
पंचायत सचिव के ऊपर भ्रष्टाचार एवं गाली गलौज का लगा आरोप… हुई शिकायत…
रमेश तिवारी सोनहत
हमेशा सुर्खियों में रहने वाला जनपद पंचायत सोनहत अतर्गत ग्राम पंचायत कुशहा के पंचायत सचिव के ऊपर कुशहा के ग्रामीणों ने पंचायत के कामों में स्वयं ठेकेदारी कर अनियमितता बरतने एवं शिकायत करने पर ग्रामीणों को गाली गलौज दिया जा रहा है। यह मामला पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में बना हुआ है। कुशहा पंचायत सचिव का मामला लगातार व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से देखा जा रहा है।
गांव के ही ओमप्रकाश ने एसडीएम थाना प्रभारी को दिए शिकायती पत्र में बताया कि ग्राम पंचायत कुशहा में पंचायत सचिव उजागीर गुप्ता द्वारा खुलेआम ठेकेदारी किया जा रहा है एवं वहां के निर्माण कार्यों में अनियमितता भी बरता जा रहा है। प्रशासन के नियम को दरकिनार करके अपने मनमानी ढंग से पंचायत चला रहे हैं पंचायत सचिव ग्रामीणों ने बताया है कि ग्राम पंचायत कुशवाहा में किसी मद से काम होता है तो पंचायत सचिव खुद ठेकेदारी करते हैं। और अपने सगे संबंधीतो का बिल भी लगाते हैं। तथा बिल लगाकर पैसा भी निकालते हैं। वहां मनरेगा के तहत बने पशु सेठ को हितग्राही के पट्टे की भूमि पर ना बनाकर खुद अपने इशारे पर सरकारी भूमि पर बनवा दिया गया। तथा बोरी बंधान में भी निर्माण कार्यों की बोरी का उपयोग कर बोरी के नाम से बिल लगा लिया इनका पूरा सहयोग तकनीकी सहायक कर रहे है। इन सारे गलत कार्यों की शिकायत कुसाहा के ग्रामीणों ने कलेक्टर कोरिया से की जिसके बाद से ग्रामीण ने बताया कि लगातार पंचायत सचिव के द्वारा गाली-गलौज एवं जान से मारने की धमकी दिया जा रहा है। इस विषय में पीड़ित ने सोमवार को सोनहत थाने में रिपोर्ट भी दर्ज कराई है। तथा गाली गलौज एवं अनियमित कार्यों की शिकायत ग्रामीणों ने एसडीएम सोनहत से भी की है।
ऐसा क्यों हो रहा है..
पंचायत सरकार बदलते ही पंचायतों में सचिवों का कब्जा जोर पकड़ लिया है। सोनहत ब्लॉक में कई पंचायत ऐसे हैं जिसमें स्वयं पंचायत सचिव खुद ठेकेदारी कर रहे हैं। हर निर्माण कार्यों में खुद सप्लायर बने बैठे हैं। और अपने रिश्तेदारों के नाम से बिल लगा कर चेक भी काट रहे हैं। ऐसे विषयों को लेकर सुर्खियों मे रहने वाला सोनहत आज पंचायत के सचिव के विषय में भी तूल पकड़ चुका है इन सचिवों का पूर्ण सहयोग सत्ताधारी दल के नेता एवं जनपद के अधिकारी कर रहे हैं।
भाजयुमो नेता ने इस विषय में कहा..
इस विषय में भाजयुमो नेता मनोज साहु ने कहा.. इन सारे मामलों की फसाद ग्राम पंचायतों के सचिवों का कई वर्षों से एक ही पंचायत में अंगद की तरह जमे रहने से हो रहा है। प्रशासन का पूर्ण संरक्षण एवं शासन का भी पूर्ण संरक्षण सचिव को मिल रहा है। जिस कारण से कई वर्षों से जमे हैं तथा इनका तबादला नहीं हो रहा है। सारी समस्याओं को खत्म करने के लिए पंचायत सचिवों का तबादला करना अति आवश्यक हैं। इस मामला को सोनहत के भाजयुमो नेता साहु ने कहा की रोज सुर्खियों में बने रहने के बावजूद भी सचिवों के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं कर रही प्रशासश आखिर मौन क्यों है। ज्लद कार्रवाई नहीं होगा तो भाजयुमो को धरना प्रदर्शन जैसे कड़े कदम उठाने पडेगे।