
शहर के प्रतिष्ठित कपड़ा व्यवसायी से ठगी करने वाले दोनों आरोपी धराए…फ्रेंचाइजी देने के नाम पर 63 हजार की थी ठगी…सायबर सेल का कमाल…
अनूप बड़ेरिया
कोरिया जिले के सायबर सेल जहां गुम या चोरी मोबाइल की पता साजी तो सफलतापूर्वक करती है तो वहीं सायबर क्राइम के मामलों में भी कमाल कर रही है।
कुछ इसी प्रकार अक्टूबर माह में शहर के रिजवी ऑप्टिकल से 63 हजार की ठगी के 2 आरोपियों को सायबर सेल की मदद से अनूपपुर रेलवे स्टेशन गिरफ्तार कर लिया गया। दोनो आरोपी सारनाथ ट्रेन से UP भागने की फिराक में थे।
दरअसल रिजवी ऑप्टिकल के संचालक जमील अंसारी 09 नवम्बर को थाना बैकुण्ठपुर आकर रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसका स्वयं का आप्टिकल एवं रेडीमेंट कपड़ा दुकान है कि 20 अक्टूबर को 02 लोग इनोवा कार में आये और बोले कि हम लोग बिलासपुर से आये है उनके पास कोकोडायल कम्पनी का फ्रेंचाइजी है, वे लोग कपडे का सैम्पल भी दिखाये और अपना नाम एस.के. शुक्ला और अंकित तिवारी बताकर फेचाईजी देने के लिए बोले मैं तैयार हो गया। उन्होने जीएसटी बिल मेरे मोबाईल पर सेन्ड किया तब मैं उनके बातो में आकर सेम्पल रख लिया और 13 हजार रुपये नगद और 50 हजार रुपये फोनपे से ट्रान्सफर कर दिया, किन्तु कुछ ही समय बाद व्हाटसप से जीएसटी बिल को उनके द्वारा डिलिट कर दिया गया तथा उनके द्वारा दिया हुआ मोबाईल नम्बर भी बंद हो गया। तब पीड़ित को उसके साथ धोखाधडी होने का शक हुआ कि रिर्पोट पर थाना बैकुण्ठपुर में धारा 419, 420 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर सायबर सेल व थाना स्टाफ की संयुक्त टीम बनाकर आरोपियो की पतासाजी की जाने लगी। 18 नवम्बर को लोकेशन के आधार पर पता चला कि आरोपीगण सारनाथ एक्सप्रेस से रायपुर जा रहे है। तब थाना बैकुण्ठपुर व सायबर सेल की संयुक्त टीम आरोपियो की पता साजी हेतु तत्काल रवाना होकर अनुपपुर रेल्वे स्टेशन से दोनो आरोपियो को अभिरक्षा में लेकर थाना बैकुण्ठपुर आये। उनसे पुछताछ करने पर अपना नाम 1. सौरभ चोपड़ा पिता कृष्ण गोपाल चोपडा उम्र 32 वर्ष जाति पंजाबी निवासी 13 / 32 प्लाट ब्लाक 02 गोविन्द नगर थाना कोतवाली गोविन्दनगर जिला कानपुर उत्तरप्रदेश पिन नं 2080002, व स्वतंत्र कुमार शुक्ला पिता स्व० अवध बिहारी शुक्ला उम्र 40 वर्ष निवासी 536/01 सूर्य बिहार खेरवा कानपुर नगर थाना नबावगंज उत्तरप्रदेश पिन नं 2080002 बताया तथा अपराध घटना करना स्वीकार करते हुए बताये कि वे लोग कानपुर से कपड़ा मार्केटिंग हेतु निकल कर छतीसगढ आये मार्केटिंग व बाजार घुमने के लिए इनोवा कार किराये पर लिये। उसी से बैकुण्ठपुर आये तथा रिजवी आप्टीकल एवं रेडीमेट कपडे का शोरुम दिखने पर दुकान पर वे दोनो गये कोकोडायल की फ्रेंचाइजी देने के नाम पर उसके मालिक को कपडे का सेम्पल दिखाये फ्रेंचाइजी व कम्पनी का लोगो बना हुआ काउटर मिलेगा। कंम्पनी आपको सेल्समेन उपलब्ध करायेगी आपके दुकान के अलावा हमारा समान कही और नही मिलेगा का प्रलोभन दिये तथा उसे विश्वास में लेने के लिए गूगल से फर्जी जीएसटी बिल निकाल कर हमारा जीएसटी बिल है, कह कर उसके मोबाईल में सेन्ड कर दिये तथा कंपनी का एक फर्जी कार्ड भी दिये तब जमील अंसारी फ्रेंचाईजी लेने के लिए तैयार हो गया। इसके बाद अपना-
अपना मोबाईल बंद कर लिये तथा पैसे को निकाल कर वे लोग बीस-बीस हजार रुपये आपस में बांट लिये और बाकी पैसे में गाडी का किराया व खाने-पीने में खर्च किये बताये। आरोपियो के कब्जे से धोखाधडी की रकम से खरीदे गये 24 हजार के कपडे व 4 हजार नगद बरामद कर जप्त किया गया। आरोपियो को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड में भेजा गया। सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक अश्वनी सिंह, उप निरीक्षक रम्भा साहू, आरक्षक इलियास कुजूर, भानुप्रताप सिंह एवं सायबर सेल स्टाफ प्रधान आरक्षक नवीन दत्त तिवारी, अरविद कौल का महत्वपूर्ण योगदान रहा।