♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

रायगढ़ यूनिवर्सिटी के अंतर्गत इकलौते इंट्रीग्रेटेड प्रोगाम में सीट बढ़ोतरी की मांग हुई उग्र,छात्र हित पैनल ने संभाला मोर्चा ….कुलपति के नाम प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन …. चार वर्षों से सीट वृद्धि नहीं होने के कारण …. ये है प्रमुख मांग की वजह

 

*सीट वृद्धि की माँग को लेकर छात्र हित पैनल ने कुलपति के नाम प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन*

*बी ए एल एल की सारी सीटें फूल,छात्र हित पैनल ने विश्विद्यालय से की सीट वृद्धि की मांग।*

*विगत चार वर्षों से सीट वृद्धि नहीं होने के कारण स्टूडेंट्स रह जाते है वंचित, छात्र हित पैनल ने खोला मोर्चा*

*रायगढ़ यूनिवर्सिटी के अंतर्गत इकलौते इंट्रीग्रेटेड प्रोगाम में सीट बढ़ोतरी की मांग हुई उग्र,छात्र हित पैनल ने संभाला मोर्चा*

 

रायगढ़।

जिले में अभी नवीनतम रूप से शहीद नंदकुमार विश्विद्यालय की स्थापना दो वर्षों से हुई है। जिसमें इस सत्र से दाखिला की प्रक्रिया के साथ रायगढ़ यूनिवर्सिटी ने आवेदन मंगवाना प्रारम्भ किया था। जिसके अंतर्गत प्रवेश की अंतिम तिथि 30 सितंबर निर्धारित की गई थी। वहीं विश्विद्यालय के अंतर्गत कॉलेजो की बात की जाए तो 520 निजी एवम प्राइवेट कॉलेज विश्विद्यालय से संबंधित है। लेकिन ग्रेजुएशन प्लस ला प्रोग्राम के तहत केवल ही कॉलेज इंट्रीग्रेटेड प्रोग्राम बी ए एल एल बी करवा रहा है। जिसके के अंतर्गत शहर के मध्य स्थित शासकीय पी डी कॉलेज आता है।

वही आज दोपहर तकरीबन 1 बजे के समीप विगत चार वर्षों से स्थापित छात्र संगठन छात्र हित पैनल ने स्टूडेंट्स की समस्याओ को देखते हुए। रायगढ़ विश्विद्यालय के कुलपति के नाम प्राचार्य को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें छात्रों को एड्मिसन से संबंधित हो रही दिक़्क़तों को एवम सीट्स में लगातार मांग अनुरूप हुई कमी को महाविद्यालय के प्राचार्य के सम्मुख रखा है। वहीँ छात्र हित पैनल के प्रतिनिधि मंडल ने तत्कालीन रूप से सीट वृद्धि करने हेतु विश्विद्यालय के समक्ष फोन से भी बात करके मांग रखी है।
छात्रों का कहना हैं कि सीट्स कम है और डिमांड ज्यादा है। कई छात्र बाहर के जिलों से प्रवेश लेने आ रहे है। लेकिन सीट्स की कमी के कारण उनका एड्मिसन हो पाना सम्भव नही हैं। वही यह पाठ्यक्रम विगत चार वर्षों से संचालित है लेकिन इस पाठ्यक्रम में सीटों की वृद्धि ना हो सबसे बड़ा दुर्भाग्य है। अगर आगे भी इस संदर्भ में प्रक्रिया नही बढ़ती है तो मजबूर होके हम सभी को आंदोलनरत होना पड़ेगा।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close