♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

जबरजस्त चर्चा है…डॉक्यूमेंट्री फ़िल्म लाल जोहर की..शंकर गुहा नियोगी पर बनी…बड़ी तादात में…

रायपुर. देश के प्रसिद्ध श्रमिक नेता शंकर गुहा नियोगी के जीवन संघर्षों को लेकर बनी डाक्यूमेंट्री फिल्म लाल जोहार की इन दिनों जबरदस्त चर्चा है. इस फिल्म का निर्माण व निर्देशन अपना मोर्चा डॉट कॉम के पत्रकार राजकुमार सोनी ने किया है.

लगभग 45 मिनट की यह डाक्यूमेंट्री पूरे समय दर्शकों को बांधकर रखती हैं. फिल्म में नियोगी के आंदोलन से जुड़ी पृष्ठभूमि को बेहद सरल और कलात्मक ढंग से समझाया गया है. जबकि नियोगी के हत्या के बाद उपजे सवाल मन को बेचैन और उद्वेलित करते हैं. जो लोग भी शंकर गुहा नियोगी के कामकाज को जानते-समझते हैं… उनके लिए तो यह फिल्म एक दस्तावेज की तरह हैं. पत्रकारिता के विद्यार्थियों के लिए भी यह फिल्म इसलिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि फिल्म में विचार के साथ डिटेल मौजूद है.

इसी 28 सितंबर को जब नियोगी की शहादत को 30 साल पूरे होने जा रहे हैं तब यह फिल्म यू ट्यूब पर जारी की गई है. एक तरह से यह फिल्म शंकर गुहा नियोगी को सच्ची श्रद्धाजंलि है.

फिल्म को रिलीज करने के दौरान श्री सोनी ने लिखा है- पूंजीपति चाहे कितने ही ताकतवर क्यों न हो जाय…वह खेत-खलिहानों में सोना उगाने वाले किसानों और कल-कारखानों-खदानों में पसीना बहाने वाले मजदूरों के दिलों से शंकर गुहा नियोगी के कामकाज और उनकी स्मृति को कभी मिटा नहीं पाएंगे. लालच के लंबे हाथ रखने वाले सौदागरों के बीच यह भ्रम हमेशा कायम रहने वाला है कि सब कुछ समाप्त हो गया है, लेकिन शंकर गुहा नियोगी… एक व्यक्ति नहीं विचार थे…और यह साफ है कि विचार की मौत कभी नहीं होती. दुनिया के बहुत सारे जल्लादों ने समय-असमय इतिहास और विचारधारा को फांसी देने की साजिश रची हैं, लेकिन इतिहास ने तानाशाहों और जल्लादों को ही कूड़ेदान का हिस्सा बना दिया है.

फिल्म में भिलाई के रंगकर्मी जय प्रकाश नायर, सुलेमान खान, अप्पला स्वामी, संतोष बंजारा, शंकर राव, राजेंद्र पेठे के अलावा राजहरा के कलाकार कुलदीप नोन्हारे, ईश्वर, गांधीराम और किशन ने काम किया है.बैकग्राउंड म्यूजिक पुष्पेंद्र साहू ने दिया है. फिल्म में कैमरे व सहायक निर्देशन की जिम्मेदारी तत्पुरुष सोनी ने संभाली है. फिल्म की शूटिंग दल्ली राजहरा व भिलाई में की गई हैं. फिल्म को अपना मोर्चा डॉट कॉम के यू टयूब चैनल लिंक पर जाकर देखा जा सकता है.

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close