
आयुष्मान से मरीजों को नहीं मिल पा रहा लाभ, मरीज और परिवार हो रहा हलाकान …. तत्काल आवश्यकता का नहीं मिल पा रहा लाभ …सिर्फ लूट रहे वाहवाही …जरूरतमंद हो रहे परेशान
रायगढ़ ।
आयुष्मान योजना इन दिनों आयुष्मान ही हो गया है क्योंकि वर्तमान में इसे लेकर मरीज बेहद परेशान हैं शासन की निशुल्क सुविधा के नाम पर लोगों के द्वारा इलाज की स्थिति में आयुष्मान कार्ड के माध्यम से इलाज कराना तो चाह रहे हैं लेकिन इसमें बड़ी तकनीकी समस्या उत्पन्न हो गई है जिसकी वजह से हजारों जरूरतमंदों को इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है।
आयुष्मान कार्ड योजना से मरीजों का इलाज नहीं हो रहा है। खासकर नए बने कार्ड से तो कतई नहीं। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के आयुष्मान पोर्टल में तकनीकी खराबी आ गई है जिसके कारण मरीजों को हलाकान होना पड़ रहा है और निजी चिकित्सालयों में भारी भरकम रकम देनी पड़ रही है। लेकिन इस मामले में रायगढ़ का स्वास्थ्य विभाग बेसुध नजर आ रहा है। अधिकारी मरीजों की किसी तरह से मदद करने में हाथ उठा दे रहे हैं। पूरे मामले को सेंट्रल से गड़बड़ होना बता रहे हैं। एक मरीज ने बताया कि चार दिन पहले एक निजी अस्पताल में पथरी के ऑपरेशन के लिए गया था जहां आयुष्मान कार्ड से रजिस्ट्रेशन तो हुआ लेकिन आगे की प्रक्रिया नहीं हुई। ऐसे में उक्त मरीज ने टोल फ्री नम्बर 104 और केंद्र सरकार की टोल फ्री में शिकायत की लेकिन दोनों जगह सर्वर खराब होने की बात कहकर योजना से इलाज नहीं होने की बात कही गई। मरीज को दिलासा दिया गया कि वो एक हफ्ते बाद इलाज के लिए आये तब तक सर्वर और टेक्निकल समस्या दूर हो जाएगी।
जैसा कि पूरे प्रदेश में इस तरह की समस्या बनी हुई है ऐसे में आयुष्मान कार्ड लेकर इलाज कराने वालों को आर्थिक चोट पहुंच रही है । हालांकि आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के छत्तीसगढ़ नोडल अधिकारी डॉ श्रीकांत राजिमवाले का कहना है कि जिनका भी रजिस्ट्रेशन हो गया है उन्हें क्लेम दिलाया जाएगा।। यही बात रायगढ़ के नोडल डॉ तिलेश दिवान ने बताया कि रायपुर से ही ये दिक्कत आ रही है। जिसमे नए बने कार्ड में ही इस प्रकार की समस्या है। सप्ताह भर में ये समस्या दूर हो जाएगी।। तब तक इंतजार के कोई चारा नहीं है। बहरहाल कब तक आयुष्मान का सर्वर ठीक होगा और कब रजिस्ट्रेशन करा चुके लोगों का क्लेम एक्सेप्ट होगा ये देखना बड़ी बात होगी। बताया जा रहा है कि सर्वर डाउन होने से अस्पतालों का लाखों रुपए का भुगतान अटक गया है।