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संयुक्त मंच केंद्रीय ट्रेड यूनियनस, संयुक्त किसान मोर्चा एवं अन्य संगठन …..महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर संयुक्त मंच ने राष्ट्रपति के नाम संयुक्त कलेक्टर रायगढ़ को सौंपा ज्ञापन ……अखिल भारतीय विरोध दिवस का आह्वान किया

 

 

रायगढ़। संयुक्त मंच केंद्रीय ट्रेड यूनियनस, संयुक्त किसान मोर्चा एवं अन्य संगठनों द्वारा 1 जून को अखिल भारतीय विरोध दिवस का आह्वान किया गया था. आह्वान के परिपालन में रायगढ़ के ट्रेड यूनियन काउंसिल के संयोजन में विभिन्न जन संगठनों से जुड़े लोगों द्वारा अखिल भारतीय विरोध दिवस पर 1जून 2023 को राष्ट्रपति के नाम संयुक्त कलेक्टर रायगढ़ श्री डीआर रात्रे को ज्ञापन सौंपा गया।

अंतर्राष्ट्रीय महिला पहलवानों के समर्थन में तथा यौन शोषण के नामजद आरोपी बृजभूषण शरण सिंह के गिरफ्तारी की मांग की तख्ती लिए हुए ट्रेड यूनियन काउंसिल रायगढ़ के उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह ,भारतीय किसान यूनियन रायगढ़ छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष फणींद्र प्रधान ,संयुक्त किसान मोर्चा के संयोजक,मदन पटेल छत्तीसगढ़ किसान सभा के अध्यक्ष लंबोदर साव ,इप्टा रायगढ़ के सचिव भरत निषाद, जिला बचाओ संघर्ष मोर्चा के गणेश शंकर मिश्रा, जनवादी लेखक संघ के अध्यक्ष रमेश शर्मा सहित साथी विष्णु यादव ,साथी राज कुमार राज ,साथी वेद प्रकाश अजगले ,साथी ओम प्रकाश डनसेना, साथी उमेश चौधरी ,साथी बाबूलाल साहू, साथी समय लाल यादव,साथी रासबिहारी खम्हारी ,बसंत चौबे साथी श्याम देवकर, कामरेड अनीता नायक, कामरेड काजल विश्वास आदि साथी ज्ञापन देने कलेक्ट्रेट पहुंचे। संयुक्त मंच ने ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति महोदया के सामने अपनी बातें रखी हैं कि ओलंपिक पदक विजेता महिला खिलाड़ियों ने देश का नाम ऊंचा किया है।

इन दिनों वे जंतर मंतर पर अपने यौन शोषण के विरोध में लगातार आंदोलनरत हैं पर सरकार यौन शोषण के नामजद आरोपी पर कोई भी कार्यवाही नहीं कर रही है। यह बहुत शर्मनाक एवं निंदनीय है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली सरकार यौन शोषण के नामजद आरोपी बृजभूषण शरण सिंह पर तो कोई कार्यवाही नहीं कर रही है उल्टे इन बेटियों पर ही पुलिस के माध्यम से दमन करवाने पर उतारू हो गयी है। उच्चतम न्यायालय के दखल से आरोपी बृज भूषण शरण सिंह पर एफआईआर तो दर्ज हो गई है पर उसकी गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई है । शासन से न्याय मांग रहे शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे महिला पहलवानों के ऊपर दिनांक 28 05 23 को दमनात्मक कारवाही कारवाही की गई. इस कार्रवाई से पूरे देश में आक्रोश है। पुलिस के दमनात्मक कार्रवाई से व्यथित होकर विरोध स्वरूप महिला पहलवानों को गंगा नदी में अपना मेडल बहाने की बात कहनी पड़ रही है। यह वही बेटियां हैं जिनके पदक जीतने पर सरकार ने इन हमलों की बौछार की थी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने उन्हें अपनी बेटियां कहा था. आज बेटियां सड़क पर अपने न्याय की गुहार लगा रही है लेकिन प्रधानमंत्री खामोश हैं. देश को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जिला कर देश का गौरव बढ़ाने वाली बेटियों पर दमनात्मक कार्रवाई सरकार के लिए शर्म की बात है. दमनात्मक कारवाही से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की फजीहत हो रही है। संयुक्त मंच ने सरकार द्वारा नामजद आरोपी सांसद बृजभूषण सिह की गिरफ्तारी न किये जाने की घटना पर विरोध जताते हुए अपने ज्ञापन में राष्ट्रपति महोदया से स्पष्ट रूप से मांग रखी है कि नामजद आरोपी सांसद की तुरन्त गिरफ्तारी हो और देश की बेटियों को न्याय मिले। संयुक्त मंच के नेताओं ने स्पष्ट किया है कि न्याय न मिलने की स्थिति में महिला पहलवानों के समर्थन में उनका संघर्ष आगे भी जारी रहेगा। संयुक्त मंच के नेताओं ने आशा जताया है देश में संविधान और कानून के सम्मान के लिए आरोपी बृज भूषण शरण सिंह की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की जाएगी.

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