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हम जनता के बीच जायेंगे..देश के हर गली, मोहल्ले, चौक-चौराहे को संसद बनायेंगे… कहां कहां आप हमारी आवाज रोकेगें-शफी अहमद

मोदी राज में आम जनता की आवाज उठाने, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया है-छग श्रम कल्याण बोर्ड अध्यक्ष
अनूप बड़ेरिया
छग श्रम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष व राज्यमंत्री का दर्जा प्राप्त शफी अहमद ने आज बैकुंठपुर के राजीव भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश में आज आम आदमी की आवाज उठाना, भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना गुनाह हो गया है। देश की प्रमुख विपक्षी पार्टी के पूर्व अध्यक्ष 4 बार के सांसद राहुल गांधी जब संसद के अंदर बात करते है तो उनको बोलने नहीं दिया जाता, उनका माइक बंद कर दिय जाता है। सत्तारूढ़ दल के सांसद बहुगत के अतिवादी चरित्र का प्रदर्शन करते हुये संसद की कार्यवाही नहीं चलने देते है। केंद्रीय मंत्री अपने पद की गरिमा को तार-तार करते हुये अनर्गल बयाबाजी करते है और जब इन सबसे भी राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी और विपक्ष की आवाज को नहीं दबा पाते तो एक और षड्यंत्र रचा जाता है।
शफी अहमद ने कहा कि राहुल गांधी की संसद सदस्यता को समाप्त करने का यह हम पूरे घटनाक्रम का सिलसिलेवार ब्योरा आपके समक्ष रखते है आप खुद विचार करिये, देखिये इस देश के लोकतंत्र को किस प्रकार नष्ट किया जा रहा है। राहुल गांधी ने देश के प्रधानमंत्री की दुखती रत पर हाथ रख दिया। उन्होंने मोदी के निकट सहयोगी अडानी के घोटालेबाजी और अडानी-मोदी के गठबंधन पर आवाज उठाया। उन्होंने दो सवाल पूछे थे- क्या अडानी की राल कंपनियों में ₹20,000 करोड़ या 3 बिलियन डॉलर हैं? अडानी इस पैसे को खुद कमा नहीं सकता क्योंकि के इफ्रास्ट्रक्चर बिजनेस में है। यह पैसा कहां से आया ? किसका काला धन है ? ये किसकी शेल कंपनिया है ? ये कंपनियां डिफेंस फील्ड में काम कर रही है। कोई क्यों नहीं जानता? यह किसका पैसा है ? इसमें एक चीनी नागरिक शामिल हैं। कोई यह सवाल क्यों नहीं पूछ रहा है कि यह चीनी नागरिक कौन है ?
उन्होंने कहा प्रधानमंत्री मोदी जी का अडानी से क्या रिश्ता है ? उन्होंने श्री अडानी के विमान में आराम करते हुए पीएम मोदी की तस्वीर दिखाई। उन्होंने रक्षा उद्योग के बारे में, हवाई अड्डों के बारे में, श्रीलंका में दिए गए बयानों के बारे में बांग्लादेश में दिए गए बयानों के बारे में, ऑस्ट्रेलिया में स्टेट बैंक (भारत के) के चेयरमैन के साथ बैठे श्री नरेंद्र मोदी और श्री अडानी की तस्वीरें, जिन्होंने कथित तौर पर $1 बिलियन का ऋण स्वीकृत किया था, के बारे में दस्तावेज दिए। यह सबूत के साथ सवालों का दूसरा सेट था। मोदी सरकार ने सवाल का जवाब तो नहीं दिया उल्टे राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन खडगे के भाषण से अडानी घोटाले के महत्वपूर्ण अंश और श्री राहुल गांधी के भाषण (लगभग पूरी तरह से) को संसद के रिकॉर्ड से हटा दिया गया।  