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शानो शौकत से मनाया गया यौमें जम्हूरिया गंगा जमुना संस्कृति की दिखी झलक ……अहमदिया साबिरिया मधुबन पारा…मनीष सिंह, वासुदेव शर्मा, गणेश कछवाहा सहित …पढ़े पूरी खबर..

 

 

रायगढ़।,

मदरसा अहमदिया साबिरिया मधुबन पारा रायगढ़ के सदर शेख कलीमुल्लाह वारसी प्रवक्ता शेख अतहर हुसैन ने बताया कि हर साल की तरह इस साल भी यौमे जम्हूरिया( गणतंत्र दिवस) शानो शौकत के साथ मनाया गया। प्रोग्राम के मुख्य अतिथि शिक्षाविद आली जनाब मनीष सिंह थे, प्रोग्राम में जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा के सचिव आली जनाब एडवोकेट वासुदेव शर्मा ,ट्रेड यूनियन काउंसिल के संयोजक आली जनाब गणेश कछवाहा, भूमि विकास बैंक के पूर्व प्रबंधक आली जनाब पंडित आरपी तिवारी, मस्जिद गरीब नवाज के इमाम हजरत मौलाना इफ्तिखार अहमद साबरी, आली जनाब हाफिज अताउन्नबी साबरी, आली जनाब हाफिज अबू हुजैफा साबरी, हजरत मौलाना रजाउल हक साबरी, मोहतरमा डॉक्टर ख्याति पटेल की गरिमामय उपस्थिति रही। शिक्षाविद मनीष सिंह ने मदरसा प्रांगण में झंडा तोलन किया। सरवर हुसैन द्वारा राष्ट्रीय गीत की प्रस्तुति की गई। पंडित आरपी तिवारी की बांसुरी वादन के माध्यम से जनचेतना गीत बुरा मत देखो बुरा मत सुनो बुरा मत कहो तथा देश भक्ति गीत यह देश है वीर जवानों का अलबेलों का मस्तानों का गाकर श्रोताओं का मन मोह लिया ,वही सूफी गायक सरवर हुसैन के द्वारा वो देश मेरे तेरी शान पे सदके कोई धन है क्या तेरी धूल से बढ़ के,,, मदरसा के तालिब मोहम्मद फहीम ने सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा गाकर महफिल में समा बांध दिया। प्रोग्राम का दूसरा दौर संविधान और आज का परिवेश पर विमर्श का था। प्रोग्राम के मुख्य अतिथि शिक्षाविद मनीष सिंह द्वारा संविधान और गणतंत्र की बहुत ही तथ्यात्मक व्याख्या की गई। उन्होंने आजादी का जिक्र करते हुए कहा कि यह आजादी देश के सभी धर्मावलंबियों के बलिदान का नतीजा है । संविधान सभा में भी सभी धर्मावलंबियों की सहभागिता रही है। संविधान सभा के द्वारा देश के व्यापक हित को दृष्टिगत रखते हुए आवश्यक प्रावधान किए गए हैं। संविधान में सभी नागरिकों को समान अवसर प्रदान किया गया है। वर्तमान में मुस्लिम समाज शिक्षा के मामले में बहुत ही पिछड़ा हुआ है यही कारण है कि सार्वजनिक संस्थाओं में मुस्लिमों की उपस्थिति बहुत कम है। मुस्लिमों को शिक्षा के क्षेत्र में आगे आने की जरूरत है। मुस्लिम समाज के संपन्न लोगों को अपने बच्चों को आईएएस आईपीएस को लक्षित करके शिक्षा देना सुनिश्चित करना चाहिए। सभी समाज में शिक्षा का प्रसार होगा तभी हम संविधान की महत्ता को बेहतर ढंग से समझ सकेंगे। उन्होंने वर्तमान परिस्थिति में संविधान पर हो रहे हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि देश खतरनाक दौर से गुजर रहा है वसुधैव कुटुंब की धारणा वाले देश में बढ़ती धार्मिक असहिष्णुता चिंता का विषय है। हमारे देश की गंगा जमुना तहजीब विश्वविख्यात है हम सबको हमारी पुरातन गंगा जमुना संस्कृति की रक्षा करनी है। तभी हम सब एक समृद्ध राष्ट्र की कल्पना कर सकते हैं। अन्य वक्ताओं द्वारा भी वर्तमान परिवेश में संवैधानिक अधिकारों के हनन पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए गंगा जमुना संस्कृति के प्रचार प्रसार पर जोर दिया गया तथा साझी संस्कृति साझी विरासत की कल्पना को मूर्त रूप देने का संकल्प व्यक्त करते हुए विमर्श समाप्त हुआ।

कार्यक्रम में सेत कुमार पटेल अरविंद गिरोलकर राजेंद्र वैष्णव रविंद्र पटेल हाजी गजनफर अली मोहसिन खान मदरसा अहमदिया साबिरिया के नायब सदर हाजी मुबस्सिर हुसैन साबरी खजांची हाजी गुलाम रसूल साबरी , प्रवक्ता शेख अतहर हुसैन साबरी ,अखलाक खान, एडवोकेट गुलाम रहमान खान, हाजी अब्दुल अहद, हाजी सलीम अहमद शेख यावर हुसैन, मोहम्मद हारिस, जुनेद अहमद( साहिल) इमरान साबरी सहित बड़ी संख्या में नागरिक गण एवं मदरसे के बच्चे उपस्थित थे। प्रोग्राम में शामिल लोगों का शुक्रिया हाफिज अताउन्नबी साबरी द्वारा अदा करते हुए प्रोग्राम समाप्ति की घोषणा की गई।

 

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