
शहर का ऐतिहासिक श्रीकृष्ण महाजन्माष्टमी महोत्सव रायगढ़ रहेगा का आकर्षण का केंद्र बिंदु ….लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की उमड़ती है भीड़ …समाजसेवी भी दिल खोलकर श्रद्धालुओं की करते हैं मेहमान नवाजी …. पॉकिटमारी उठाईगिरी गिरोह की सक्रियता और पुलिस की भूमिका
रायगढ़।
शहर में होने वाली पांच दिवसीय ऐतिहासिक श्रीकृष्ण महाजन्माष्टमी झूला उत्सव 5 सितंबर से शुरू होगा। इसके लिए व्यापक स्तर तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही है। श्याम मंडल द्वारा आयोजित होने वाले आकर्षक कृष्ण जन्माष्टमी मेले में लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ जमा होती है। शहर का ऐतिहासिक गौरी शंकर मंदिर और श्याम मंदिर प्रांगण में कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर आकर्षक झांकियां सजाई जाती है श्याम मंडल की झाकियां आकर्षक और स्वचालित श्रद्धालुओं को खूब भाती है। इस दौरान श्रद्धालुओं के सत्कार में समाज सेवी दिल खोलकर सामने आते हैं।
शहर में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाने की परंपरा का अपना अलग इतिहास है और रायगढ़ का गौरीशंकर मंदिर में सेठ किरोड़ीमल के समय में शुरू किया गया था तब से शहर में होने वाले कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव आस पास के जिले सहित प्रदेश में प्रसिद्ध है कालांतर में श्याम मंडल द्वारा श्याम मंदिर परिसर में भव्य आकर्षक झांकियां सजाई जाने लगी इसके बाद से पिछले लगातार 27 वर्षो से हर वर्ष कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर स्वचालित आकर्षक झांकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बिंदु होता है। शहर के ऐतिहासिक कृष्ण जन्माष्टमी मेले में जिले और आसपास सहित अन्य प्रदेश से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। श्याम मंडल प्रांगण में 11 हजार बर्गफूट का विशाल पंडाल ही देखते।बनता है जहां आकर्षक स्व चलित विभिन्न धर्म और कथाओं से जुड़ी महाभारत और रामायण काल की झांकियां लोगों को मंत्रमुग्ध करती है।
समाजसेवी दिल खोलकर करते मेहमान नवाजी/
इस दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का जमवाड़ा होता है ऐसे समय शहर के विभिन्न सामाजिक संगठन और समाजसेवी बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए दिल खोलकर हाथ बढ़ाते हैं और उनके लिए भोजन प्रसाद की व्यवस्था की जाती है। शहर के कॉपी उद्योग संघ, स्पंज आयरन उद्योग संघ, रोटरी क्लब, लायंस क्लब, ट्रांसपोर्टर संघ, सहित तमाम समाजिक संस्थाओं द्वारा जगह जगह भोजन की व्यवस्था की जाती है जहां बाहर से आए हुए श्रद्धालुओं को भरपेट भोजन कराया जाता है। विभिन्न संस्थाओं द्वारा जगह जगह खिचड़ी प्रसाद की व्यवस्था होती है जिसका भरपूर लाभ बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को मिलता है।
यातायात व सुरक्षा व्यवस्था में पुलिस की रहती है अहम भूमिका/
जिला मुख्यालय का ऐतिहासिक कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव ही एक ऐसा अवसर आता है जब लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का शहर में जमावड़ा होता है। इस दौरान यातायात व्यवस्था दुरुस्त रखने में पुलिस की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण हो जाती है। लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ में पाकिट मार उठाईगिरी गिरोह भी सक्रिय हो जाते हैं। ऐसी स्थिति में पुलिस की चाक चौबंद व्यवस्था काम आती है। महोत्सव को लेकर जिले के पुलिस कप्तान भी पूरी वस्तु स्थिति का जायजा भी ले चुके हैं।