
बरौद विस्थापित परिवारो का त्रिपक्षीय बैठक में नहीं निकला कोई नतीजा…..पुनर्वास लाभ विस्थापन राशि को समझौता के तहत् लाभ दिलाने पर अडिग …. आन्दोलन टालने पहुंचे प्रबंधन एवं राजस्व अधिकारी निराश लौटे
रायगढ़।
जिले के एसईसीएल बरौद कोल ब्लाक विस्थापित परिवारों का मामला सुलझता दिखाई नहीं दे रहा है। प्रबंधन की लगातार हिला हवाला से परेशान हो चुके प्रभावित अब अधिकारियों के झांसे में आने को तैयार नहीं हैं। यही वजह है की त्रिपक्षीय बैठक में आंदोलन को स्थगित करने की मांग को सिरे से ठुकरा दिया है। यदि उनकी मांगों पर गंभीरता से नहीं लिया गया तो आने वाले दिनों में धरना प्रदर्शन किया जायेगा।
बता दें कि ग्राम बरौद के विस्थापित परिवारों ने 15 जनवरी.2024 को पुनर्वास के बदले एक मुश्त वित्तीय सहायता राशि को एसईसीएल कोरबा जिले के गेवरा, दिपका, कुसमुंडा परियोजना के आधार पर 10 लाख एवं अतिरिक्त पारितोषिक / प्रोत्साहन राशि 05 लाख की मांग हेतु एसईसीएल प्रबंधन को आन्दोलन का ज्ञापन दिया गया था जिस पर एसईसीएल बरौद उपक्षेत्र के आवासीय गेस्ट हाउस में पंचायत पदाधिकारी एवं बरौद के आमजनताओं के साथ एसईसीएल महाप्रबंधक रायगढ़ के अध्यक्षता में भू -अर्जन अधिकारी एसईसीएल रायगढ़ क्षेत्र , उपक्षेत्रीय प्रबंधक बरौद उपक्षेत्र , खान प्रबंधक बरौद खान , एवं अन्य प्रतिनिधि मंडल के बीच दिनांक 10.01.2024 को दो पक्षीय बैठक आयोजित में समझौता कर पत्र क्रमांक -एसईसीएल/ राय./बरौद/प्रब.(का.)/ 2024 /47 दिनांक -10.01.2024 जिसमें ग्रामीणों द्वारा कोरबा जिले के सराईपाली परियोजना के ग्राम बुड़बुड वासियों के आधार पर विस्थापन लाभ रुपए 03 लाख से अतिरिक्त 05 लाख प्रदान करने पर चर्चा किया गया । प्रबंधन द्वारा कहा गया कि यदि विस्थापित ग्रामीण 01 माह के भीतर एक साथ अपने मकानों को ध्वस्त कर खाली कर देते हैं तो बोनस/ एक्सग्रेसिया के रूप में प्रति परिवार को रुपए 03 लाख के अतिरिक्त / बोनस एक्सग्रेसिया रुपए 05 लाख प्रदान करने का प्रस्ताव मुख्यालय की स्वीकृति हेतु भेजा जाऐगा उपरोक्त संबंध में प्रबंधन द्वारा ग्राम पंचायत से लिखित सहमति मांगी गई जिसकी सहमति प्रबंधन को अग्रिम कार्यवाही हेतु दिया जा चुका है किन्तु अभी तक एक वर्षा पुरा होने को है आप के द्वारा लिखित आश्वासन पर ग्रामीणों के पक्ष में सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है जल्दी ही कोई ठोस पहल नहीं किया जाता है तो ग्रामीणों आक्रोशीत होकर पुनः आन्दोलन, हड़ताल, खदान बन्दी, विशाल आन्दोलन हेतु बाध्य होगे । जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी आपके प्रबंधन की होगी । हमारी एक सुत्रीय मांग को संज्ञान में लेते हुए आवश्यक कार्यवाही कर समझौता के तहत लाभ दिया जावे। प्रबंधन द्वारा ग्रामीणों के पक्ष में निर्णय नहीं लिये जाने पर अनिश्चितकालीन हड़ताल , उत्पादन बंद किया जावेगा जिसकी संपूर्ण जवाबदारी प्रबंध तंत्र की होगी।
एसईसीएल -उपक्षेत्रीय प्रबंधक बरौद उपक्षेत्र ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा की विस्थापन लाभ बढ़ोत्तरी का मामला निति गत मामला है कोरबा जिले के सराईपाली परियोजना ग्राम बुड़बुड का निदेशक मंडल बिलासपुर बोर्ड गया है जैसे ही उसका फैसला होगा उसी के आधार पर आप सभी विस्थापित परिवारों को लाभ प्रदान किया जावेगा ।
बरौद के ग्रामीणों ने एक सुर में कहा की हमारी विस्थापन लाभ 03लाख के अतिरिक्त 05 लाख बोनस एक्सग्रेसिया राशि प्रदान किया जावे हम समस्त ग्रामवासी 01 महिने मे मकान ध्वस्त कर एसईसीएल प्रबंधन को सुपुर्द कर देंगे अन्यथा हम सभी विस्थापित परिवार आन्दोलन कर अपनी आवाज शासन प्रशासन तक पहुंचेंगे अब हम किसी प्रकार की आश्वासन पर विस्वास नही है केवल और केवल हड़ताल खदान बन्दी का ही रास्ता बचा है ।
इस मामले को लेकर नायब तहसीलदार घरघोड़ा ने कहा की भूमि के एवज में बहुत से परिवारों को रोजगार दिया जा चुका है जितने भी भूमि के एवज में रोजगार आवेदन नही किया है जल्द से जल्द आवेदन करे राजस्व विभाग से पुरा सहयोग किया जावेगा।