
क्रॉस वोटिंग::शिवपुर-चरचा के कांग्रेसी पार्षदों पर कार्यवाही क्यों नहीं.? चरचा के कांग्रेसियों का बड़ा सवाल…
अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले के बैकुंठपुर नगरपालिका में कांग्रेस के पास पर्याप्त बहुमत 20 में 11 और 1 निर्दलीय का मिला कर कुल 12 पार्षदों का समर्थन था। जबकि भाजपा के पास कुल 7 पार्षद ही थे, इसके बाद भी भाजपा की नमिता शिवहरे ने 10 वोट पाए और लाटरी सिस्टम से अध्यक्ष पद पर काबिज भी हुई। कांग्रेस के आफताब अहमद उर्फ छोटे खान ने कांग्रेस से खुलेआम बगावत कर अपने दो मत भाजपा के पक्ष में डलवाए। जिसके बाद कांग्रेस जिलाध्यक्ष नजीर अजहर ने पार्षद मुशरर्त जहां,पार्षद हमीदुल्ला फिरोज सहित आफताब अहमद और रियाज अहमद को पार्टी से निष्कासित कर दिया।
लेकिन तीसरा क्रॉस वोटर कौन..?– कांग्रेस ने दो पार्षदों को तो क्रॉस वोटिंग के आरोप में पार्टी से बाहर कर दिया। लेकिन तीसरा भितरघाती कौन पार्षद था इसका पता कांग्रेस नही लगा पाई क्योंकि राजनीतिक हलकों में चर्चा यह है कि कांग्रेस से त्यागपत्र देने वाले निर्दलीय पार्षद संजय जायसवाल ने कथित तौर पर कांग्रेस को सपोर्ट किया ?
शिवपुर-चरचा में किसने की क्रॉस वोटिंग-नपा शिवपुर-चरचा में कांग्रेस के पास 15 में स्पष्ट बहुमत 8 का था, 2 निर्दलीय पार्षदों के समर्थन के बाद बहुमत 10 में पहुंच गया था। जिसके बाद कांग्रेस की लालमुनी यादव को 10 मत मिले और वह जीत गयीं। लेकिन उपाध्यक्ष के चुनाव में कांग्रेस की पराजित उम्मीदवार रेशमा परवीन को महज 7 मिले। इसका मतलब 3 वोट क्रॉस हुए। अब चर्चा के कांग्रेस नेताओं ने सोशल मीडिया में यह अभियान छेड़ दिया है कि जब बैकुंठपुर में क्रास वोटिंग करने पर छोटे खान आदि को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा गया है तो चर्चा में राज वोटिंग करने वाले कांग्रेसियों के खिलाफ अब तक कार्यवाही क्यों नहीं हुई यह भी कांग्रेस संगठन के लिए बड़ा सवालिया निशान है।