♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

अजब संयोग …….. आज ही के दिन छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने दुनिया को किया था अलविदा ……. में कांग्रेस प्रवेश करने वाले शक्राजीत ने भी आज ही के दिन कहा अलविदा ये मेरे वतन …..

रायगढ़।

अजब संयोग है कि आज ही के दिन छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री और कांग्रेस से अलग होकर छजकां के प्रमुख स्व अजित जोगी ने इस दुनिया ख्वानी को अलविदा कहा था आज उनके चाहने वाले मनाने वाले व छजकां उनकी प्रथम पुण्य तिथि मना कर अपने नेता स्व अजीत जोगी को यादकरते हुए अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे हैं।
अत्यंत दुखद खबर आज मिली जो इन्ही के मार्गदर्शन व सानिध्य में बीजेपी से कांग्रेस प्रवेश करने वाले डॉ शक्राजीत नायक के निधन की खबर आ गई। अंचल में डॉ नायक के निधन की खबर मिलते ही उनके चाहने वालों मानने वालों में शोक की लहर फैल गई। उनके पुत्र व रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक और उनके समर्थकों के पैरों तले जमीन खिसकने वाली खबर ने उन्हें स्तब्ध कर दिया । यानि आज ही के दिन जिले के दिग्गज नेताओं में आने वाले डॉ शक्राजीत नायक ने भी भी दुनिया को अलविदा कहते हुए परलोक गमन कर गए।
बता दें कि तत्कालीन समय मे कांग्रेस की राजनीति के धुरंधर सारंगढ़ के राज परिवार को हराकर सरिया विधान से पहली बार 1990 मे बीजेपी से विधायक बने फिर 1998 से दूसरी बार बीजेपी विधायक बने ततपश्चात परिसीमन में 2008 में रायगढ़ से भी विधायक चुने गए यही उनकी लोकप्रियता रही कि रायगढ़ विधान सभा से भारी मतों से जीत हासिल किया।

 


जिस तरह से अजित जोगी की लोकप्रियता रही है उसी तरह डॉ शक्राजीत नायक की भी अपनी लोकप्रियता रही है।
कहा जाता है कि जब छत्तीसगढ़ अलग होने के बाद छत्तीसगढ़ में जोगी की कांग्रेस सरकार बनी तब वे जोगी जी से प्रभावित होकर कांग्रेसी विचारधारा के कट्टर समर्थक हो गए और उनका नाम उन 12 विधायकों में शुमार हो गया जब पहली बार छत्तीसगढ़ में स्व अजित जोगी के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार बनी थी। उस समय प्रदेश में अजीत जोगी का डंका बजता था और जिले में डॉ शक्राजीत नायक का दबदबा कायम था। आज ही के दिन अपने अपने राजीतिक कौशल महारथ ने एक साल में इस दुनिया से कुच कर परलोक की दुनिया मे अपना स्थान बना लिया।

 

-शमशाद अहमद-

पेज 11 परिवार डॉ नायक के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता है। व रायगढ़ विधायक प्रकाश नायक, जिला पंचायत सदस्य कैलाश नायक व उनके परिवार सहित तीन पुत्रियों को संबल प्रदान करने ईश्वर से कामना करता है।

किसान परिवार में जन्मे डॉ शक्राजीत नायक से मैंने पहली बार क्रांतिकारी संकेत में रहते हुए एक साक्षात्कार लिया था तब वे रायगढ़ विधायक हुवा करते थे। इन्होंने बताया था कि किस तरह पढ़ने की ललक ने 20 किमी दूर पैदल स्कूल जाया करते थे और बारिश में तो कई बार ऐसा होता था कि कीचड़ की वजह से गिर जाने पर घर वापस लौटना पड़ता था उस समय सड़क के नाम पर कच्ची पगडण्डी से होकर स्कूल जाते थे। यही वजह रही कि नौकरी में मन नही लगा और अपने क्षेत्र के लिए कुछ करने की तमन्ना लिए त्यागपत्र देकर राजनीति में आये। आज स्थानीय राजनीत के एक अध्याय का अंत हुआ।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close