♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

यहां सड़क को लेकर अनिश्चितकालीन आर्थिक नाकेबंदी एवं चक्का जाम …… तमाम कवायद के बाद भी हालात नहीं सुधारने पर उठाया ये कदम

रायगढ l जिले में वर्षो से खराब सड़के जहा राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी से आवागमन के लिए बड़ी समस्या बन गई है l वही राजनेताओं। के लिए सबसे बड़ा सिरदर्द बना हुआ है l क्योंकि आने वाले 13 महीनो बाद विधान सभा चुनाव जो होने है l वही रायगढ़ सहित पूरे छत्तीसगढ़ में संबधित मार्गो से लेकर राष्टीय ए राज्य मार्गो की जर्जर हालत के पिछे निर्माण एजेंसी के साथ कमीसन खोरी व लापरवाही भी बहुत बड़ी जिम्मेदार है l यादि निर्माण के दौरान गुदवक्ता का वैगयानिक परीक्षण व सतत निगरानी की जाती तो मजाल है सड़को की ये इस्तीथी होती ? उक्त बयान छत्तीसगढ़ श्रमजीवी पत्रकार कल्याण संघ के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य श्याम भोजवानी ने जिले के सभी मार्गो सहित प्रदेश के सभी मार्गो की जर्जर सड़को की बदहाली पर चिंता व्यक्त करते हुए दिए है l श्री भोजवानी ने बताया की जिले के सभी सड़को की जर्जर हालत दुर्भाग्य जनक हालत में है l सरकार सड़को के लिये केवल बजट स्वीकृत कर सब कुछ स्थानीय प्रशासन ब निर्माण एजेंसी पर छोड़ देती है ,जो कदाचित प्रयाप्त नही होती है l शासन को सडको के निर्माण लिए फंड प्रस्तावित करने के अलावा कारगर नीति बनाने की नितान्त आवश्यकता है ताकि विकाश की आधारभूत शर्त पर सड़को कि गुड़वक्ता कायम रह सके l श्री भोजवानी ने सड़को की जर्जर हालत के फल स्वरूप घटित सड़क हादसों पर भी चिंता व्यक्त करते हुए जिम्मेदार आमले के प्रति नकारात्मकता जाहिर की उन्होंने आगे कहा की सड़को की गुड़वक्ता व मरमत केवल अनुबंधित टेकेदार की जिम्मेदारी नही बल्कि प्रशासन की भी बराबर की जवाबदेही होती है शहर समेत जिले के सभी मुख्य मार्गो व हाइवे की टूट फुट पर पमाड़ित यातायात व सड़क दुर्घटनाओं के लिए निर्माण एजेंसी टेकेदार एवम इस्तानिय प्रशासन के जिमेदार आमले पर भी बराबर की लापरवाही का जिम्मेदार मान कर कठोर कार्यवाही करने की नितान्त आवश्यकता है ।

सड़क निर्माण के लिए खर्च सासन के बजट के सबसे ज्यादा फण्ड की सार्थकता साबित हो और आम जनता तथा आम जन मानस जनता को सुगम परिवहन का ज्यादा लाभ मिल सके ये प्रशासन को सुनिश्चित करना होगा जैसे अन्य राज्यो की सरकार करती है जिसका जीता जागता उदाहरण ओडिसा की सरकार है वहा की सड़के आज भी छत्तीसगढ़ की सरकार को आईना दिखाती है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close