किसानों की आवाज बने कांग्रेसी नेता, कैश की कमी..बैंक कर्मियों द्वारा अवैध वसूली की भी शिकायत..
किसानों को राशि आहरण करने बैंक में होने वाली समस्याओं से निजात दिलाने कलेक्टर कोरिया को जिला प्रवक्ता ने लिखा पत्र
ग्रामीण सहकारी बैंक में किसानों से अवैध वसूली एवं पूरी रकम ना मिलने की शिकायत पर जांच कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई करने कांग्रेस नेता ने उठाई आवाज
कोरिया जिले के 41 उपार्जन केंद्रों में 28000 किसानों ने 14.92 हजार क्विंटल धान बेचा था जिससे जिले के किसानों के खातों में प्रदेश सरकार ने 263 करोड जमा किए है जिसे निकालने सैकड़ों की संख्या में किसान बैंक पहुंच रहे हैं परंतु वहां किसानों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। जिस पर जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने कलेक्टर कोरिया को पत्र लिखकर किसानों को हो रही समस्याओं से निजात दिलाने की मांग की है
जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने पत्र में लिखा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को समर्थन मूल्य के रूप में मिलने वाली राशि उनके खाते में जमा की गई है जिसे निकालने के लिए किसान लगातार ग्रामीण सहकारी बैंक पहुंच रहे हैं परंतु बहुत से सहकारी बैंकों से यह जानकारी निकलकर सामने आ रही है कि वहां प्रबंधक एवं स्टाफ के लोग किसानों को रकम देने के नाम पर ₹1000 से ₹2000 तक की वसूली कर रहे हैं यदि किसानों द्वारा उन्हें रकम नहीं दिया जाता है तो किसानों को मात्र 10 हजार या 20 हज़ार निकालने दिया जाता है साथ ही शाखा में पैसा नहीं है ऐसा कह कर किसानों को बेरंग लौटा दिया जाता है। कई बैंकों में दलालों के भी सक्रिय होने की जानकारी मीडिया के माध्यम से निकलकर बाहर आई है, साथ ही मनेंद्रगढ़ के ग्रामीण सहकारी बैंक को कोविड के आड़ में कुछ दिनों तक बंद रखने की भी शिकायत आई थी इसके आलावा कुछ दिन पूर्व मनेंद्रगढ़ विधानसभा के विधायक विनय जयसवाल ने चिरमिरी के ग्रामीण सहकारी बैंक में भी इसी तरह की अनियमितता पकड़ी थी और वहां पुलिस अधिकारियों को विधि सम्मत कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। मिश्रा ने पत्र में उल्लेख किया कि किसान अपने ही धान के रकम को निकालने लिए सुबह से बैंक के ही बाहर इंतजार करते हैं परंतु उन्हें समय पर उनका पैसा नहीं मिल पा रहा है।
जिला प्रवक्ता सौरव मिश्रा ने पत्र के माध्यम से कलेक्टर कोरिया से निवेदन किया है कि सहकारी बैंकों में किसानों को हो रही समस्याओं को ध्यान में उचित कदम उठाया जाएं ताकि किसानों को उनका पैसा समय पर मिल सके साथ ही सहकारी बैंकों में सक्रिय दलालों एवं उनसे संलिप्त कर्मचारियों से जिले के किसानों को राहत मिले l