MLA के विकास कार्यों के प्रति जज्बे से आजादी के बाद 20 गांव के लोग…बनेगा 20 करोड़ का पुल..कोरोना काल मे भी…वहीं इस नगर पंचायत में 50 लाख की सौगात….
मनेंद्रगढ़ / कहते हैं कि विकास कार्य कराने का जज्बा और दृढ़ इच्छाशक्ति हो तो कोई भी विषम परिस्थिति आड़े नहीं आ सकती है विषम परिस्थिति में भी विकास के कार्य कराए जा सकते हैं ! ऐसा ही कुछ जज्बा और दृढ़ इच्छाशक्ति देखने को मिली भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र के विधायक गुलाब कमरो की जिन्होंने कोरोना महामारी के संकट काल में भी अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास के कार्य रुकने नहीं दिया लगातार भरतपुर सोनहत विधानसभा क्षेत्र में विकास के कार्य कराए जा रहे हैं ! विधायक गुलाब कमरो क्षेत्र का समुचित विकास कराना ही अपनी दिनचर्या बना लिया है ! वे बिना आराम किए बिना रुके लगातार विकास के कार्य में लगे रहते हैं और जनता के बीच जाकर जनता के सुख-दुख को साझा करते हैं ! विधायक श्री कमरो अपने क्षेत्र की जनता की मांग पर व जनता के मंशा अनुरूप विकास कार्य करा रहे हैं! जिसका यही कारण है कि पिछले 15 सालों से रुके हुए विकास कार्य अब धरातल पर दिखने लग गए हैं ! जबकि डेढ़ दो साल से कोरोना विकास कार्यों में बाधा बना हुआ है उसके बावजूद भी विधायक गुलाब कमरो ने विकास कार्य की गति को रुकने नहीं दिया ! विधायक गुलाब कमरो आए दिन अपने विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों के सौगात की बौछार कर रहे हैं !
विधायक गुलाब कमरो की अनुशंसा पर नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग छत्तीसगढ़ ने नगर पंचायत खोंगापानी में 8 अधोसरंचना विकास कार्यो हेतु 50 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की है! विधायक गुलाब कमरो की अनुशंसा पर नगर पंचायत खो॑गापानी के वार्ड नं 1 में मेन रोड से तालाब घाट तक सीसी सड़क निर्माण कार्य हेतु 12 लाख, वार्ड नं 1 में ही मुख्यद्वार का सौंदर्यीकरण कार्य हेतु 8 लाख 11 हजार, वार्ड नं 3 में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य हेतु 5 लाख, वार्ड नं 8 में सामुदायिक मंच का सौंदर्यीकरण कार्य हेतु 3 लाख, वार्ड नं 8 में ही राजीव गांधी चौक का सौंदर्यीकरण कार्य हेतु 3 लाख,
वार्ड नं 13 में तालाब सौंदर्यीकरण एवं छठ घाट निर्माण कार्य हेतु 8 लाख 86 हजार, वार्ड नं 4 में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य हेतु 5 लाख तथा वार्ड नं 4 में ही गार्डन-पार्क निर्माण कार्य हेतु 5 लाख रुपये की स्वीकृति प्रदान की गई है !
आजादी के बाद विधायक के पहल पर नेउर नदी में मिली पुल की स्वीकृति
आजादी के बाद पहली बार नेउर नदी में पुल निर्माण की स्वीकृति क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरो के पहल पर मिली है जिससे क्षेत्र के ग्रामीणों में हर्ष का माहौल है ! आजादी के बाद से लगातार स्थानीय ग्रामीणों के द्वारा नेउर नदी में पुल निर्माण की मांग की जा रही थी लेकिन इस तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा था ! छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद भी ग्रामीणों की मांग लगातार नदी पर पुल बनाने की रही लेकिन जो भी जनप्रतिनिधि विधायक बने उनके द्वारा भी ध्यान नहीं दिया गया ! 15 साल तक प्रदेश में भाजपा की सरकार रही और क्षेत्र में उनके विधायक रहे उसके बाद भी ग्रामीणों की मांग पूरी नहीं हुई ! गुलाब कमरो के विधायक बनने के बाद जब क्षेत्र के ग्रामीणों ने नदी पर पुल निर्माण की मांग की और अपनी समस्याओं से विधायक को अवगत कराया तो विधायक गुलाब कमरो ने इसे गंभीरता से लेते हुए पुल निर्माण का प्रस्ताव बनाकर राज्य शासन को प्रेषित किया राज्य शासन ने भी गंभीरता दिखाते हुए नदी पर पुल निर्माण की स्वीकृति प्रदान कर दी ! नेउर नदी में पुल न होने के कारण बरसात के दिनों में क्षेत्र के लगभग 20 गांव कट कर अलग थलग पड़ जाते थे पूरी तरह आवागमन बंद हो जाता था एंबुलेंस वगैरह गांव तक नहीं पहुंच पाती थी जिससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था ! विधायक गुलाब कमरो की पहल पर अब नेउर नदी में बडा़ पुल बनाने की स्वीकृति मिली है जिसके लिए 11 करोड़ 19 लाख 11 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई है ! भरतपुर विकासखंड के सुदूर वनांचल क्षेत्र बरौता से भुमका मार्ग में स्थित नेउर नदी में पुल बन जाने से लगभग 20 ग्राम विकास की मुख्यधारा से जुड़ सकेंगे !