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जिन्होंने अपना पूरा जीवन कला को समर्पित कर दिया,उन्हें उनके काम का फल मिले, उनका जीवन तंगी से मुक्त हो – मन कुरैशी, संजय ने कहा- एक दिन बदलेगा छत्तीसगढ़ी फ़िल्म का ….

 

रायगढ़ । इश्क में रिस्क है नामक फ़िल्म का प्रमोशन करने आये छत्तीसगढ़ी फ़िल्म के कलाकारों ने लोगों सिनेमाघरों में जाकर इस फ़िल्म को देखने का अनुरोध किया है। इस फ़िल्म में शहर के गायक राकेश शर्मा ने टाइटल सांग गया है। ये कलाकार मंगलवार को शहर के गोपी टॉकीज पहुंचे थे। मन कुरैशी इस फ़िल्म के हीरो हैं और संजय बत्रा, जो बॉलीवुड के भी कई फिल्मों में काम किया है, इसके अलावा कई टीवी सीरियल में काम कर चुके है और कई टीवी सीरियल के लिए काम भी कर रहे हैं उनका भी इस फ़िल्म में मजबूत किरदार है।

इश्क म रिश्क है फ़िल्म का प्रमोशन करने आये कलाकारों ने छत्तीसगढ़ में फ़िल्म उद्योग और कलाकारों को मिलने वाली सुविधाओं को लेकर कहा कि अब तक जो भी बाते आई है वह सिर्फ कागजों तक सीमित है। उस वक्त बहुत दुख होता है जब हमारे बड़े बड़े कलाकार गुमनामी की जिंदगी जीते देखते है वे थोड़े थोड़े पैसों के लिए मोहताज होते हैं। रही बात छत्तीसगढ़ी फ़िल्म इंडस्ट्री के बारे में तो इसमे भी निखार आ रहा है छत्तीसगढ़ी फ़िल्म इंडस्ट्री को बहुत ज्यादा दिन नही हुए है जैसे जैसे समय आगे बढ़ रहा है इस उद्योग में भी निखार आता जाएगा।

इश्क में रिस्क हे, इस फ़िल्म के हीरो मन कुरैशी ने इस मौके पर बात करते हुए कहा कि मेरा टारगेट बॉलीवुड की फ़िल्म करना कत्तई नहीं है। यदि बॉलीवुड से आफर आये तो फ़िल्म करूंगा लेकिन वहां रहूंगा नहीं। मैं छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ी फ़िल्म का ही सेवा करना चाहता हूं और छत्तीसगढ़ को ही रिप्रजेंट करना चाहता हूं और छत्तीसगढ़ी फिल्मों को आगे तक ले जाना चाहता हु। उन्होंने कहा कि दिनोंदिन यहां के फिल्मों में निखार आ रहा है और यहां की फ़िल्म इंडस्ट्री कला और कलाकारों को संतुष्ट करने में सक्षम है।

हालांकि उन्होंने कहा कि प्रदेश में कई लोक कलाकार की स्थित ठीक नहीं है, जिन्होंने यहां के कला के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया है। सरकार को उनके पेंशन आदि जे बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि हालांकि सरकार की ओर से कई पहल की गई है लेकिन मामला अभी तक फाइलों से आगे नहीं बढ़ी है। उन्होंने कहा कि बाकी सरकार कुछ भी सहयोग करे लेकिन कम से कम लोक कलाकारों को सम्मान दे ताकि तंगी में उनका जीवन खत्म न हो। उन्होंने कहा कि कई लोगों के ऐसे हाल देखकर पीड़ा होती है।

इस फ़िल्म के दूसरे कलाकार संजय बत्रा, जिन्होंने बॉलीवुड की फिमों के बाद कई धारावाहिकों में भी काम किया है, उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ फ़िल्म इंडस्ट्री चूंकि अभी नया है इसलिए आप इसमें कमियां निकल सकते हैं लेकिन अब यह इंडस्ट्री किसी भी अन्य इंडस्ट्री से कमतर नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां बहुत संभावनाएं हैं। यह पूछे जाने पर की दक्षिण सिनेमा ने बॉलीवुड को पीछे छोड़ दिया, उन्होंने कहा कि कंटेंट और दर्शकों की अपेक्षा पर खरा जो उतरेगा सफल होगा। उन्होंने दर्शकों की रगों को पहचाना है। उन्होंने कहा कि बेहतर स्क्रिप्ट और कंटेंट होने पर किसी भी फ़िल्म में काम किया जा सकता है।

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