♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर ट्रेड यूनियन कौंसिल ने खोला मोर्चा …. निकम्मी सरकार को बर्खास्त करने जन संगठनों ने प्रदर्शन कर सौपा ज्ञापन …

 

रायगढ़।

मणिपुर में हो रही हिंसा को लेकर ट्रेड यूनियन कौंसिल ने खोला मोर्चा खोलते हुए मणिपुर की निकम्मी सरकार को बर्खास्त करने की मांग को लेकर विभिन्न जन संगठनों के साथ मिलकर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा गया है। मणिपुर में हो रहे हिंसा से समूचा देश शर्मसार हो रहा है और देश के प्रधान मंत्री खामोश है।


ट्रेड यूनियन कौंसिल के उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह ने बताया कि संयुक्त किसान मोर्चा एवं जन संघठन रायगढ़ (छ. ग़.)ने दिनांक 25.7.23 को स्थानीय अम्बेडकर प्रतिमा पर हिंसा ग्रस्त मणिपुर मे शांति बहाली एवं राज्य सरकार को बर्खास्त करने तथा मणिपुर की जनता के साथ अपनी एकजुटता प्रदशित करने सांकेतिक प्रदर्शन किया.

प्रदर्शनकारियों में संयुक्त किसान मोर्चा के साथी मदन पटेल, छत्तीसगढ़ किसान सभा के साथी लंबोदर साव भारतीय किसान यूनियन के साथी फणींद्र प्रधान,साथी रास बिहारी खम्हारी,आजाद किसान संघ के साथी हेमसागर पटेल,जिला बताओ संघर्ष मोर्चा के सचिव साथी वासुदेव शर्मा एवं वरिष्ठ अधिवक्ता साथी विष्णु सेवक गुप्ता ट्रेड यूनियन काउंसिल के उपाध्यक्ष शेख कलीमुल्लाह,कामरेड अनीता नायक, कामरेड काजल , श्रीमती लक्ष्मी अनंत प्रगतिशील लेखक संघ के अध्यक्ष साथी रविंद्र चौबे इप्टा के सचिव साथी भरत निषाद,साथी श्याम देवकर ,मानव अधिकार कार्यकर्ता साथी सत्यवान चौधरी इसके अतिरिक्त कामरेड समय लाल यादव कामरेड नित्यानंद देवांगन, कामरेड बसंत दुबे,एडवोकेट भैरव सिंह सिदार आदि थे। प्रदर्शन कारियो ने मणिपुर सरकार को बर्खास्त करो,मणिपुर मे राष्ट्रपति शासन लागु करो,नफ़रत की राजनीति नहीं चलेगी, महिलाओ का सम्मान करना होगा,सामाजिक सदभाव की रक्षा करो,धार्मिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करो,दोषी व्यक्तियों पर कड़ी कार्यवाही करो, लोकतंत्र एवं संविधान की रक्षा करनी होगी आदि नारे लगाये। नारे बाजी पश्चात सभा में वक्ताओ ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण आज 83 दिन से मणिपुर में हिंसा हो रही है.

इस हिंसा को राज्य शासन की मौन स्वीकृति है.मणिपुर में हैवानियत चरम पर है. जिस देश में नारी को देवी के रूप में पूजा जाता है वहां दो आदिवासी महिलाओ को निवस्त्र कर उनके साथ अमानवीय खिलवाड़ और सामूहिक बलात्कार करने की घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है।

राज्य के मुख्यमंत्री ने स्वीकारता है कि हिंसा में सैकड़ो लोग मारे गए है महिलाओ के साथ अमानवीय व्यवहार हुआ है,हजारों लोग विस्थापित जीवन जीने को मजबूर है,इतने बिगड़े और अशांत माहौल के बावजूद प्रधानमंत्री का मणिपुर मौन रहना तथा विदेश भ्रमण करना असंवेदना की पराकाष्ठा है।हमारी मांग है की मणिपुर में शांति बहाल हो।

वहां की निकम्मी सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लागु किया जावे। पीड़ितों के राहत एवं पुनर्वास की व्यवस्था हो, हिंसा, बलात्कार में लिप्त सभी व्यक्तियो पर कड़ी कार्यवाही हो। सभा पश्चात प्रदर्शनकारी अंबेडकर चौक से रैली की शक्ल में कलेक्टरेट जाकर जिलाधिकारी कार्यालय मे महामहिम राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डिप्टी कलेक्टर एम के कँवर को सौंपा गया। कार्यक्रम में उपस्थित साथियों का आभार शेख कलीमुल्लाह द्वारा व्यक्त कर कार्यक्रम समापन की घोषणा की गयी।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button



स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

जवाब जरूर दे 

[poll]

Related Articles

Back to top button
Don`t copy text!
Close