
गजब::स्कूल की सरकारी जमीन का बनवा लिया पट्टा.. अब करा रहा खेती…कांग्रेस नेता अनिल जायसवाल की अगुवाई में ग्रामीणों ने की शिकायत..
अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले में एक ऐसा अजीबोगरीब मामला सामने आया है जहां एक दबंग ग्रामीण ने न सिर्फ सरकारी स्कूल की जमीन का जहां पट्टा बनवा लिया तो वहीं स्कूल के बगल में खेती भी आरम्भ कर दी है। अब कांग्रेस के दिग्गज नेता अनिल जायसवाल के साथ सरपंच व अन्य ग्रामीणों ने इसकी शिकायत थाना प्रभारी से की है।
ग्रामीणों ने अपनी शिकायत में बताया कि पीपरडाड, ग्राम पंचायत बरदिया तहसील पटना, विकास खण्ड बैकुन्ठपुर के शासकीय पूर्व माध्यमिक पीपरड़ाड़ के स्कूल भवन और बाऊड्री बाल आहाता के भीतर की भूमि का खसरा नंबर 118 है, जो शासकीय भूमि पर वर्ष 2005-06 में मिडील स्कूल भवन का निर्माण शासन के द्वारा किया गया, जिसका लोकार्पण 2006-07 में हुआ था, इस भूमि में सामुदायिक भवन, मध्यान भोजन कक्ष, अतिरिक्त कक्ष, आहाता निर्माण व हेण्डपम्प खनन व खेल मैदान है, बच्चे इस स्कूल में अध्ययन करते है, मध्यान भोजन खाते हैं, और खेलते कुदते है। इस भूमि पर देवचन्द पिता हीरालाल जाति गोंड़, निवासी ग्राम पीपरडाड थाना-पटना, तहसील-पटना, जिला-कोरिया के द्वारा अवैध रूप से पट्टा ऋण पुस्तिका बनवा लिया गया है। जनपद पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष अनिल जायसवाल ने कहा कि यदि उक्त व्यक्ति के द्वारा जब शाला भवन व आहाता का निर्माण किया जा रहा था तो निर्माण करते समय क्यों मना नहीं किया गया। क्योंकि उक्त व्यक्ति का इस भूमि पर कब्जा ही नहीं था। अब यदि उक्त व्यक्ति के द्वारा अवैध रूप से कब्जा कर खेती या निर्माण कार्य किया जाता है तो हमारे बच्चे पढ़ने खेलने, कुदने कहा जायेंगें इनका भविष्य अंधकार मय हो जायेगा।
गांव के सरपंच ने बताया कि उक्त व्यक्ति के द्वारा शासकीय भूमि खसरा क्रमांक 119 और 121 है जो छत्तीसगढ़ शासन के रिकार्ड के नाम से है। इस भूमि पर उस व्यक्ति के द्वारा वर्तमान में जोताई करवाकर फसल बोया गया है। और खसरा क्रमांक 118 जिस पर वर्तमान में शाला भवन व आहाता निर्माण किया गया है, को जोतवाकर फसल बोया गया है। इन सभी भूमि के संबंध में निवेदन पत्र तहसील पटना को दिया गया था, तहसीलदार के द्वारा हल्का पटवारी सुषमा साहू को जाँच करने और जाँच प्रतिवेदन, पंचनामा तैयार करने हेतु आदेशित किया गया था। पटवारी के द्वारा उक्त भूमि पर आकर उपस्थित ग्रामवासी के समक्ष जाँच प्रतिवेदन पंचनामा तैयार कर तहसील कार्यालय पटना में जमा करने को कहकर ले गई परन्तु पटवारी के द्वारा जाँच प्रतिवेदन जमा नहीं किया गया । इससे प्रतीत होता है कि उस व्यक्ति के द्वारा साँठ-गांठ कर दबवा दिया गया, इस कारण कार्यवाही अभी तक कुछ भी नहीं हुआ है।
ग्रामीणों ने मांग की है कि यह भूमि ग्रामवासियों की निस्तार के लिये बहुत ही आवश्यक है। उक्त भूमि को स्कूल के नाम से रिकार्ड करने भू अभिलेख में रिकार्ड दुरूस्त करवाने की महान कृपा करें। वह व्यक्ति वर्तमान में इस भूमियों पर जोतवाकर फसल बो दिया है.। हम ग्रामवासियों को इस व्यक्ति के उपर आक्रोश है।उक्त व्यक्ति के उपर कठोर कार्यवाही करने हेतु अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। ग्रामीणों ने कहा कि यदि तत्काल कार्यवाही किया जाये, यदि कार्यवाही नहीं होता है तो हम सभी ग्रामवासी उम्र आन्दोलन करने हेतु विवश हो जाएगें ।