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कांग्रेस प्रवक्ता विनोद कपूर  ने भाजपा नेता शक्ति अग्रवाल द्वारा प्रभु श्री राम को लेकर कांग्रेस विरोधी बयान पर लिया आड़े हाथ ….कहा आस्था में चोट पहुंचाने वाले वक्तव्य देने का अधिकार किसी को भी नहीं ….कांग्रेस प्रवक्ता ने शक्ति के सवालों पर किया सवालों के बौछार मांगा इस तथ्य पर ….कांग्रेस ने कभी भी धर्म आस्था संबंधित विषयों को चुनावी हथियार नहीं बनाया …आप इसका जवाब दें 

*प्रभु श्री राम को लेकर बीजेपी नेता शक्ति अग्रवाल का कांग्रेस विरोधी बयान निंदनीय-विनोद कपूर*

 

 

रायगढ़।
रायगढ़ जिला कांग्रेस प्रवक़्ता विनोद कपूर में पिछले दिनों  बीजेपी नेता शक्ति अग्रवाल के उस बयान की कड़ी निंदा कर आपत्ति जताई है जो बातें उन्होंने प्रभु श्रीराम को लेकर कांगेस के विरोध में कहीं हैं। कांग्रेस प्रवक़्ता विनोद कपूर ने बताया कि  कांग्रेस भारत की एक रजिस्टर्ड राष्ट्रीय पार्टी है व इसमें सभी समुदाय व धर्म के लोग है।ऐसे में आस्था में चोट पहुंचाने वाले वक्तव्य देने का अधिकार किसी को भी नहीं है व आपने आस्था को लेकर कांग्रेस विरोधी वक्तव्य देकर अक्षमेय कृत्य किया है ।
शक्ति अग्रवाल द्वारा जारी तथ्यहीन वक्तव्य से कांग्रेस जनों की भावनाएं आहत हुई है व कांग्रेस प्रवक़्ता ने शक्ति अग्रवाल से दस्तावेजों के साथ  इस सवाल का जवाब मांगा है-

कृपया बतावें कांग्रेस पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट में कब तथा किस तारीख और सन् को हलफनामा दिया है जिसमें भगवान श्रीराम को काल्पनिक बताया गया हो? कृपया दस्तावेजों सहित उत्तर दीजिएगा?
अन्यथा आपको अपनी जारी विज्ञप्ति का खंडन करना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक़्ता ने आगे बताया की संघ और बीजेपी ने जिस रामसेतु को लेकर कोर्ट में याचिका दायर की थी और सियासी मुद्दा बनाया था लेकिन मोदी सरकार के ही एक मंत्री ने संसद में रामसेतु का कोई वजूद होने से ही इनकार कर दिया बीजेपी पार्टी द्वारा यूपीए सरकार पर पर तो श्री राम को ही काल्पनिक बताने का निराधार  आरोप लगता रहा लिहाजा रामसेतु को लेकर सरकार के इस जवाब के बाद हिंदूवादी संगठन नाराज भी है लेकिन अगर वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने संसद को गुमराह करने की बजाए बिल्कुल सही जवाब दिया था।

विदित हो कि जितेंद्र सिंह प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री होने के अलावा अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री भी हैं। चूंकि रामसेतु के अस्तित्व का सवाल विज्ञान के शोध अध्ययन से जुड़ा हुआ था,इसलिए उन्हीने अंतरिक्ष विभाग के राज्यमंत्री के नाते उसका उचित जवाब देकर सबको चकित कर दिया था,फिलहाल अब अलग बात है कि इससे हिंदुओं की कितनी भावनाएं आहत हुई।

 

