
सरकार की हठधर्मिता यही रही तो दफ्तरों में 25 जुलाई से पसर जाएगा सन्नाटा …….वजह ये है कि 5 लाख से अधिक कर्मचारी सरकार की नीतियों से …..छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन चले जायेंगे हड़ताल पर ……
बिलासपुर।
छत्तीसगढ़ सरकार के हठधर्मिता और वायदा खिलाफी के विरोध मे पांच लाख से अधिक कर्मचारी 25 से 29/7/2022तक रहेगे हडताल पर सभी शासकीय दफ्तर रहेगे बंद.सभी शासकीय कार्य रहेगे ढप्प .आम नारिक निपटा ले शासकीय कार्यालयो के जरूरी काम.जमीन जायदाद के रजिस्ट्री से ले कर अस्पताल स्कूल.कालेज.कृषी और खाद्य सहकारिता.राजस्व के प्रकरण सभी होगे प्रभावित.छत्तीसगढ़ के इतिहास मे पहली बार होगी शासकीय दफतर इतने दिनो के लिये बंद.। उक्त जानकारी *छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन सम्भागीय मुख्यालय बिलासपुर जिला के सह संयोजक और छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी स़घ के जिलाध्यक्ष उपप्रान्ताक्ष पी.आर.कौशिक.वरिष्ट उपाध्यक्ष देवेन्द्र पटेल.तखतपुर अध्यक्ष चन्द्रशेखर आण्डेय ओर छत्तीसगढ प्रगतिशिल पेशनर्श कल्याण संघ के प्रान्ताध्यक्ष आर.पी.शर्मा द्वारा एक संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति जारी कर दी गई।
फेडरेशन के घटक संघ के उक्त पदाधिकारियो द्वारा यह बताया गया कि छत्तीसगढ़ के वर्तमान सरकार द्वारा प्रदेश के लगभग पांच लाख कर्मचारियो और पेशनरो के साथ वर्षो से केन्द्र और राज्य सरकारो से कर्मचारी संघो के साथ हुये समझौतो कि जब जब मंहगाई बढ़ेगा केन्द्र सरकार जैसे जेसे मंहगाई भत्ता अपने केन्द्रीय कर्मचारियो और पेशनरो का बढायेगा तब तब तब राज्य सरकार भी अपने कर्मचारियो और पेशनरो का मंहगाई भत्ता बढ़ायेगी लेकिन वर्तमान छत्तीसढ़ मे काग्रेस की भूपेश सरकार द्वारा इस समझौते को नजर अदाज कर रही है वर्तमान मे केन्द्र के कर्मचारी 43% मंहगाई भत्ता पा रहे है और जुलाई से फिर बढ़ोत्तरी हो रही है .वही छत्तीसगढ मे यह 22% मिल रहा है।
जबकी छत्तीसगढ़ मे ही आएस.आईपीएस.आएफस के अधिकारी को सरकार केन्द्र के समान देय तिथि से मंहगाई भत्ता और अन्य सुविधा दे रही है
छत्तीसगढ़ के कर्मचारी अधिकारियो के मकान किराया भत्ता 2017 से सातवां वेतनमान के अनुसार पुनरिक्षण.यात्रा भत्ता भी लम्बित है.जो बिना मांगे मिल ना था.इसी तरह वर्तमान सरकार के चुनावी घोषणा पत्र मे दैनिक वेतन वेतन भोगी.संविदा अनियमित कर्मचारियो के नियमितिकरण की चुनावी घोषणा पत्र के वायदे भी सरकार के चार साल पूरा होने को है लम्बित है आज सभी वर्ग के कर्मचारी अधिकारी इसीसे आक्रोसित होकर एक बैनर के तले लाम बंद होकर हडताल का अतिम निर्णय ले चुके है ओर दिनांक 25/7/2022 से 25/7/2022 तक पांच दिवस का निश्चित कालिन हडताल मे जाने की तैय्यारी कर चुंके है यह तो कहने को पांच दिन है लेकिन इसके आगे पिछे दो शनिवार और दो रविवार भी पड़ेगा इस तरह पूरे प्रदेश भर मे 9 दिन सभी शासकीय दफ्तर बंद रहेगे।
कर्मचारी नेता देवेन्द्र पटेल और फेडरेशन ने प्रदेश के सभी आम जनो से विनम्र आग्रह किया है कि कोविड 19 के सक्रमण काल मे शासकीय स़ंस्थान अस्पताल और कर्मचारियो ने जान जोखिम मे डाल कर शासकीय संस्थाओ की विश्वसनियता को बनाये रखा.और दो साल तक अपनी हकदारी को भी सरकार से न मांग कर प्रदेश हित और जनता के हित मे काम किया .और सरकार को के समक्ष अपनी बात को समय समय पर रखा लेकिन सरकार द्वारा हठधर्मिता दिखाई गई और वादाखिलाफी भी किया जाता रहा है जिसके कारण कर्मचारी अधिकारियो की धैर्यता जवाब दे गई है और इसी कारण हड़ताल मे जाने को बाध्य है
इसलिये 25/7/2022 के पूर्व अपने शासकीय कार्यालयो के सभी जरूरी कार्य निपाटे ले ताकि किसी प्रकार के कोई असुविधा ना हो. संघ पदाधिकारियो द्वारा प्रदेश के सभी कर्मचारी अधिकारियो से भी अपील की गई है कि हड़ताल मे स्वस्फूर्त सम्मिलित होकर अपनी चट्टानी एकता का परिचय देने अपील की गई है।