
अन्याय के खिलाफ आवाज है अनिश्चितकालीन हड़ताल – शेख कलीमुल्लाह ……छत्तीसगढ़ कर्मचारी -अधिकारी फ़ेडरेशन प्रदेश के कर्मचारियों अधिकारियों का प्रतिनिधि संगठन है ……अन्याय एवं शोषण के खिलाफ आवाज बताते हुए 22 अगस्त से …
रायगढ़ ।
छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विकास अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह ने छत्तीसगढ़ कर्मचारी – अधिकारी फेडरेशन के अनिश्चितकालीन हड़ताल को प्रदेश के कर्मचारियों और अधिकारियों के विरुद्ध हो रहे अन्याय एवं शोषण के खिलाफ आवाज बताते हुए प्रदेश के सभी कर्मचारियों , अधिकारियों से इस अनिश्चितकालीन हड़ताल रूपी यज्ञ में पूर्णाहुति की अपील की है उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फ़ेडरेशन प्रदेश के कर्मचारियों अधिकारियों का प्रतिनिधि संगठन है जिसके द्वारा पिछले वर्ष से लगातार ज्ञापन आंदोलन के माध्यम से प्रदेश के कर्मचारियों अधिकारियों की दो प्रमुख मांग केंद्र के समान देय तिथि से 34% महंगाई भत्ता, सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता को लगातार शासन के समक्ष उठाया जाता रहा है। फेडरेशन ने 30 मई को चार स्तरीय आंदोलन की घोषणा कर तीन चरण के आंदोलन को सफलतापूर्वक संपन्न कर लिया है । 25 से 29 जुलाई तक प्रदेश के लाखों कर्मचारी अधिकारी हड़ताल पर रहे 9 दिन तक कामकाज ठप रहा बावजूद इसके राज्य सरकार द्वारा मांगों पर न तो कोई संज्ञान नहीं लिया गया और ना ही इस परिप्रेक्ष्य में कोई घोषणा की गई बल्कि आंदोलन को दमन करने के लिए 5 दिन का वेतन कटौती आदेश जारी कर दिया गया । फेडरेशन ने भी इसे चुनौती मानकर फेडरेशन की प्रांतीय बैठक में तथा पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालय में वेतन कटौती आदेश को जला कर शासन को संदेश दिया कि दमन के आगे फेडरेशन नहीं झुकेगा। निश्चितकालीन पांच दिवसीय हड़ताल ने राज्य शासन को चर्चा के लिए मजबूर कर दिया। सचिव स्तर की चर्चा में प्रांतीय फ़ेडरेशन के प्रतिनिधियों ने भाग लिया और अपना पक्ष रखा। फेडरेशन को उम्मीद थी कि शासन द्वारा मांगों पर घोषणा की जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी द्वारा जिस संगठन ने 2 सूत्री मांग के लिए आंदोलन नहीं किया उन से चर्चा कर 6% महंगाई भत्ता की घोषणा कर दी। फेडरेशन ने आपात बैठक कर 6% महंगाई भत्ता की घोषणा को अस्वीकार करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री द्वारा फेडरेशन के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा हुई लेकिन उन्होंने 6% महंगाई भत्ता से अधिक नहीं दिए जाने बात कही और वार्ता असफल हो गई। छत्तीसगढ़ के लाखों कर्मचारियों अधिकारियों के मंशानुरूप छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन प्रांतीय निकाय ने 22 अगस्त की अनिश्चितकालीन हड़ताल को जारी रखने की घोषणा किया, अब पाली प्रदेश के कर्मचारियों अधिकारियों के हाथ में है। यह आंदोलन कर्मचारियों के व्यापक हितों से संबद्ध होने के साथ-साथ, कर्मचारी संगठनों के अस्तित्व का भी है। 6% की घोषणा को माह अगस्त से स्वीकार कर तथाकथित कर्मचारी संगठनों ने कर्मचारियों अधिकारियों के एरियर को सरकार के खाता में डाल दिया है। वहीं दूसरी ओर छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन को देय तिथि पर 12 % महंगाई भत्ता चाहिए साथ ही साथ गृह भाड़ा भत्ता भी सातवें वेतनमान के अनुरूप चाहिए । आप सब की एकजुटता से ही फेडरेशन अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के 2 सूत्रीय मांगों का समर्थन करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य न्यायिक कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ ने सक्रिय सहभागिता का निर्णय लिया है, छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विकास अधिकारी संघ उन्हें इस निर्णय के लिए साधुवाद देता है। छत्तीसगढ़ राज्य कृषि विकास अधिकारी संघ के प्रांताध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह , कार्यकारी प्रांताध्यक्ष आर. एल. गुप्ता , सचिव रंमतू राम नेताम कोषाध्यक्ष मनोहर राम नेताम एवं श्रीमती मीना नेताम अध्यक्षा महिला प्रकोष्ठ ने प्रदेश के सभी कर्मचारियों अधिकारियों से छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के अनिश्चितकालीन हड़ताल में अपनी सहभागिता दर्ज करा कर हड़ताल को ऐतिहासिक रूप से सफल बनाने की अपील की है ।