
*शौच मुक्त ( ODF) जिले के ग्राम पंचायत आमापाली की सच्चाई,ग्रामीण खुले में शौच जाने को मजबूर…!
रायगढ़:- विकास खण्ड लैलूंगा अंतर्गत ग्राम पंचायत आमापाली के आश्रित मुहल्ला राजाआमा एवं टोहिलाकुण्डा के ग्रामीण आजादी के सत्तर साल बाद भी शासन – प्रशासन के द्वारा दी जाने वाली मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं। आपको बता दें कि ग्राम पंचायत आमापाली के राजाआमा एवं टोहिलाकुण्डा के ग्रामीण बड़ी मुश्किल से गुजर बसर कर जीवन यापन कर रहे हैं। आप यहाँ की तस्वीर देखकर अनुमान लगा सकते हैं। कि यहाँ के लोग मूलभूत सुविधाओं के अभाव में कैसे जीवन यापन कर रहे हैं ? केन्द्र सरकार भले ही आजादी की अमृत महोत्सव मनाने की बात करती हों या फिर “स्वच्छ भारत मिशन” सहित सशक्त भारत, समृद्ध भारत तथा डिजिटल युग में जीने की क्यों ना दम्भ भरते हों ! पर इस गांँव की हकीकत को देखा जाए तो यहाँ के ग्रामीणों के प्रधानमंत्री आवास पिछले दो तीन वर्षों से रूपये के आभाव में अधूरे पड़े हुुए हैं। जिसके कारण यहाँ के ग्रामीणों की समस्याएँ दिन – बदिन बढ़ती ही जा रही है। आपको यह भी बता दें कि सभी घरों में “स्वच्छ भारत मिशन” के अंतर्गत शौचालय का निर्माण कराया जाना था, वह आज पर्यन्त नही बनाया गया है। और कुछ लोगों के घरों में शौचालय बने भी हैं तो वह आधे अधूरे हैं, जिसके कारण गाँव के बच्चे, बूढ़े, पुरूष तथा महिलाएँ खुले में शौच करने जाते हैं। जबकि ये पूरा इलाका हाथी प्रभावित क्षेत्र है इसलिए यहाँ हमेशा डर बनी रहती है। शौचालय निर्माण की राशी को सरपंच – सचिव ने मिल कर बंदरबांट कर लिए हैं। यहाँ ग्राम पंचायत की अधिकांश निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। जिसके कारण ग्रामीणों को खुले में शौच करना पड़ता है। वहीं यदि ग्रामीणों की माने तो प्रधानमंत्री आवास योजना कि दूसरी और तीसरी किश्त की राशि खाते में नही आने से बहुत से हितग्राहियों के पी.एम. अवास नहीं बना पा रहे हैं। जिसके कारण के निर्माणाधीन आवास भवन भी पिछले दो तीन वर्षों से अधूरा पड़ा हुआ है। शासन – प्रशासन कि माॅनिटरिंग कि कमी और लापरवाही के कारण ग्राम पंचायत आमापाली के राजाआमा और टोहिलाकुण्डा मुहल्ले के लोग विकास से कोशों दूर हैं।