
पिता से पढ़ाई के लिए पैसे न मिलने से नाराज पुत्र पिता की शिकायत करने पहुंच गया थाने ……बैल चराकर जीवन यापन करने वाले पिता ने बताई अपनी लाचारी, पिता पुत्र की बात सुनकर थानेदार ने किया ये काम ….और यह भी कहा कि
*धरमजयगढ़ में सोशल पुलिसिंग का दिखा नायाब नमूना खाकी ने पेश की इंसानियत और हमदर्दी की बेहतरीन मिशाल!*
*12 वी का छात्र पढ़ाई लिखाई मेंआर्थिक तंगी समस्या लेकर पहुंचा थाने,थानेदार नंदलाल ने की सहायता!*
असलम खान धरमजयगढ़:-
धरमजयगढ़ पुलिस थाने में आज सोशल पुलिसिंग एक नायाब नमूना देखने मिला।यहां खाकी ने बालक के साथ इंसानियत और हमदर्दी की बेहतरीन मिशाल पेश की।
बता दें धरमजयगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम चीडोडीह निवासी एक 17 वर्षीय बालक खिलेश्वर राठिया पिता दरबार सिंह राठिया ने थाने पहुंच आवेदन देकर थानेदार के सामने अपना दर्द बयां किया,जिसे सुन थानेदार साहब भावुक हो गए और खुद को बालक की मदद करने से नही रोक पाए।
मिली जानकारी मुताबिक बालक अपने पिता से पढ़ाई लिखाई,साबुन आदि खर्च हेतु पैसा नही मिलने से नाराज होकर घर से बाहर जाने निकला था लेकिन रास्ते में कुशाग्र बुद्धि छात्र ने थाने में शिकायत करने का मन बनाया और थाने पहुंचने पर वहां मौजूद थाना प्रभारी नंदलाल पैंकरा ने बड़े प्यार से उसकी आप बीती सुनकर भावुक हुए और बालक के पिता को बुलवाया पूछने पर पिता ने बताया की उसकी घर की माली हालत ठीक नहीं है,बैल चराकर मजदूरी कर किसी तरह गुजारा करना बताया।
पिता पुत्र की बात सुन समझकर तत्काल थानेदार ने उनसे हमदर्दी जताते हुए, छात्र के हाथ में 1500 रुपए नकद सहयोग राशि दिया और बालक से कहा की वो अपनी पढ़ाई सतत जारी रखे,भविष्य में जरूरत पड़ने पर पढ़ाई लिखाई का खर्च देने की बात कही,थानेदार की बात सुनकर पिता पुत्र खुशी से गदगद हो गए।
अंत में नेक समझाइश देकर उसके परिजनों के साथ बालक को उसके गृह ग्राम चीड़ोडीह रवाना किया।पुलिस अधिकारी के अच्छे व्यवहार से प्रभावित होकर बालक के परिजन ने साधुवाद कहा।वहीं नगर में प्रबुद्ध जनों और स्थानीय नगरवासियों के बीच थानेदार पैंकरा द्वारा छात्र की सहायता करने इस नेक पहल की काफी सराहना हो रही है।।