
नगर निगम में हुई बरखा सिंह बनाम संजना शर्मा विवाद पकड़ा तूल पार्षदों का एक धड़ा सामूहिक इस्तीफा देने का एलान ….क्या महापौर को अपदस्थ की है तैयारी …ऊंट किस करवट बैठेगा इसका …..पढ़े पूरी खबर
रायगढ़।
पिछले 10 जनवरी को हुई नगर निगम स्थित सभापति के कक्ष में महिला कांग्रेस अध्यक्ष बरखा सिंह और कांग्रेसी पार्षद संजना शर्मा के बीच हुए विवाद के बाद पार्षदों के एक धड़ा बरखा सिंह के खिलाफ बगावत पर उतर गया और महिला कंन्ग्रेस अध्यक्ष के पद से हटाने की मांग करने लगा। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई न होने कांग्रेस पार्षदों का एक धड़ा नाराज है और आज प्रेस वार्ता कर कहा कि कार्रवाई न होने से वे सामूहिक इस्तीफा देने पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम को पत्र प्रेषित किया जा रहा है।
पूरे घटना क्रम को लेकर सलीम नियारिया ने बताया कि घटना कि शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई न होने से पार्षदों का दल कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से सामूहिक देंगे। हमारी लड़ाई किसी के खिलाफ नहीं है यह लड़ाई कांग्रेस के सम्मान में लिए लड़ी जा रही है। कांग्रेस की एक महिला पदाधिकारी जो संगठन के महत्वपूर्ण पद पर है और उसके द्वारा इस तरह का अभद्र व्यवहार की घटना का पार्टी हित मे और शहर में अच्छा संदेश नहीं गया । स्वयं एक महिला होकर दूसरी महिला साथी पार्षद संजना शर्मा के साथ और वह भी सभापति के कक्ष में अभद्र व्यवहार किया गया था जो शोभनीय नही है।
सलीम नियारिया ने कहा कि 40 दिन हो गये कोई निर्णय आया है इससे हम बेहद क्षुब्ध हैं कार्रवाई न होने से हम कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देने का मन बना चुके है।
प्रेस वार्ता में कहा गया कि महिला कांग्रेस की जिला अध्यक्ष द्वारा सभापति जैसे गरिमामयी पद के कक्ष में अशोभनीय बातें अभद्र व्यवहार बर्दाश्त योग्य नहीं है। घटना सभापति के कार्यलय में हुई और जिस तरह से जिला महिला कांग्रेस की अध्यक्ष द्वारा जिस तरह से अभद्र व्यवहार किया गया वह अशोभनीय है ।
इस पूरे घटना पर नजर डालें तो घटना अशोभनीय जरूर रहा लेकिन यहां यह भी देखना होगा कि निगम में कांग्रेस के 26 पार्षद हैं जिसमें से करीब 16 पार्षद बरखा सिंह के विरोध में दिखाइ दे रहे हैं बाकी दूसरे धड़ा के बताए जा रहे हैं। चल रही चर्चाओं के अनुसार यहां एक बात यह भी उल्लेखनीय है कि निगम में दो धड़ा है और दोनों धड़ो के बीच जमकर खींचतान चल रही है। इसी में एक धड़ा बरखा सिंह में विरोध में है और हटाने की मांग की जा रही है और दूसरा धड़ा खामोशी से सब कुछ देख सुन रहा है।
पूरे घटना क्रम लोगों की माने तो तो यहां पर सभापति बनाम महापौर गुट आमने सामने हो गया है। यही वजह है कि प्रेस वार्ता में कई चर्चित चेहरे नदारत रहे और न ही उनका नाम सामने आया जो सभापति कक्ष में हुए घटना क्रम विवाद से ताल्लुक रखते है। चर्चाओं का बाजार यह भी गर्म है कि सामूहिक इस्तीफा देकर महापौर की कुर्सी गिराने के मूड में है लेकिन इस पूरे घटना क्रम के बाद अंततः ऊंट किस करवट बैठेगा आने वाले समय मे पता चलेगा।
आज के प्रेस वार्ता के दौरान पार्षदगणों में सलीम नियरिया, विनोद महेश, शौक़ी बुटन, राकेश इजारदार, रत्थु जायसवाल, लक्ष्मी साहू, मो आरिफ, संजना शर्मा, रमेश भगत, फूल कुमारी मुरारी भट्ट, बबलू बरेठ, प्रभात साहू, पिंकी विमल यादव,लक्ष्मीन मिरी उपस्थित रहे।