यह भी विदित हो कि  केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में यह हलफनामा भी दायर किया गया जिसमें कहा गया”आर्थिक उन्नति के लिए रामसेतु  तोड़ना जरूरी है” यह भी जानना जरूरी है
भारत सरकार द्वारा दायर हलफनामे में कहा गया था कि, “यह पुल असल में एक भूगर्भीय संरचना है, जो दस लाख वर्ष पहले भूगर्भीय क्रियाओं के कारण अस्तित्व में आई। इनका निर्माण मनुष्य ने नहीं किया है।” हाल में हुए कर्नाटक के चुनाव में भी भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं ने बजरंग दल की बात को बजरंगबली से जोड़ा और उन्हें हार का सामना करना पड़ा जबकि कांग्रेस ने कभी भी धर्म आस्था संबंधित विषयों को चुनावी हथियार नहीं बनाया।
प्रवक़्ता विनोद कपूर ने प्रभु  श्री राम  की आस्था को लेकर कहा कि जनवरी 1993 में पूर्व प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिम्हा राव की कांग्रेस सरकार ने अयोध्या में राम मंदिर बनाने का अध्यादेश लाया था।  जिसका विरोध आप की पार्टी बीजेपी ने उस समय किया था जिससे ही जन सामान्य को जान जाना चाहिए कि बीजेपी के दिखावे की आस्था के सामने कांग्रेस की आस्था कितनी मजबूत है मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम को लेकर।
रायगढ़ जिला  कांग्रेस प्रवक़्ता ने  यह भी बताया कि प्रभु श्रीराम जी पर आस्था रखने में किसी भी राजनैतिक पार्टी  के पास कोई पेटेंट नहीं है अतः  प्रभु  श्रीराम जन जन के आस्था के प्रतीक है   छत्तीसगढ़ के यशस्वी मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल ने  सरकार की महती योजना राम गमन पथ पर 2018 से चुनाव जीतते ही छत्तीसगढ़ में तेज रफ्तार से राम वनगमन पथ का काम शुरू हो गया है। छत्तीसगढ़ का भगवान राम से काफी करीब का नाता है। माता कौशल्या खुद छत्तीसगढ़ की राजकुमारी थी, वहीं भगवान राम ने भी अपने वनवास के दौरान काफी वक्त छत्तीसगढ़ में गुजारा। आज भी छ्त्तीसगढ़ में पौराणिक, धार्मिक व ऐतिहासिक मान्यताओं के आधार कई ऐसे स्थान मिल जाएंगे, जिन्हें भगवान राम से जोड़कर देखा जाता है। रामवनगमन पथ में इन सभी स्थानों को सरकार जोड़ने का कार्य कर रही है।कांग्रेस प्रवक़्ता ने बताया कि प्रदेश में धर्मांतरण जैसा कोई मुद्दा नहीं है कुछ विघ्न संतोषियों द्वारा राजनैतिक लाभ उठाने और जातीयता का जहर वातावरण में फैलाने के लिए जबरिया इस मुद्दे को उछाला जाता है  और यदि जबरिया धर्मांतरण होता भी है तो यथा समय  उन पर कार्यवाही भी होती है प्रवक़्ता विनोद कपूर ने यह भी बताया कि कांग्रेस के जन हितैषी कार्यों से बीजेपी बौखलाहट देखी गई है रायगढ़ में होने वाली रामकथा के कार्यक्रम को लेकर भी कतिपय भाजपाई नाखुश नजर आ रहे है । छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा यह कार्यकम 1 से 3 जून को रायगढ में होना है माननीय यशस्वी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जी को इस कार्यक्रम को रायगढ़ में करवाने का श्रेय जाता है हम सभी प्रदेश वासी उनका आभार व्यक्त करते हैं कि पूर्वांचल जिले में इस राष्ट्रीय कार्यक्रम जिसमे अंतराष्ट्रीय कलाकार भी शिरकत करेंगे का आयोजन हो रहा है। चूंकि हमारे देश में रामलीला की अनवरत परंपरा रही है। रामायण हमारी सांस्कृतिक धरोहर है, जीवन की विविधता का सार रामकथा में समाहित है। देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों में वातावरण और संस्कृति के अनुरूप अलग-अलग स्वरूपों में रामायण का मंचन किया जाता है। वास्तव में रामायण कथा अनेकता में एकता का सार है। रामायण हमें और हमारी संस्कृति को जोडऩे का काम करती है। विभिन्न राज्यों और विदेशों के इन्हीं विविधताओं को हाईटेक स्वरूप में देखने को मिलेगा और जब रामकथा को महोत्सव के माध्यम से प्रस्तुत किया जाएगा, तो बड़ी संख्या में लोग राम कथा के माध्यम से उनके आदर्शों की शिक्षा ग्रहण कर सकेंगे।
कांग्रेस प्रवक़्ता विनोद कपूर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि कांग्रेस एक विचारधारा वाली पार्टी है लोगों को जोड़ने का कार्य करती है नफरत पसंद नहीं करती और न ही उल जुलूल वक्तव्य देती है। अतएव बेहतर होगा  कि भाजपा पार्टी के नेता गण कांग्रेस पार्टी पर तथ्यहीन बयान देकर जन सामान्य के मध्य भ्रामक वातावरण न फैलाएं।

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