
विधि वक्ताओं और तहसील कार्यालय के कर्मचारियों के बीच विवाद बढ़ा …4 थे आरोपित अधिवक्ता भी हुए अरेस्ट ….कलेक्टर से विधि वक्ताओं की हुई मुलाकात …मुलाकत का नतीजा क्या निकला ….पढ़े पूरी खबर
रायगढ़ ।
तहसील कार्यालय में विधि वक्ताओं और तहसील कार्यालय के कर्मचारियों के साथ विवाद को लेकर वकीलों ने साथियों पर कार्रवाई के विरोध में राजस्व न्यायलयों का बहिष्कार जारी रखा है। विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर विरोध जताया। अधिवक्ताओं की टीम ने कलेक्टर से मिलकर अपनी मांगें रखी। अधिवक्ताओं का आरोप है कि तहसील कार्यालयों में तहसीलदार से लेकर कर्मचारी तक भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। इसी की वजह से मारपीट जैसी घटना हुई हैं। वकीलों ने कथित भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारियों के शीघ्र तबादले की मांग की लेकिन विवाद का कोई सार्थक हल नहीं निकला किंतु कलेक्टर से विधि वक्ताओं के डेलिगेशन टीम से विस्तृत चर्चा जरूर हुई कलेक्टर से मुलाकात के बाद भी राजस्व न्यायलयों का बहिष्कार जारी रखने का ऐलान किया।
अधिवक्ताओं के डेलिगेशन टीम ने बताया कि आंदोलन को प्रदेश भर के अधिवक्ता संघ के साथ साथ छत्तीसगढ़ बार काउंसिल का भी समर्थन मिला है। वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष नंदे पत्रकारों से चर्चा करते हुए जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कलेक्टर ने आज बुलाया था, तहसील कार्यालय के बारे में चर्चा हुई है । हमारी रणऩीति है कि रायगढ़ की जनता राजस्व न्यायालयों में भ्रष्टाचार से पीड़ित है इस भ्रष्टाचार से मुक्त कराने का संकल्प किया है।बार काउंसिल के निर्देशानुसार काली पट्टी बांधकर प्रदर्शऩ कर रहे हैं। राजस्व न्यायलयों में नहीं जाएंगे प्रदेश भर के अधिवक्ता संघ का समर्थन प्राप्त हुआ है । रायगढ़ के अधिवक्ताओं के साथ हुई घटना को लेकर छत्तीसगढ़ बार काउंसिल का भी समर्थन मिला है।