावितों के स्थायी नौकरी भर्ती में घोटाला किया गया है स्थानीय भर्ती के नाम पर बाहरी लोगों को भर्ती किया गया प्रभावितों की माने तो इसमें जमकर लेनदेन कर प्रभावितों की जगह बाहरी को भर्ती किया गया है जिसकी जांच कलेक्टर द्वारा करवाई जा रही है।
प्रभावितों द्वारा आज लारा से सायकल रैली की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया गया है कि उन्हें ठेका मजदूर नही बनना है उन्हें अपनी जमीन की कीमत पर स्थायी नौकरी चाहिए। ठेका कम्पनी कब बाहर का रास्ता दिखा दे भरोषा नही ऐसे में जब उनकी जमीन होती तो वे इससे अपना जीवन कर सकते थे लेकिन अब न कृषि जमीन है और न जीवकोपार्जन का साधन ऐसे में प्रभावित पढ़े लिखे युवा अपने आप का छला हुवा महसूस कर रहे है।