
खिलाड़ी नाबालिक बच्चियों के साथ महिला व पुरुष कोच द्वारा शारीरिक शोषण मामले में कहा भूपेश राज में बेटियां नहीं सुरक्षित …….नाबालिक बच्चियों के साथ हुए कृत्य के मामले में भाजपा ने भी खड़े किए सवाल ……इन्होंने उठाया आवाज कहा …….पढ़े पूरी खबर
*भूपेश राज में सुरक्षित नहीं हैं बेटियां कांग्रेस सरकार में घर से बाहर निकलने से डरने लगी हैं बेटियां : विवेक रंजन सिन्हा*
रायगढ़ ।
इस डिजिटल युग में भारतवर्ष जहां उत्तरोत्तर तरक्की की राह पर आगे बढ़ रहा है वहीं एक राज्य छत्तीसगढ़ भी है जो बीते ढाई साल से लगातार गर्त में जा रहा है। आधी आबादी यानी महिलाओं के प्रति अपराधों में गज़ब का इजाफा हुआ है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार के राज में बेटियां अब घर से बाहर निकलने में डर रहीं हैं, हमारी बेटियां सुरक्षित नहीं है। उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य व विवेक रंजन सिन्हा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही।
श्री सिन्हा ने हाल में रायगढ़ स्टेडियम में नाबालिक बच्चियों के साथ महिला एवं पुरुष कोच द्वारा शारीरिक शोषण के आरोप के बाद अपना विरोध दर्ज कराया है। श्री सिन्हा ने कहा भारतीय जनता पार्टी बेटियों के साथ खड़ी है और उन्हें इंसाफ दिलाने की पूरी कोशिश अंत तक करेगी। लेकिन इस वाकिये से कांग्रेस का महिला को लेकर चेहरा भी साफ हो चुका है। शराब बंदी का झूठा वादा महिलाओं के करके भूपेश सरकार पहले ही आधी आबादी के राडार पर है और लगातार बेटियों के खिलाफ हो रहे यौन उत्पीड़न से सरकार के खिलाफ पूरे सूबे में माहौल बन गया है। स्टेडियम में बेटियों के साथ यह पहली घटना नहीं है इससे पहले भी कई बार हुई और शिकायत भी हुई पर नतीजा सिफर रहा वो भी तब जब खेल मंत्री रायगढ़ का है। आप भूपेश सरकार की मंशा को इसी बात से समझ सकते हैं।
बेटियों के विरूद्ध पूरे राज्य में आए दिन कुछ न कुछ घटनाएं घटित हो रही है और यह राज्य सरकार चुपचाप सारा माजरा देख रही है। जो सरकार अपनी बेटियों की रक्षा नहीं कर सकती उसे सत्ता में बने रहन का कोई अधिकार नहीं है। भूपेश सरकार इतनी दंभी है कि घटना पर अफसोस जताना तो दूर कार्रवाई तक नहीं होती।
विवेक रंजन सिन्हा ने कहा कि जब प्रदेश बना तब शुरुआती साल में कांग्रेसियों ने महिलाओं के दूभर कर देने वाला राज्य छत्तीसगढ़ को बनाया फिर उसके बाद रमन सिंह के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ महिलाओं के रहने के लिए पूरे भारतवर्ष में सबसे मुफीद राज्य बना। लेकिन अचानक एक बहरूपिए ने हमारी माता-बहनों को शराब बंदी का सब्जबाग दिखाया और उनके वोटों की चोरी कर ली और आज ढाई साल बाद शराब तो गली-गली में बिक रही है। लॉक डाउन में बिकी, नकली, जानलेवा बिक रही है। शराबबंदी और महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराध भूपेश सरकार की सबसे बड़ी नाकामी है। आलाकमान के कहने पर बना और हटने की बात करने वाले भूपेश के आलाकमान को क्या सब नहीं दिखता।