संसद के बजट सत्र के चल रहे दूसरे भाग में भारत के इतिहास में पहली बार एक सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा संसद को बाधित कर रही थी और इसे काम नहीं करने दे रही है। यह अडानी को बचाने के लिए एक ध्यान भटकाने की साजिश है। जबकि संयुक्त विपक्ष इस पर JPC (संयुक्त संसदीय समिति) चाहता है। श्री राहुल गांधी पर भाजपा मंत्रियों द्वारा हमला किया गया। लोक सभा अध्यक्ष महोदय को राहुल ग़ांधी ने दो लिखित अनुरोध किये कि उनको संसद में जवाब देने दें। इसके बाद तीसरी बार अध्यक्ष जी से मीटिंग भी की पर तीन अनुरोधों के बावजूद अध्यक्ष जी ने संसद में उन्हें बोलने का अवसर देने से इनकार कर दिया। इससे साफ पता चलता है कि पीएम मोदी नहीं चाहते कि अडानी के साथ उनके रिश्ते का पर्दाफाश हो।
शफी अहमद ने प्रेस को बताया कि भाजपा अब झूठा हौवा खड़ा कर रही है कि राहुल गांधी ने ओबीसी को सिर्फ इसलिए निशाना बनाया, क्योंकि उन्हों पीएम मोदी से एक सवाल किया था। ध्यान भटकाने का एक और बोगस हथकंडा। जो व्यक्ति एकता फैलाने के लिए “भारत जोड़ो यात्रा ” में 4000 किलोमीटर पैदल चल सकता है, वो कैसे एक समुदाय को निशाना बना सकता है?गुजरात में सूरत की एक निचली अदालत के फैसले के 24 घंटे के भीतर भाजपा ने श्री गांधी को लोकसभा में उनकी सदस्यता को रद्द करने के लिए “बिजली की गति से काम किया, भले ही अदालत ने उन्हें उच्च न्यायालय में अपील करने के
लिए 30 दिन का समय दिया था। भाजपा  राहुल गांधी से इतना डरती क्यों है ?  भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा की ओबीसी समुदाय का अपमान करने का आरोप लगाने की घटिया चाल स्पष्ट हताशा साबित हुई है।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी द्वारा दिया गया बयान यह पूछ रहा था कि कुछ चौरों का एक ही उपनाम (नीरव मोदी, ललित मोदी और नरेंद्र मोदी) क्यों है उन्होंने ऐसा नहीं है कि सारे मोदी चोर हैं “। उन्होंने किसी समुदाय को निशाना नहीं बनाया। दूसरा, न तो नीरव मोदी और न ही ललित मोदी ओबीसी है। और उनकी जाति जो भी हो, क्या उन्होंने धोखाधड़ी नहीं की? भाजपा धोखेबाजों और भगोड़ों को क्यों बचा रही है?  कांग्रेस पार्टी में 2 ओबीसी मुख्यमंत्री हैं। इससे साबित होता है कि कांग्रेस उनके योगदान को महत्व देती है।
राज्यमंत्री ने कहा कि आपराधिक मानहानि के लिए अधिकतम दो साल की सजा आजतक किसी को नहीं मिली है। दूसरी ओर, भाजपा नेताओं के खिलाफ मामले अत्यधिक उदारता से निपटाए जाते है। उत्तर प्रदेश के बांदा से भाजपा सांसद, आरके सिंह पटेल को नवंबर में एक ट्रेन रोकने, सार्वजनिक सड़कों को अवरुद्ध करने और पुलिस कर्मियों पर पथराव करने के लिए दोषी ठहराया गया था- लेकिन उन्हें केवल 1 साल की जेल हुई।
उन्होंने कहा कांग्रेस लड़ेंगी, फिर जीतेगी।
हम जनता के बीच जायेंगे, देश के हर गली, मोहल्ले, चौक-चौराहे को संसद बनायेंगे। कहां-कहां आप हमारी आवाज रोकेगें।
प्रेसवार्ता के दौरान जिला अध्यक्ष नजीर अजहर, पीसीसी सदस्य योगेश शुक्ला, जिपं उपाध्यक्ष वेदांती तिवारी, ब्लॉक अध्यक्ष अजय सिंह, शैलेंद्र सिंह, मुख्तार अहमद, नपा उपाध्यक्ष आशीष यादव, अजीत लकड़ा, आशीष डबरे, संजीव सिंह, भूपेंद्र यादव, आशा महेश साहू, संगीता राजवाड़े, राम सजीला, सुजीत सोनी सहित अनेक कांग्रेसी उपस्थित रहे।

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